आरबीआई की मौद्रिक नीति: रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं, GDP ग्रोथ का अनुमान बढ़ा

आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति की बैठक

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने एक बार फिर रेपो रेट में कोई परिवर्तन नहीं किया है। केंद्रीय बैंक की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की हालिया बैठक में, गवर्नर संजय मल्होत्रा ने बताया कि सभी सदस्यों ने सर्वसम्मति से नीतिगत दरों को स्थिर रखने का निर्णय लिया है।
आरबीआई ने मौद्रिक नीति समिति की बैठक में रेपो रेट को 5.5% पर बनाए रखा है। त्योहारों के समय ग्राहकों को लोन की EMI में राहत की उम्मीद थी, लेकिन इस निर्णय ने उन्हें निराश किया है।
रियल GDP ग्रोथ का अनुमान
आरबीआई ने 1 अक्टूबर 2025 को अपनी मौद्रिक नीति समिति की बैठक में वित्त वर्ष 2025-26 के लिए रियल GDP ग्रोथ का अनुमान 6.5% से बढ़ाकर 6.8% कर दिया है। गवर्नर मल्होत्रा ने कहा कि GST को तर्कसंगत बनाने से महंगाई पर नियंत्रण की उम्मीद है।
‘ग्लोबल इकोनॉमी में उतार-चढ़ाव’
गवर्नर ने कहा कि GST दरों में कमी से महंगाई में गिरावट आएगी। वैश्विक अर्थव्यवस्था में तेजी से बदलाव हो रहे हैं और इसमें भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहे हैं। खाद्य कीमतों में कमी से महंगाई में गिरावट का अनुमान है, FY26 में महंगाई दर 3.1% से घटकर 2.6% होने की संभावना है।
बाजार पर RBI की नजर
गवर्नर ने बताया कि केंद्रीय बैंक बाजार में उतार-चढ़ाव के बीच रुपये की स्थिति पर ध्यान दे रहा है। उन्होंने कहा कि CRR में कटौती से बैंकिंग प्रणाली में तरलता में सुधार होगा, जिससे वित्तीय स्थिरता को बढ़ावा मिलेगा।
महंगाई पर गवर्नर का बयान
गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कहा कि कोर इन्फ्लेशन 4.2% पर बनी हुई है, जो दर्शाती है कि अर्थव्यवस्था में मूल्य दबाव काफी हद तक नियंत्रित हैं।