KVS Castings का IPO: BSE SME पर शानदार शुरुआत

KVS Castings ने BSE SME पर अपने IPO के साथ शानदार शुरुआत की है, जिसमें निवेशकों को 24.30% का लाभ मिला। कंपनी ने 150 से अधिक उत्पादों का निर्माण किया है और इसके IPO को 4 गुना से अधिक की बोली मिली। जानें कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन और IPO के पैसे का उपयोग कैसे किया जाएगा। क्या यह निवेशकों के लिए एक अच्छा अवसर है? पूरी जानकारी के लिए पढ़ें।
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KVS Castings का IPO: BSE SME पर शानदार शुरुआत

KVS Castings IPO Listing

KVS कास्टिंग्स, जो सस्पेंशन ब्रेकेट्स, ब्रेक ड्रम्स, गियरबॉक्स हाउसिंग, पंप बॉडीज और ऑयल फिल्टर्स जैसे 150 से अधिक उत्पादों का निर्माण करती है, ने आज BSE SME पर शानदार शुरुआत की। इसके IPO को 4 गुना से अधिक की बोली मिली थी। शेयर ₹56.00 के मूल्य पर जारी किए गए थे और आज BSE SME पर इनकी कीमत ₹66.30 रही, जिससे निवेशकों को 18.39% का लिस्टिंग लाभ मिला। लिस्टिंग के बाद, शेयर की कीमत और बढ़कर ₹69.61 (KVS Castings Share Price) के अपर सर्किट पर पहुंच गई, जिससे पहले कारोबारी दिन के अंत में निवेशकों को 24.30% का मुनाफा हुआ।


KVS Castings IPO के पैसे का उपयोग

KVS कास्टिंग्स का ₹27.83 करोड़ का IPO 26-30 सितंबर के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था। इस IPO को निवेशकों से अच्छा रिस्पांस मिला और यह 4.09 गुना सब्सक्राइब हुआ। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 6.03 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 5.02 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 2.60 गुना भरा गया। इस IPO के तहत ₹10 की फेस वैल्यू वाले 49.70 लाख नए शेयर जारी किए गए हैं। इन शेयरों से प्राप्त धन का उपयोग ₹21.50 करोड़ वर्किंग कैपिटल की जरूरतों और अन्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों पर किया जाएगा।


कंपनी का वित्तीय प्रदर्शन

वर्ष 2023 में KVS कास्टिंग्स ने ₹4.84 करोड़ का शुद्ध मुनाफा कमाया, जो अगले वित्त वर्ष 2024 में बढ़कर ₹5.95 करोड़ और वित्त वर्ष 2025 में ₹6.63 करोड़ तक पहुंचने की उम्मीद है। हालांकि, कंपनी की कुल आय में गिरावट आई है, जो वित्त वर्ष 2023 में ₹57.51 करोड़ से घटकर वित्त वर्ष 2025 में ₹50.43 करोड़ हो गई।


कंपनी का कर्ज वित्त वर्ष 2023 के अंत में ₹4.98 करोड़ था, जो वित्त वर्ष 2024 के अंत में ₹58 लाख और वित्त वर्ष 2025 के अंत में ₹3.72 करोड़ पर पहुंच गया। रिजर्व और सरप्लस की बात करें तो यह वित्त वर्ष 2023 के अंत में ₹19.51 करोड़ से बढ़कर वित्त वर्ष 2024 के अंत में ₹25.46 करोड़ और फिर वित्त वर्ष 2025 के अंत में ₹20.67 करोड़ पर पहुंच गया।