दालों की कीमतों में भारी गिरावट, बाजार में राहत की लहर

मध्य प्रदेश में दालों की कीमतों में उल्लेखनीय गिरावट आई है, जिससे उपभोक्ताओं को राहत मिली है। तुअर, मूंग, और चना दाल की कीमतों में 10 से 45 प्रतिशत तक की कमी आई है। व्यापारी इसे कमजोर मांग और बढ़ती आवक का परिणाम मानते हैं। इस लेख में दालों की कीमतों में गिरावट के कारणों और भविष्य की संभावनाओं पर चर्चा की गई है।
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दालों की कीमतों में भारी गिरावट, बाजार में राहत की लहर

दालों की कीमतों में कमी


मध्य प्रदेश समाचार: दालों की कीमतों में गिरावट ने भोजन की थाली को राहत प्रदान की है। पिछले एक वर्ष में प्रमुख दालों के दामों में 10 से 45 प्रतिशत तक की कमी आई है। तुअर दाल अब थोक बाजार में 100 रुपए प्रति किलो से कम बिक रही है। उड़द और चना दाल की कीमतें भी 20 प्रतिशत तक घट गई हैं। वर्तमान में तुअर और मूंग दाल के दामों में केवल 10 रुपए का अंतर रह गया है, जो पिछले वर्ष 70 रुपए से अधिक था। व्यापारी इसे कमजोर मांग और बढ़ती आवक का परिणाम मानते हैं। आमों की बढ़ती खपत भी इस गिरावट का एक महत्वपूर्ण कारण है।


मटर दाल की कीमतें वर्तमान में 45 से 55 रुपए प्रति किलो के बीच हैं, जो तुअर दाल की तुलना में लगभग आधी हैं। मई 2024 में तुअर दाल की कीमत 151 से 178 रुपए प्रति किलो थी, जबकि अब यह 73 से 100 रुपए प्रति किलो तक आ गई है। महाराष्ट्र के लातूर में तुअर दाल के दाम यहां से लगभग 10 से 20 रुपए कम हैं।


इस प्रकार, आगे और गिरावट की संभावना बनी हुई है। मूंग दाल का थोक मूल्य इस समय 80 से 86 रुपए प्रति किलो है, जबकि पिछले वर्ष यह 102 से 105 रुपए प्रति किलो था। इस प्रकार, इसमें लगभग 18 से 20 प्रतिशत की कमी आई है।


चना दाल की कीमतों में भी गिरावट


चना दाल की कीमतें 86 से 91 रुपए से घटकर 70 से 78 रुपए प्रति किलो पर आ गई हैं। इसमें लगभग 18 प्रतिशत की गिरावट देखी गई है। इसका प्रभाव होटल और स्नैक उद्योग पर भी पड़ा है, जहां चना आधारित उत्पादों की लागत में कमी आई है।


पहली बार इतनी गिरावट, स्थिरता की उम्मीद


इंदौर दाल-चावल व्यापारी संघ के उपाध्यक्ष दयाल गंगवानी के अनुसार, वर्तमान में दाम निचले स्तर पर पहुंच चुके हैं। खरीफ सीजन की तैयारी के चलते बाजार में स्थिरता की उम्मीद है। आम की बढ़ती खपत और देश में दालों का उत्पादन और आयात दोनों में वृद्धि ने कीमतों पर बड़ा प्रभाव डाला है।