दिल के दौरे के बढ़ते मामलों के पीछे छिपे कारण
दिल के दौरे के संकेत और कारण
दिल के दौरे के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। हम अक्सर मानते हैं कि यह समस्या अचानक उत्पन्न होती है, लेकिन वास्तव में, हमारा शरीर पहले से ही कुछ सूक्ष्म संकेत देता है। इन संकेतों को हम अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं, और तब तक बहुत देर हो जाती है।
कई लोग अब भी यह सोचते हैं कि हृदय रोग का मुख्य कारण केवल कोलेस्ट्रॉल, धूम्रपान या उम्र है। लेकिन अब विज्ञान ने यह स्पष्ट किया है कि इसके पीछे कई अन्य कारण भी हो सकते हैं, जैसे लगातार सूजन, नींद की कमी और हार्मोनल असंतुलन।
लगातार सूजन
सूजन एक प्रक्रिया है जो शरीर संक्रमण से लड़ने के लिए उत्पन्न करता है। लेकिन जब यह सूजन बनी रहती है, तो यह हृदय के लिए खतरनाक हो सकती है। इससे रक्त वाहिकाओं की दीवारें कमजोर हो जाती हैं और कोलेस्ट्रॉल का जमाव बढ़ जाता है, जिससे दिल के दौरे का खतरा बढ़ता है।
अपर्याप्त नींद
नींद की कमी से न केवल सुस्ती आती है, बल्कि यह हृदय पर भी नकारात्मक प्रभाव डालती है। लगातार नींद की कमी से रक्तचाप बढ़ता है और हृदय रोग का खतरा लगभग 20% बढ़ जाता है।
इंसुलिन प्रतिरोध
यह समस्या केवल मधुमेह रोगियों में नहीं होती। जब शरीर शुगर लेवल बढ़ने से पहले ही इंसुलिन पर प्रतिक्रिया करना बंद कर देता है, तो यह हृदय की रक्त वाहिकाओं को प्रभावित करता है। इससे रक्तचाप बढ़ता है और चर्बी जमा होती है।
तनाव
आजकल तनाव एक सामान्य समस्या बन गई है। मानसिक तनाव का हृदय पर सीधा प्रभाव पड़ता है। जब शरीर तनाव में होता है, तो यह एड्रेनालाईन और कोर्टिसोल जैसे हार्मोन का उत्पादन करता है, जिससे रक्तचाप बढ़ता है और हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है।
पारिवारिक इतिहास
यदि आपके परिवार में किसी को 55 वर्ष (पुरुष) या 65 वर्ष (महिला) की उम्र से पहले दिल का दौरा पड़ा है, तो आपको भी इसका खतरा अधिक है। लेकिन आपकी जीवनशैली और आहार अधिक महत्वपूर्ण हैं।
मोटापा
मोटापा केवल दिखावे का मामला नहीं है, बल्कि यह हार्मोन, सूजन और चयापचय से जुड़ी गंभीर समस्या है। पेट के आसपास की चर्बी विशेष रूप से हानिकारक होती है, क्योंकि यह आंतरिक अंगों के आसपास जमा हो जाती है।
