अमित शाह की बैठक में जनगणना 2025 की तैयारियों की समीक्षा

जनगणना की तैयारियों का अंतिम चरण
अमित शाह ने जनगणना की तैयारियों को लेकर अधिकारियों के साथ की बैठक.
देश की अगली जनगणना की तैयारियां अब अंतिम चरण में हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को नई दिल्ली में एक उच्च स्तरीय बैठक में 2025 की जनगणना की तैयारियों की समीक्षा की। इस बैठक में केंद्रीय गृह सचिव, पंजीयक जनरल और जनगणना आयुक्त सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए।
सूत्रों के अनुसार, जनगणना के लिए अधिसूचना 16 जून, सोमवार को भारत के राजपत्र में प्रकाशित की जाएगी, जिससे जनगणना प्रक्रिया औपचारिक रूप से शुरू हो जाएगी।
यह जनगणना देश की 16वीं होगी और स्वतंत्रता के बाद की 8वीं जनगणना होगी। पहली बार यह प्रक्रिया डिजिटल माध्यम से संपन्न की जाएगी, जिसके लिए एक विशेष मोबाइल एप्लिकेशन विकसित किया गया है। नागरिकों के लिए स्व-गणना का विकल्प भी उपलब्ध होगा।
जनगणना के दो चरण
दो चरणों में होगी जनगणना
जनगणना को दो चरणों में पूरा किया जाएगा। पहले चरण को हाउसलिस्टिंग ऑपरेशन कहा जाएगा, जिसमें प्रत्येक घर की आवासीय स्थिति, संपत्ति और बुनियादी सुविधाओं से संबंधित जानकारी एकत्र की जाएगी।
दूसरे चरण में जनसंख्या गणना की जाएगी, जिसमें प्रत्येक व्यक्ति की जनसांख्यिकीय, सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक, सांस्कृतिक और अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां एकत्र की जाएंगी।
इस बार की जनगणना में जातिगत आंकड़े भी एकत्र किए जाएंगे, जिसे जाति जनगणना के रूप में देखा जा रहा है। यह पहली बार होगा जब इतनी व्यापक सामाजिक जानकारी को आधिकारिक रूप से दर्ज किया जाएगा।
डेटा संग्रह में सुरक्षा मानकों का ध्यान
डेटा संग्रह में सुरक्षा मानकों को विशेष प्राथमिकता
इस व्यापक जनगणना प्रक्रिया को संचालित करने के लिए लगभग 34 लाख गणनाकार और पर्यवेक्षक तथा 1.3 लाख से अधिक प्रशिक्षित जनगणना कर्मचारी तैनात किए जाएंगे।
सूत्रों ने बताया कि डिजिटल माध्यम से डेटा एकत्र करने के लिए सुरक्षा मानकों को विशेष प्राथमिकता दी गई है। डेटा के संग्रह, प्रेषण और भंडारण के दौरान सख्त डाटा सुरक्षा उपाय लागू किए जाएंगे, ताकि किसी भी प्रकार की जानकारी का दुरुपयोग न हो सके।
जनगणना की प्रक्रिया पारदर्शी, सटीक और समावेशी होगी। यह केवल आंकड़ों का संग्रह नहीं है, बल्कि नीति निर्माण, संसाधनों के वितरण और विकास योजनाओं की आधारशिला भी है।