Nitin Gadkari का मास्टर स्ट्रोक: NHAI को 12000 करोड़ का लाभ

Nitin Gadkari का अनोखा कदम
नई दिल्ली: केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को उनके नवाचारों के लिए जाना जाता है। उन्होंने एक बार फिर अपनी अनोखी सोच से सबको चौंका दिया है। गडकरी ने एक बड़ा मास्टर स्ट्रोक खेला है, जिसके परिणामस्वरूप एनएचएआई को 1,200 करोड़ रुपये का लाभ हुआ है।
वास्तव में, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने इस वित्तीय वर्ष में 56,000 करोड़ रुपये के कर्ज का पूर्व भुगतान किया है। इससे एनएचएआई को लगभग 1,200 करोड़ रुपये की ब्याज लागत में बचत हुई है। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने यह जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि इस वित्तीय वर्ष की शुरुआत में एनएचएआई का कुल कर्ज 3.35 लाख करोड़ रुपये था, जो 2024-25 की तीसरी तिमाही के अंत तक घटकर लगभग 2.76 लाख करोड़ रुपये रह गया। एनएचएआई अपने कर्ज के बोझ को कम करने में सफल हो रहा है।
प्रीपेमेंट का क्या अर्थ है?
कर्ज का प्रीपेमेंट का मतलब है कि आप किसी कर्ज को उसकी निर्धारित अवधि से पहले चुका देते हैं। जैसे, यदि आपने एक कार लोन लिया है और उसका भुगतान 5 साल में करना है, लेकिन आप 3 साल में ही पूरा लोन चुका देते हैं, तो इसे प्रीपेमेंट कहा जाता है। इसका सबसे बड़ा लाभ यह है कि आप ब्याज की एक बड़ी राशि बचा सकते हैं।
एनएचएआई को धन कहां से मिला?
एनएचएआई भारत सरकार के सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के अधीन एक स्वायत्त निकाय है, जो देश के राष्ट्रीय राजमार्गों के विकास, रखरखाव और प्रबंधन के लिए जिम्मेदार है। एनएचएआई की स्थापना 1988 में हुई थी।
एनएचएआई ने InvIT से 15,700 करोड़ रुपये का उपयोग कर्ज के पूर्व भुगतान के लिए किया है। इसके अतिरिक्त, राष्ट्रीय लघु बचत निधि (30,000 करोड़ रुपये) और भारतीय स्टेट बैंक (10,000 करोड़ रुपये) को भी 40,000 करोड़ रुपये का कर्ज चुकाया गया है। ये संस्थान ऊंची ब्याज दरें वसूलते थे। पिछले साल के बजट में वित्त मंत्री ने एनएचएआई के लिए 1.68 लाख करोड़ रुपये का आवंटन किया था।
सरकार की क्या योजना है?
यह कदम एनएचएआई की वित्तीय स्थिति को मजबूत करने में सहायक होगा। कर्ज कम होने से ब्याज पर खर्च भी घटेगा। बचे हुए धन का उपयोग नए राजमार्ग परियोजनाओं के लिए किया जा सकता है। InvIT एक प्रकार का निवेश ट्रस्ट है, जिससे एनएचएआई को धन प्राप्त हुआ। राष्ट्रीय लघु बचत निधि और SBI को कर्ज चुकाने से एनएचएआई को ऊंची ब्याज दरों से राहत मिली है।
सरकार का उद्देश्य है कि एनएचएआई की वित्तीय स्थिति और मजबूत हो, जिससे देश में बुनियादी ढांचे के विकास को गति मिले। नए राजमार्गों के निर्माण से यातायात सुगम होगा और अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा। एनएचएआई का कर्ज कम होना देश के लिए एक सकारात्मक संकेत है।