प्रधानमंत्री आवास योजना - ग्रामीण: एक व्यापक दृष्टिकोण

प्रधानमंत्री आवास योजना - ग्रामीण का परिचय
1 अप्रैल 2016 को ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा शुरू की गई, प्रधानमंत्री आवास योजना - ग्रामीण (PMAY-G) भारत सरकार की एक प्रमुख योजना है, जिसका उद्देश्य ग्रामीण परिवारों को सस्ती और स्थायी आवास प्रदान करना है।
इस योजना का लक्ष्य "सबके लिए आवास" है, जो बेघर परिवारों और कच्चे या जर्जर घरों में रहने वालों को लक्षित करती है। 2 फरवरी 2025 तक, 3.79 करोड़ घरों के लक्ष्य में से 2.69 करोड़ घरों का निर्माण पूरा हो चुका है, और मार्च 2029 तक 2 करोड़ अतिरिक्त घरों का निर्माण करने की योजना है।
प्रधानमंत्री आवास योजना के उद्देश्य
● स्थायी आवास प्रदान करना: मार्च 2029 तक 4.95 करोड़ मजबूत और मौसम प्रतिरोधी घरों का निर्माण करना।
● बुनियादी सुविधाएं सुनिश्चित करना: घरों में बिजली, एलपीजी, पेयजल और स्वच्छता जैसी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराना।
● कमजोर समूहों को प्राथमिकता देना: बेघर परिवारों और हाशिए पर रहने वाले समुदायों को प्राथमिकता देना।
● सामाजिक समानता को बढ़ावा देना: महिलाओं को घरों के स्वामित्व में शामिल करना।
● ग्रामीण जीवन स्तर में सुधार करना: असुरक्षित आश्रयों को स्थायी संरचनाओं से बदलना।
● स्थानीय संसाधनों का उपयोग करना: स्थानीय और पर्यावरण के अनुकूल सामग्रियों का उपयोग करना।
● पारदर्शिता और दक्षता सुनिश्चित करना: फंड वितरण के लिए तकनीकी उपायों का उपयोग करना।
● सार्वभौमिक ग्रामीण आवास प्राप्त करना: वित्तीय सहायता प्रदान करना।
योग्यता मानदंड
PMAY-G के लिए आवेदन करने के लिए निम्नलिखित शर्तें पूरी करनी होंगी:
● संपत्ति का स्वामित्व: आवेदक या उनके परिवार के पास भारत में कहीं भी कोई पक्का घर नहीं होना चाहिए।
● आवास की स्थिति: योग्य परिवारों में वे शामिल हैं जो बेघर हैं या कच्चे घरों में रहते हैं।
● आय: वार्षिक घरेलू आय ₹1.8 लाख तक होनी चाहिए।
● निवास: आवेदक को भारत का स्थायी निवासी होना चाहिए।
● अन्य शर्तें: विशेष प्राथमिकता उन परिवारों को दी जाएगी जिनमें कोई शिक्षित पुरुष नहीं है या जो विकलांग हैं।
लाभ
PMAY-G ग्रामीण क्षेत्रों के लिए वित्तीय और गैर-वित्तीय सहायता प्रदान करता है:
● वित्तीय सहायता: प्रति लाभार्थी ₹1.3 लाख तक की सहायता।
● सब्सिडी: गृह ऋण पर 6.5% की ब्याज सब्सिडी।
● स्थायी डिज़ाइन: स्थानीय सामग्रियों का उपयोग करके घरों का निर्माण।
● पारदर्शी फंडिंग: धन सीधे लाभार्थियों के खातों में स्थानांतरित किया जाता है।
आवेदन प्रक्रिया
PMAY-G के लिए आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह से ऑफलाइन है।
● अपने ग्राम पंचायत या ब्लॉक विकास कार्यालय पर जाएं: ये स्थानीय कार्यालय PMAY-G के लिए आवेदन करने के लिए प्रवेश बिंदु हैं।
● आवेदन पत्र भरें: आवश्यक जानकारी जैसे नाम, पता, आधार संख्या आदि भरें।
● दस्तावेज़ जमा करें: सभी आवश्यक दस्तावेज़ों को आवेदन पत्र के साथ संलग्न करें।
● ग्राम सभा सत्यापन: आवेदन की समीक्षा ग्राम सभा की बैठक में की जाएगी।
आवश्यक दस्तावेज़
सही दस्तावेज़ीकरण महत्वपूर्ण है:
● पहचान प्रमाण: आधार कार्ड, वोटर आईडी, आदि।
● आय प्रमाण: आय प्रमाण पत्र या वेतन पर्ची।
● बैंक विवरण: आधार से जुड़े बैंक खाते का विवरण।
अतिरिक्त जानकारी
● वित्त पोषण संरचना: 60:40 केंद्रीय-राज्य साझा।
● लाभार्थी चयन प्रक्रिया: SECC 2011 का उपयोग करके प्रारंभिक पहचान।
● किस्त वितरण: निर्माण के विभिन्न चरणों पर।