दिल्ली में सोने की कीमतें नए रिकॉर्ड पर, चांदी में गिरावट

दिल्ली में सोने की कीमतें नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुँच गई हैं, जो सवा लाख रुपए के करीब हैं। अमेरिकी सरकार के मौजूदा बंद और फेडरल रिजर्व की नीतियों के चलते सोने की मांग में वृद्धि हुई है। वहीं, चांदी की कीमतों में गिरावट देखी गई है। जानें इस बदलाव के पीछे के कारण और वैश्विक बाजार की स्थिति के बारे में।
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दिल्ली में सोने की कीमतें नए रिकॉर्ड पर, चांदी में गिरावट

दिल्ली में सोने की कीमतों में वृद्धि

दिल्ली में सोने की कीमतें नए रिकॉर्ड पर, चांदी में गिरावट

दिल्ली में सोने की कीमतों में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है.

अमेरिकी सरकार के मौजूदा बंद और फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की संभावनाओं के चलते निवेशकों की रुचि बढ़ी है, जिससे मंगलवार को दिल्ली में सोने की कीमतों में फिर से वृद्धि हुई। खास बात यह है कि सोने की कीमतें अब सवा लाख रुपए के स्तर से केवल एक हजार रुपए कम हैं। इसका मतलब है कि अगले कुछ दिनों में सोने की कीमतें इस स्तर को पार कर सकती हैं। एक दिन पहले सोने की कीमतों में 2700 रुपए की वृद्धि हुई थी। अक्टूबर महीने में ही दिल्ली में सोने की कीमत में 4000 रुपए का इजाफा हो चुका है। वहीं, चांदी की कीमतों में 3400 रुपए की गिरावट आई है.

दिल्ली में सोने की नई ऊंचाई

अखिल भारतीय सर्राफा संघ के अनुसार, दिल्ली में सोने की कीमत 700 रुपए बढ़कर 1,24,000 रुपए प्रति 10 ग्राम के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुँच गई है। 99.9% प्योरिटी वाला सोना सोमवार को 1,23,300 रुपए प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। स्थानीय सर्राफा बाजार में, 99.5% प्योरिटी वाला सोना मंगलवार को 700 रुपए बढ़कर 1,23,400 रुपए प्रति 10 ग्राम (सभी करों सहित) के उच्चतम स्तर पर पहुँच गया। पिछले बाजार सत्र में यह 1,22,700 रुपए प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था. चांदी की कीमतें 3,400 रुपए की गिरावट के साथ 1,54,000 रुपए प्रति किलोग्राम (सभी करों सहित) पर आ गई हैं.

वैश्विक बाजार में सोने और चांदी की स्थिति

वैश्विक स्तर पर, हाजिर सोना 3,958.18 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा था। मंगलवार को यह 3,977.45 डॉलर प्रति औंस के उच्चतम स्तर पर पहुँच गया था। हाजिर चांदी 0.12 प्रतिशत की गिरावट के साथ 48.46 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रही थी. इस वर्ष सोने की कीमतों में 50% से अधिक की वृद्धि हुई है, जबकि चांदी की कीमतों में 68% का इजाफा हुआ है.

अमेरिकी शटडाउन का प्रभाव

एचडीएफसी सिक्योरिटीज के सीनियर एनालिस्ट सौमिल गांधी ने बताया कि फेडरल रिजर्व की नरम मौद्रिक नीति की उम्मीदों और सुरक्षित निवेश की बढ़ती मांग के कारण सोने की कीमतें रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुँच गई हैं। अमेरिकी सरकार का शटडाउन अपने सातवें दिन में है और इसका कोई समाधान नहीं दिख रहा है, जिससे वित्तीय बाजारों में अनिश्चितता बढ़ी है और कीमती धातुओं को समर्थन मिल रहा है. इसके अलावा, फ्रांस और जापान में राजनीतिक तनाव और भू-राजनीतिक जोखिमों के कारण सुरक्षित निवेश की मांग बढ़ रही है.

गोल्ड की तेजी के अन्य कारण

विश्लेषकों का कहना है कि अमेरिकी सरकार के मौजूदा बंद के कारण महत्वपूर्ण आर्थिक आँकड़ों की घोषणा में देरी हुई है। इस वर्ष फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में दो बार कटौती की उम्मीदों ने सर्राफा कीमतों की मांग को बढ़ावा दिया है। विश्व स्वर्ण परिषद के नवीनतम आँकड़ों के अनुसार, अगस्त में केंद्रीय बैंकों की सोने की खरीदारी में तेजी आई है, जिससे वैश्विक भंडार में 15 टन की वृद्धि हुई है.