कृषि क्षेत्र में बदलाव लाने वाली पीएम धन-धान्य कृषि योजना

कृषि क्षेत्र में नई दिशा
चेन्नई, 17 जुलाई: तमिलनाडु के भाजपा नेता और पार्टी प्रवक्ता ए.एन.एस. प्रसाद ने हाल ही में शुरू की गई पीएम धन-धान्य कृषि योजना को एक क्रांतिकारी कदम बताया है, जो भारत के कृषि भविष्य को नया आकार देगी।
प्रसाद ने इसे "कृषि पुनरुत्थान की एक अग्रणी पहल" करार दिया और कहा कि यह योजना कृषि प्रथाओं में नए वैश्विक मानक स्थापित करेगी और लाखों किसानों के जीवन में सुधार लाएगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में शुरू की गई इस योजना को केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा स्वीकृति दी गई है, जिसमें छह वर्षों के लिए 24,000 करोड़ रुपये का वार्षिक आवंटन किया गया है, जो कि 2025-26 के केंद्रीय बजट से शुरू होगा। इसका उद्देश्य 1.7 करोड़ किसानों को लाभ पहुंचाना और 20 करोड़ ग्रामीण भारतीयों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव डालना है।
प्रसाद ने कहा, "धन-धान्य कृषि योजना भारत के कृषि क्षेत्र में नवाचार, पुनर्जागरण और विकास का युग लाएगी।"
उन्होंने आगे कहा, "यह प्रधानमंत्री की किसानों को सशक्त बनाने और 2047 तक भारत को आत्मनिर्भर और विकसित राष्ट्र में बदलने की अटूट प्रतिबद्धता का एक उज्ज्वल उदाहरण है।"
योजना की एक प्रमुख विशेषता इसका समग्र दृष्टिकोण है। यह 36 मौजूदा योजनाओं को एकीकृत करेगी और देश के 100 जिलों में लागू की जाएगी। लक्षित जिले कम फसल उत्पादकता, मध्यम फसल घनत्व और औसत से कम ऋण प्रवेश के लिए जाने जाते हैं, जो अक्सर मुख्यधारा के कृषि विकास में पीछे रह जाते हैं।
यह योजना फसल विविधीकरण, सतत कृषि प्रथाओं, उपज के बाद भंडारण और बेहतर सिंचाई सुविधाओं को बढ़ावा देने पर केंद्रित है। इसका उद्देश्य आधुनिक कृषि तकनीकों को पेश करना और संभावित और वास्तविक कृषि उत्पादकता के बीच के अंतर को पाटना है, जिससे किसानों की आय में वृद्धि और उनके जीवन स्तर में सुधार होगा।
प्रसाद ने कहा, "धन-धान्य कृषि योजना केवल एक नीति नहीं है; यह हमारे राष्ट्र की रीढ़ -- किसानों को सशक्त बनाने का एक मिशन है।"
"यह कृषि समुदायों में नई आत्मविश्वास और आशा लाएगी और एक समृद्ध और लचीले ग्रामीण भारत के लिए रास्ता तैयार करेगी," उन्होंने कहा।
इस योजना की दीर्घकालिक दृष्टि और रणनीतिक योजना के साथ, यह भारत की कृषि उत्कृष्टता की यात्रा में एक महत्वपूर्ण आधारशिला बनने की उम्मीद है, जिससे देश को सतत कृषि में एक वैश्विक शक्ति बनाया जा सकेगा।