टाटा ग्रुप के TMPV शेयरों में गिरावट: मुनाफा बढ़ने के बावजूद निवेशकों की चिंता
TMPV शेयरों में गिरावट
टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स (TMPV) के निवेशकों को सोमवार, 17 नवंबर को एक बड़ा झटका लगा। कंपनी ने दूसरी तिमाही में 2110% का मुनाफा दर्ज किया, लेकिन इसके बावजूद TMPV के शेयरों में शुरुआती कारोबार में 7% से अधिक की गिरावट आई। निवेशक यह जानकर हैरान थे कि इतनी बड़ी वृद्धि के बावजूद शेयर क्यों गिरे। इसका कारण कंपनी के लक्जरी ब्रांड जगुआर लैंड रोवर (JLR) का कमजोर प्रदर्शन है।
शेयर गिरावट की असली वजह
भारत में टाटा के पैसेंजर और इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग अपेक्षानुसार बनी हुई है, लेकिन JLR के लिए स्थिति काफी चुनौतीपूर्ण है। प्रमुख वैश्विक बाजारों जैसे चीन, यूरोप और अमेरिका में JLR की बिक्री में कमी आई है। इसके अलावा, एक बड़ी साइबर घटना ने कंपनी के उत्पादन और सप्लाई चेन को प्रभावित किया है।
मुनाफे में उछाल, लेकिन असल तस्वीर कुछ और!
दूसरी तिमाही में TMPV ने ₹76,170 करोड़ का मुनाफा दिखाया, जो देखने में काफी बड़ा लगता है। लेकिन यह लाभ मुख्यतः ₹82,616 करोड़ के एक बार के लाभ के कारण था। यदि इस एक बार की राशि को हटा दिया जाए, तो कंपनी को वास्तव में तिमाही में ₹6,368 करोड़ का घाटा हुआ। पिछले साल इसी तिमाही में कंपनी को मुनाफा हुआ था, इसलिए असली ऑपरेशन कमजोर नजर आए। कुल राजस्व भी 13.5% घटकर ₹72,349 करोड़ पर आ गया, जिससे निवेशकों की चिंता और बढ़ गई।
JLR का नुकसान और भविष्य के अनुमान बिगड़े
साइबर हमले के कारण JLR को इस तिमाही में 559 मिलियन पाउंड का घाटा हुआ। उत्पादन कई दिनों तक रुका रहा, जिससे कंपनी को सालाना प्रदर्शन का अनुमान भी घटाना पड़ा। पहले JLR वित्त वर्ष 2026 के लिए 57% ऑपरेटिंग मार्जिन का लक्ष्य रखता था, अब इसे घटाकर 02% कर दिया गया है। फ्री कैश फ्लो का अनुमान भी 2.22.5 बिलियन पाउंड के नकारात्मक दायरे में कर दिया गया है। इससे स्पष्ट है कि JLR के लिए आने वाले महीनों में हालात आसान नहीं होंगे।
ब्रोकरेज फर्मों ने क्या कहा?
मोतीलाल ओसवाल ने TMPV स्टॉक पर ‘सेल’ रेटिंग दी है और ₹312 का लक्ष्य मूल्य निर्धारित किया है। उनका कहना है कि कमजोर वैश्विक मांग और VME (वॉल्यूम-मिक्स) दबाव के चलते JLR की रिकवरी जल्द संभव नहीं लगती। नुवामा ने स्टॉक को ‘रिड्यूस’ रेटिंग दी है और ₹385 का लक्ष्य रखा है, जबकि ICICI सिक्योरिटीज ने इसे ‘होल्ड’ में डाउनग्रेड करते हुए लक्ष्य घटाकर ₹375 कर दिया है। विश्लेषकों की राय स्पष्ट है कि JLR के कारण टाटा के लिए आने वाले दो-तीन क्वार्टर चुनौतीपूर्ण रहेंगे।
