गौतम अडानी ने IIM लखनऊ में छात्रों को सफलता के नए आयाम बताए

गौतम अडानी ने IIM लखनऊ में छात्रों को संबोधित करते हुए सफलता की नई परिभाषा प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि असली सफलता पारंपरिक ढांचों का पालन करने में नहीं, बल्कि नए रास्ते बनाने में है। अडानी ने धारावी के पुनर्विकास की चुनौती को स्वीकार करते हुए कहा कि यह केवल एक झुग्गी को बदलने का कार्य नहीं है, बल्कि उन लाखों लोगों को सम्मान लौटाने का प्रयास है जो मुंबई के निर्माण में शामिल थे।
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गौतम अडानी ने IIM लखनऊ में छात्रों को सफलता के नए आयाम बताए

सफलता की नई परिभाषा

गौतम अडानी, अडानी समूह के अध्यक्ष, ने 7 अगस्त 2025 को IIM लखनऊ में छात्रों को संबोधित करते हुए सफलता की एक नई परिभाषा प्रस्तुत की। उन्होंने कहा कि वास्तविक दुनिया में ऐसे क्षण आते हैं जब पारंपरिक व्यापार मॉडल विफल हो जाते हैं और आगे का रास्ता अनिश्चित होता है। ऐसे समय में, उन्होंने बताया, सच्ची सफलता स्थापित ढांचों का पालन करने में नहीं, बल्कि नए रास्ते बनाने और अपनी कहानी लिखने में है।


अनपेक्षित क्षणों का महत्व

अडानी ने कहा, "मैंने सीखा है कि असली दुनिया उन क्षणों से बनी है जिनका कोई उदाहरण नहीं होता। जब ये अनपेक्षित क्षण आते हैं, तब सफलता इस बात में है कि आप अपनी कहानी कैसे बनाते हैं। इतिहास उन लोगों द्वारा नहीं बनाया जाता जो मौजूदा मॉडल को अच्छी तरह से लागू करते हैं, बल्कि यह हमारे साहस और नेतृत्व से बनता है जो नए रास्ते बनाते हैं।"


धारावी का पुनर्विकास

गौतम अडानी ने धारावी के पुनर्विकास की चुनौती को भी स्वीकार किया, न केवल एक झुग्गी को बदलने के लिए, बल्कि उन लाखों लोगों को सम्मान लौटाने के लिए जो मुंबई के निर्माण में शामिल थे लेकिन पीछे रह गए। उन्होंने कहा, "धारावी एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी है। हर बार जब मैं मुंबई जाता हूं, तो वहां की झुग्गियां मेरी अंतरात्मा को परेशान करती हैं। कोई भी राष्ट्र तब तक नहीं उठ सकता जब तक उसके इतने सारे लोग सम्मान के बिना जीते हैं।"