SIP बनाम PPF: कौन सा निवेश विकल्प बेहतर है?

इस लेख में हम SIP और PPF के बीच तुलना करेंगे, यह समझते हुए कि कौन सा विकल्प आपके लिए बेहतर है। यदि आप 7,500 रुपये प्रति माह बचत करते हैं, तो अगले 15 वर्षों में आपको कौन सा निवेश अधिक लाभ देगा, यह जानने के लिए पढ़ें। हम आपको बताएंगे कि कैसे छोटी बचत से बड़ा फंड बनाया जा सकता है और किस योजना में आपको अधिक रिटर्न मिल सकता है।
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SIP और PPF का महत्व

आज के समय में आय अर्जित करना कठिन है, लेकिन उससे भी ज्यादा चुनौतीपूर्ण है उस आय को बचाना और सही तरीके से निवेश करना। महंगाई के कारण महीने के अंत में अक्सर लोगों का बजट बिगड़ जाता है। वित्तीय सुरक्षा के लिए यह महत्वपूर्ण है कि आप अपनी सैलरी से अधिक बचत करें और उसे सही तरीके से निवेश करें।


भविष्य की आवश्यकताओं के लिए सही निवेश विकल्प का चयन हमेशा से एक चुनौती रहा है। आमतौर पर, लोग पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (PPF) को सबसे सुरक्षित मानते हैं, जबकि सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) ने धन सृजन के क्षेत्र में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। आज हम आंकड़ों के माध्यम से देखेंगे कि यदि आप 7,500 रुपये प्रति माह बचत करते हैं, तो अगले 15 वर्षों में कौन सा विकल्प आपको अधिक लाभ देगा।


छोटी बचत से बड़ा फंड

यदि आपकी वार्षिक बचत 90,000 रुपये है, यानी प्रति माह 7,500 रुपये, तो इसे निवेश करने के दो तरीके हैं: या तो आप एक बार में पीपीएफ में निवेश करें या हर महीने 7,500 रुपये एसआईपी में डालें। दोनों ही नियमित निवेश के बेहतरीन विकल्प हैं, लेकिन 15 वर्षों में इनके रिटर्न में बड़ा अंतर देखने को मिलता है। इस अवधि में आपकी कुल निवेश राशि 13.5 लाख रुपये होगी।


PPF से मिलने वाला रिटर्न

अब हम पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (PPF) की बात करते हैं। यह योजना उन लोगों के लिए आदर्श है जो अपने पैसे को किसी भी प्रकार के जोखिम में नहीं डालना चाहते। यदि आप 15 वर्षों तक हर साल 90,000 रुपये इस खाते में जमा करते हैं, तो मौजूदा 7.1% ब्याज दर के अनुसार, आपको लगभग 24.4 लाख रुपये का फंड मिलेगा।


SIP में रिटर्न का संभावित लाभ

अब म्यूचुअल फंड एसआईपी की बात करें। यहां जोखिम थोड़ा अधिक होता है, लेकिन रिटर्न की संभावनाएं भी उतनी ही अधिक होती हैं। यदि आप वही 90,000 रुपये सालाना (यानी 7,500 रुपये प्रति माह) एसआईपी में निवेश करते हैं, तो गणना पूरी तरह बदल जाती है।


शेयर बाजार के ऐतिहासिक प्रदर्शन को देखते हुए, लंबी अवधि के लिए औसतन 12% का वार्षिक रिटर्न माना जा सकता है। इस हिसाब से, 15 वर्षों में आपका कुल फंड लगभग 37.8 लाख रुपये तक पहुंच सकता है।