कराची स्टॉक एक्सचेंज में भारी गिरावट, निवेशकों को 32 हजार करोड़ का नुकसान

कराची स्टॉक एक्सचेंज में हाल ही में आई भारी गिरावट ने निवेशकों को 32 हजार करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाया है। दिल्ली में हुए ब्लास्ट के बाद यह आर्थिक संकट उत्पन्न हुआ है, जिससे पाकिस्तान के शेयर बाजार में गिरावट का सामना करना पड़ा है। जानें इस स्थिति के पीछे के कारण और भविष्य में संभावित प्रभाव।
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कराची स्टॉक एक्सचेंज में भारी गिरावट, निवेशकों को 32 हजार करोड़ का नुकसान

पाकिस्तान में आर्थिक संकट की नई लहर

कराची स्टॉक एक्सचेंज में भारी गिरावट, निवेशकों को 32 हजार करोड़ का नुकसान

मंगलवार को कराची से एक महत्वपूर्ण समाचार सामने आया है।

दिल्ली में हुए ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान से एक बड़ी खबर आई है। कराची में एक ऐसा आर्थिक संकट उत्पन्न हुआ है, जो पिछले चार हफ्तों में नहीं देखा गया था। कराची स्टॉक एक्सचेंज में एक महीने में सबसे बड़ी गिरावट आई है, जिसमें डेढ़ प्रतिशत से अधिक की कमी आई है। नवंबर में यह कराची स्टॉक एक्सचेंज की सबसे बड़ी गिरावट है, और यह चौथे दिन गिरावट का सामना कर रहा है। लगातार दो दिनों की तेजी के बाद, पाकिस्तान के शेयर बाजार में यह बड़ी गिरावट आई है, जिससे निवेशकों को लगभग 32 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। आइए जानते हैं कराची स्टॉक एक्सचेंज पर क्या आंकड़े सामने आ रहे हैं।

कराची में आर्थिक हलचल

कराची स्टॉक एक्सचेंज में मंगलवार को भारी हलचल देखने को मिली। आंकड़ों के अनुसार, कारोबारी सत्र के दौरान कराची स्टॉक एक्सचेंज में 1.61 प्रतिशत यानी 2,610.03 अंकों की गिरावट आई, जिसके बाद यह 1,58,928.38 अंकों पर पहुंच गया। यह 13 अक्टूबर के बाद की सबसे बड़ी गिरावट है, जब एक्सचेंज 2.85 प्रतिशत की गिरावट के साथ 158,443.42 अंकों पर बंद हुआ था। मंगलवार को एक्सचेंज मामूली गिरावट के साथ 161,468.13 अंकों पर खुला था। सत्र के दौरान, यह 158,928.38 अंकों के निचले स्तर पर पहुंच गया। दोपहर 3:07 बजे, एक्सचेंज 2,034.71 अंकों की गिरावट के साथ 159,503.70 अंकों पर कारोबार कर रहा था।

निवेशकों को भारी नुकसान

इस गिरावट के कारण एक्सचेंज की वैल्यूएशन में कमी आई है, जिससे पाकिस्तान के निवेशकों को बड़ा नुकसान हुआ है। आंकड़ों के अनुसार, एक दिन पहले कराची स्टॉक एक्सचेंज की वैल्यूएशन 70.15 बिलियन डॉलर थी, जो अब घटकर 69.02 बिलियन डॉलर पर आ गई है। इसका मतलब है कि निवेशकों को 1 बिलियन डॉलर से अधिक का नुकसान हुआ है, जो कि लगभग 32 हजार करोड़ रुपये के बराबर है। यह एक गंभीर स्थिति है। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में पाकिस्तान के शेयर बाजार में और गिरावट देखने को मिल सकती है।