क्या रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में मुनाफावसूली का सही समय है?

रिलायंस इंडस्ट्रीज ने 2025 में 28% की शानदार वृद्धि दर्ज की है, जबकि सेंसेक्स में केवल 8% की बढ़त हुई। क्या अब मुनाफावसूली का सही समय है? कंपनी का विविध व्यवसाय मॉडल, रिटेल और डिजिटल सेवाओं में वृद्धि, और हालिया क्रेडिट रेटिंग अपग्रेड ने निवेशकों का विश्वास बढ़ाया है। जानें कि क्या आपको अपने शेयरों को होल्ड करना चाहिए या मुनाफा निकालना चाहिए।
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क्या रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में मुनाफावसूली का सही समय है?

रिलायंस इंडस्ट्रीज की शानदार वृद्धि

क्या रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में मुनाफावसूली का सही समय है?

रिलायंस इंडस्ट्रीज

वर्ष 2025 भारतीय शेयर बाजार के लिए कुछ खास नहीं रहा, लेकिन रिलायंस इंडस्ट्रीज ने निवेशकों को निराश नहीं किया। जबकि सेंसेक्स में सालाना वृद्धि लगभग 8% रही, रिलायंस के शेयरों ने 28% की शानदार बढ़त दिखाई। हाल ही में, शेयर 1,565 रुपये के स्तर पर बंद हुआ और अपने उच्चतम स्तर 1,580 रुपये के करीब बना हुआ है। आइए समझते हैं कि क्या अब मुनाफावसूली का समय है या इसे होल्ड करना चाहिए।

रिलायंस की सबसे बड़ी ताकत इसका विविध व्यवसाय मॉडल है। तेल-रिफाइनिंग से लेकर टेलीकॉम, रिटेल और डिजिटल प्लेटफॉर्म तक, कंपनी कई क्षेत्रों में मजबूती से स्थापित है। वैश्विक बाजारों में उतार-चढ़ाव के बावजूद, रिलायंस की कमाई पर इसका प्रभाव कम पड़ा है। हालिया तिमाही परिणामों में मुनाफे और ऑपरेटिंग आय में अच्छी वृद्धि देखने को मिली है, जिससे निवेशकों का विश्वास और मजबूत हुआ है.


हर क्षेत्र में रिलायंस की मजबूती

तेल से डिजिटल तक, हर मोर्चे पर मजबूती

कंपनी का ऑयल-टू-केमिकल (O2C) कारोबार अंतरराष्ट्रीय चुनौतियों के बावजूद स्थिर रहा। रिफाइनिंग मार्जिन में सुधार और पेट्रोकेमिकल उत्पादों की मांग ने इस क्षेत्र को सहारा दिया। दूसरी ओर, जियो रिलायंस का सबसे बड़ा विकास इंजन बनकर उभरा है। 5G नेटवर्क, डिजिटल सेवाओं, एआई और डेटा व्यवसाय में निवेश से जियो लगातार नए ग्राहक जोड़ रहा है और उसकी आय भी बढ़ रही है.


रिटेल और मीडिया का योगदान

रिटेल और मीडिया ने बढ़ाया दम

रिलायंस रिटेल की उपस्थिति अब छोटे शहरों और ऑनलाइन प्लेटफार्मों तक फैल चुकी है। जियोमार्ट और त्वरित डिलीवरी सेवाओं ने कंपनी को आम उपभोक्ताओं से और जोड़ दिया है। इसके साथ ही, मीडिया और स्ट्रीमिंग व्यवसाय ने भी कंपनी की आय में नया आयाम जोड़ा है, जहां मुनाफा मार्जिन काफी बेहतर माना जा रहा है.


क्रेडिट रेटिंग में सुधार

क्रेडिट रेटिंग अपग्रेड से बढ़ा भरोसा

दिसंबर 2025 में रिलायंस की क्रेडिट रेटिंग को अपग्रेड करना एक सकारात्मक संकेत माना जा रहा है। इससे स्पष्ट है कि कंपनी की आय अब अधिक स्थिर और अनुमानित हो रही है। भविष्य में रिटेल और डिजिटल व्यवसाय से कंपनी को नकदी का बड़ा हिस्सा मिलने की उम्मीद है.


क्या मुनाफावसूली करनी चाहिए?

क्या अब मुनाफावसूली करनी चाहिए?

यह सवाल अब आम निवेशकों के मन में है। शेयर अपने ऑल-टाइम हाई के करीब है, इसलिए शॉर्ट-टर्म निवेशकों के लिए मुनाफावसूली का लालच स्वाभाविक है। हालांकि, लंबे समय के दृष्टिकोण से रिलायंस का ध्यान ग्रीन एनर्जी, रिन्यूएबल्स, हाइड्रोजन और नई तकनीक पर है, जो भविष्य में बड़ी वैल्यू बना सकता है.