पर्स में रखें ये 3 चीजें, वरना आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है

पर्स में रखने योग्य वस्तुओं का महत्व
हर व्यक्ति की इच्छा होती है कि उसके जीवन में धन की कमी न हो और आर्थिक स्थिति हमेशा मजबूत बनी रहे। हालांकि, कई बार हम अनजाने में ऐसी छोटी-छोटी गलतियाँ कर देते हैं जो हमारे वित्तीय जीवन को प्रभावित कर सकती हैं। वास्तु शास्त्र और ज्योतिष के अनुसार, हमारी दैनिक आदतें और कुछ विशेष वस्तुएं हमारे जीवन में सकारात्मक या नकारात्मक प्रभाव डाल सकती हैं।
पर्स में कौन-सी 3 चीजें नहीं होनी चाहिए? आइए जानते हैं कि कौन-सी चीजें आपके धन के प्रवाह को रोक सकती हैं और आर्थिक तंगी का कारण बन सकती हैं।
1. पुरानी रसीदें और बिल
कई लोग अपने पर्स में पुरानी शॉपिंग की रसीदें, बिजली-पानी के बिल या एटीएम की स्लिप्स रख लेते हैं। यह सामान्य लग सकता है, लेकिन वास्तु शास्त्र के अनुसार, यह आदत धन की नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करती है। पुरानी रसीदें बीते हुए खर्चों की याद दिलाती हैं, जिससे मानसिकता में कमी का भाव उत्पन्न होता है।
क्या करें? हर सप्ताह अपने पर्स की सफाई करें। जरूरी बिलों को घर में एक फाइल में रखें, पर्स में नहीं। पर्स को साफ और व्यवस्थित रखें।
2. बेकार और फटे सिक्के/नोट
यदि आप अपने पर्स में कटे-फटे नोट या गंदे सिक्के रखते हैं, तो यह दरिद्रता को आमंत्रित करने जैसा है। शास्त्रों के अनुसार, लक्ष्मी जी स्वच्छता को पसंद करती हैं। ऐसे नोट और सिक्के नकारात्मक ऊर्जा का संचार करते हैं।
उपाय: फटे नोटों को बैंक में बदलवाएं और केवल अच्छी स्थिति में मौजूद करेंसी ही पर्स में रखें।
3. मृत व्यक्ति की तस्वीरें
कई लोग अपने पूर्वजों या दिवंगत आत्मीय की तस्वीरें पर्स में रखते हैं, लेकिन वास्तु और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से यह गलत है। पर्स धन और लक्ष्मी से जुड़ा स्थान है, और वहां मृत व्यक्ति की उपस्थिति का प्रतीक रखने से स्थिरता की ऊर्जा प्रभावित होती है।
क्या करना चाहिए? पूर्वजों की तस्वीरें घर के मंदिर में रखें। देवी-देवता की तस्वीर रखने के लिए केवल छोटा, साफ, laminated चित्र रखें।
अन्य महत्वपूर्ण बातें
1. पर्स को साफ और व्यवस्थित रखें।
2. पर्स में हमेशा थोड़ी राशि रखें।
3. पर्स का रंग भी महत्वपूर्ण है: लाल धन का प्रतीक है, काला स्थायित्व लाता है, और हरा वृद्धि का प्रतीक है।
4. पर्स में कुछ शुभ चीजें रखें जैसे चांदी का सिक्का, गोमती चक्र, पीली कौड़ी, और श्रीयंत्र की छोटी प्रतिमा।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, धन की स्थिरता और प्रवाह हमारे सोच, व्यवहार और वातावरण पर निर्भर करता है। पर्स की पवित्रता और सकारात्मक ऊर्जा अत्यंत आवश्यक है।