पोस्ट ऑफिस सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम: सुरक्षित निवेश और उच्च ब्याज
नई दिल्ली में निवेश के सुरक्षित विकल्प
हर व्यक्ति अपनी आय का कुछ हिस्सा बचाकर ऐसा निवेश करना चाहता है, जो न केवल सुरक्षित हो, बल्कि अच्छे रिटर्न भी प्रदान करे। इससे एक बड़ा फंड तैयार किया जा सकता है, जिससे रिटायरमेंट के बाद वित्तीय समस्याओं का सामना न करना पड़े। कई लोग यह सोचकर भी निवेश करते हैं कि बुजुर्गावस्था में उनकी नियमित आय सुनिश्चित हो सके। इस संदर्भ में, पोस्ट ऑफिस की सेविंग स्कीम्स काफी लोकप्रिय हैं। विशेष रूप से, पोस्ट ऑफिस सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (Post Office SCSS Scheme) वरिष्ठ नागरिकों के लिए बनाई गई है, जिसमें बैंक की एफडी की तुलना में अधिक ब्याज मिलता है.
सरकार द्वारा सुरक्षा की गारंटी
पोस्ट ऑफिस की सेविंग स्कीम्स की एक महत्वपूर्ण विशेषता यह है कि इनमें किए गए सभी निवेश पर सरकार सुरक्षा की गारंटी देती है। पोस्ट ऑफिस सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम में, बड़े बैंकों की एफडी की तुलना में अधिक ब्याज दर मिलती है। इसके अलावा, इस स्कीम के माध्यम से हर महीने 20,000 रुपये तक की नियमित आय सुनिश्चित की जा सकती है। इस सरकारी योजना में निवेश की शुरुआत केवल 1000 रुपये से की जा सकती है.
8.2% का आकर्षक ब्याज
इस स्कीम में 1 जनवरी 2024 से निवेश करने वालों को 8.2% की दर से ब्याज दिया जाएगा। यह न केवल नियमित आय और सुरक्षित निवेश के लिए फायदेमंद है, बल्कि यह टैक्स छूट का भी लाभ देती है। इस सीनियर सिटीजंस सेविंग स्कीम में अधिकतम निवेश की सीमा 30 लाख रुपये है, जो रिटायरमेंट के बाद आर्थिक सुरक्षा में मददगार साबित हो सकती है. इसमें 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के व्यक्ति या पति/पत्नी के साथ जॉइंट अकाउंट खोला जा सकता है.
उम्र सीमा में छूट
कुछ मामलों में उम्र सीमा में छूट भी दी गई है। जैसे कि VRS लेने वाले व्यक्ति की उम्र खाता खुलवाते समय 55 से 60 वर्ष के बीच हो सकती है, जबकि डिफेंस से रिटायर हुए कर्मचारी 50 से 60 वर्ष की उम्र में निवेश कर सकते हैं, लेकिन इसके लिए कुछ शर्तें भी लागू हैं.
मैच्योरिटी से पहले खाता बंद करने पर पेनल्टी
पोस्ट ऑफिस सीनियर सिटीजन स्कीम में निवेश के लिए मैच्योरिटी पीरियड पांच साल है। इसका मतलब है कि इस स्कीम का पूरा लाभ उठाने के लिए 5 साल तक निवेश करना आवश्यक है। यदि इस अवधि से पहले खाता बंद किया जाता है, तो खाताधारक को पेनल्टी का सामना करना पड़ता है। आप किसी भी नजदीकी डाकघर में जाकर आसानी से अपना SCSS खाता खोल सकते हैं. इस स्कीम में निवेश करने वाले व्यक्तियों को आयकर अधिनियम की धारा 80 सी के तहत 1.5 लाख रुपये तक की सालाना टैक्स छूट मिलती है.
2000 रुपये की मासिक आय का कैलकुलेशन
इस सरकारी स्कीम में निवेशक केवल 1000 रुपये से निवेश शुरू कर सकते हैं और अधिकतम 30 लाख रुपये का निवेश कर सकते हैं। जमा राशि 1000 के मल्टीपल्स में तय की जाती है। यदि कोई व्यक्ति 30 लाख रुपये का निवेश करता है, तो उसे 2.46 लाख रुपये का वार्षिक ब्याज मिलेगा, जो महीने के हिसाब से लगभग 20,000 रुपये होता है.
ब्याज का भुगतान और नॉमिनी का प्रावधान
इस पोस्ट ऑफिस स्कीम में ब्याज राशि का भुगतान हर तीन महीने में किया जाता है। ब्याज प्रत्येक अप्रैल, जुलाई, अक्टूबर और जनवरी की पहली तारीख को दिया जाता है। यदि मैच्योरिटी पीरियड पूरा होने से पहले खाताधारक का निधन हो जाता है, तो खाता बंद कर दिया जाता है और इसकी पूरी राशि नॉमिनी को सौंप दी जाती है.
