अडानी ग्रुप का बयान: इजराइल के हाइफा पोर्ट को नहीं हुआ कोई नुकसान

गौतम अडानी का बड़ा बयान
गौतम अडानी
ईरान और इजराइल के बीच चल रहे संघर्ष में हालात गंभीर बने हुए हैं। इस बीच, एशिया के सबसे धनी व्यवसायी गौतम अडानी के इजराइल में संभावित नुकसान की खबरें आई थीं। लेकिन अब अडानी ग्रुप के मुख्य वित्तीय अधिकारी जुगेशिंदर रॉबी सिंह ने स्पष्ट किया है कि ईरानी बैलिस्टिक मिसाइल हमले से हाइफा पोर्ट को कोई नुकसान नहीं हुआ है। यह हमला ईरान द्वारा इजराइल के परमाणु ठिकानों पर किए गए हमले का जवाब था।
जानकारी का स्रोत
मामले से जुड़े दो सूत्रों ने बताया कि पोर्ट के रासायनिक टर्मिनल पर कुछ शार्पनेल गिरे, लेकिन कोई हताहत नहीं हुआ। उन्होंने यह भी बताया कि किशन वेस्ट में इंटरसेप्टर छर्रे का एक टुकड़ा मिला, लेकिन फिर भी कोई जनहानि नहीं हुई। सूत्रों के अनुसार, ईरानी हमले से पोर्ट के संचालन पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ा है। वर्तमान में हाइफा पोर्ट सामान्य रूप से कार्यरत है, जहां रविवार को आठ जहाज माल का प्रबंधन कर रहे थे।
सूत्रों ने यह भी बताया कि पोर्ट इजराइल के परिवहन मंत्रालय के साथ मिलकर काम कर रहा है और सभी सुरक्षा मानकों का पालन कर रहा है। इसके अलावा, हाइफा के पास स्थित चीनी पोर्ट भी सामान्य गतिविधियों में लगा हुआ है। हाइफा पोर्ट इजराइल के आयात का 30 प्रतिशत से अधिक संभालता है, जो इसे एक महत्वपूर्ण समुद्री केंद्र बनाता है।
डील का इतिहास
अडानी पोर्ट्स ने 2023 में इजराइल के गैडोट ग्रुप के साथ मिलकर हाइफा पोर्ट की 70 प्रतिशत हिस्सेदारी 1.2 बिलियन डॉलर में खरीदी थी। यह पोर्ट नॉर्थ इजराइल में स्थित है और अडानी पोर्ट्स के सालाना कार्गो वॉल्यूम में लगभग 3 प्रतिशत का योगदान देता है। हालाँकि, मिसाइलों ने बंदरगाह के पास एक प्रमुख तेल रिफाइनरी को नुकसान पहुँचाया हो सकता है, लेकिन इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।