आरबीआई ने रेपो दर को 5.5% पर स्थिर रखा, वैश्विक बदलावों पर नजर
भारतीय रिजर्व बैंक ने अपनी रेपो दर को 5.5% पर बनाए रखने का निर्णय लिया है। गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कहा कि केंद्रीय बैंक वैश्विक परिवर्तनों, विशेषकर अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए टैरिफ के प्रभाव पर ध्यान दे रहा है। यह निर्णय 4 अगस्त को हुई मौद्रिक नीति समिति की बैठक में लिया गया। जानें इस निर्णय के पीछे के कारण और इसके संभावित प्रभावों के बारे में।
Aug 6, 2025, 11:47 IST
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आरबीआई की मौद्रिक नीति पर निर्णय
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बुधवार को अपनी बेंचमार्क रेपो दर को 5.5% पर बनाए रखने का निर्णय लिया। यह निर्णय 4 अगस्त को आयोजित छह सदस्यीय मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक में लिया गया। अगस्त की मौद्रिक नीति बयान में, आरबीआई के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कहा कि केंद्रीय बैंक अपनी 'तटस्थ' स्थिति बनाए रखेगा क्योंकि वह टैरिफ के विकास पर ध्यान दे रहा है। जून में, एमपीसी ने 50 आधार अंकों की कटौती की घोषणा की थी।
गवर्नर संजय मल्होत्रा ने बताया कि केंद्रीय बैंक वैश्विक परिवर्तनों, विशेषकर भारत पर ट्रम्प द्वारा लगाए गए टैरिफ के प्रभाव पर ध्यान दे रहा है। मल्होत्रा ने कहा, “हम आने वाले डेटा पर करीबी नजर रख रहे हैं।”