डिफेंस सेक्टर में 79,000 करोड़ के ऑर्डर से निवेशकों के लिए सुनहरा मौका

इस सप्ताह डिफेंस सेक्टर में 79,000 करोड़ रुपये के रक्षा सौदों की मंजूरी ने निवेशकों के लिए एक सुनहरा अवसर प्रस्तुत किया है। मोतीलाल ओसवाल ने चार प्रमुख डिफेंस शेयरों में निवेश की सलाह दी है, जिनसे तगड़ा रिटर्न मिलने की उम्मीद है। जानें इन कंपनियों के बारे में और कैसे यह मंजूरी भविष्य में ऑर्डर की कमी के डर को समाप्त करती है। क्या आप भी इस अवसर का लाभ उठाने के लिए तैयार हैं?
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डिफेंस सेक्टर में 79,000 करोड़ के ऑर्डर से निवेशकों के लिए सुनहरा मौका

डिफेंस शेयरों में हलचल

डिफेंस सेक्टर में 79,000 करोड़ के ऑर्डर से निवेशकों के लिए सुनहरा मौका

डिफेंस सेक्‍टर के शेयर

इस सप्ताह शेयर बाजार में निवेशकों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर आया है, विशेषकर उन लोगों के लिए जो डिफेंस सेक्टर में रुचि रखते हैं। सरकार के एक महत्वपूर्ण निर्णय ने बाजार में नई ऊर्जा भर दी है। दरअसल, 79,000 करोड़ रुपये के रक्षा सौदों को मंजूरी मिलने के बाद डिफेंस कंपनियों के शेयरों में तेजी आई है। इस विशाल राशि की स्वीकृति का सीधा प्रभाव उन कंपनियों पर पड़ेगा जो सेना के लिए हथियार और तकनीक का निर्माण करती हैं। इस घटनाक्रम के बाद, मोतीलाल ओसवाल ने डिफेंस सेक्टर पर एक विस्तृत रिपोर्ट जारी की है, जिसमें कहा गया है कि आने वाला समय इन कंपनियों के लिए लाभकारी हो सकता है। ब्रोकरेज ने विशेष रूप से चार डिफेंस शेयरों में निवेश की सलाह दी है, जिनसे निवेशकों को अच्छा रिटर्न मिलने की उम्मीद है।


मंजूरी का महत्व

हजारों करोड़ की मंजूरी के मायने क्या हैं?

रक्षा मंत्रालय की ‘डिफेंस एक्विजिशन काउंसिल’ (DAC) की हालिया बैठक में 79,000 करोड़ रुपये के प्रस्तावों को मंजूरी दी गई है। एक सामान्य निवेशक के दृष्टिकोण से, यह आंकड़ा काफी बड़ा है। इस नई मंजूरी के साथ, अब तक स्वीकृत कुल प्रस्तावों की कीमत 3.3 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गई है। यह राशि इतनी बड़ी है कि यह सरकार के वार्षिक रक्षा खर्च (जो लगभग 1.8 लाख करोड़ रुपये है) का लगभग दोगुना है।

मोतीलाल ओसवाल की रिपोर्ट में बताया गया है कि इस मंजूरी में केवल बंदूकें या गोला-बारूद नहीं, बल्कि उच्च तकनीकी उपकरण भी शामिल हैं। इसमें मिसाइल सिस्टम, एयर डिफेंस, निगरानी उपकरण, संचार डिवाइस और नौसेना के लिए आवश्यक सामग्री शामिल हैं। इसका मतलब है कि थल सेना, वायु सेना और नौसेना—तीनों का आधुनिकीकरण एक साथ किया जा रहा है, जिससे इन कंपनियों के पास काम की कोई कमी नहीं रहेगी।


ऑर्डर की प्राप्ति की संभावना

क्या तुरंत ऑर्डर मिलेंगे या करना होगा इंतजार?

निवेशकों के मन में अक्सर यह सवाल होता है कि क्या मंजूरी मिलने के तुरंत बाद कंपनियों के खाते में पैसा आ जाएगा? ब्रोकरेज फर्म ने इस पर स्पष्टता दी है। इन मंजूरियों का मतलब यह नहीं है कि अगले दिन ही ऑर्डर बुक में यह राशि जुड़ जाएगी। लेकिन, इसका सबसे बड़ा लाभ यह है कि भविष्य में ऑर्डर की कमी का डर अब समाप्त हो गया है।


ब्रोकरेज की पसंदीदा शेयर

इन शेयरों पर ब्रोकरेज ने लगाया दांव

ब्रोकरेज का मानना है कि चूंकि यह मंजूरी व्यापक है और इसमें विभिन्न प्रकार के उपकरण शामिल हैं, इसलिए अगले 2 से 4 वर्षों तक सरकारी और कुछ बड़ी निजी डिफेंस कंपनियों को लगातार काम मिलता रहेगा। कंपनियों के पास ऑर्डर की एक मजबूत पाइपलाइन तैयार हो गई है, जो उनके शेयरों में दीर्घकालिक तेजी का कारण बनेगी। मोतीलाल ओसवाल ने जिन शेयरों की खरीदारी की सलाह दी है, उनमें शामिल हैं:

Bharat Electronics (BEL)

ब्रोकरेज ने इस शेयर पर भरोसा जताते हुए इसे खरीदने की सलाह दी है। इसके लिए 500 रुपये का लक्ष्य रखा गया है, जो मौजूदा भाव से लगभग 27 प्रतिशत की वृद्धि का संकेत देता है।

Hindustan Aeronautics (HAL)

फाइटर जेट बनाने वाली इस प्रमुख कंपनी पर ब्रोकरेज का दृष्टिकोण सकारात्मक है। 5800 रुपये के लक्ष्य के साथ इसमें खरीदारी की सलाह दी गई है, जो निवेशकों को लगभग 32.6 प्रतिशत का लाभ दे सकता है।

Bharat Dynamics (BDL)

मिसाइल और हथियार बनाने वाली इस कंपनी के लिए 1478 रुपये का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जिसमें निवेशकों को लगभग 35.3 प्रतिशत का लाभ मिलने की संभावना है।

Astra Microwave Products Ltd

इस छोटी लेकिन मजबूत कंपनी को 1100 रुपये के लक्ष्य के साथ चुना गया है, जिसमें 12.2 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान है।

Zen Technologies

ज़ेन टेक्नोलॉजीज के लिए ब्रोकरेज का रुख थोड़ा सतर्क है। इसे ‘न्यूट्रल’ रेटिंग दी गई है और 1400 रुपये का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें सीमित वृद्धि की संभावना है। कुल मिलाकर, यदि आप दीर्घकालिक दृष्टिकोण से बाजार में हैं, तो डिफेंस सेक्टर की यह हलचल आपके पोर्टफोलियो के लिए लाभकारी साबित हो सकती है।