ITR 2025: जानें ITR-1 और ITR-4 फाइल करने की प्रक्रिया

इनकम टैक्स विभाग ने ITR-1 और ITR-4 के लिए एक्सेल यूटिलिटीज जारी की हैं, जिससे टैक्सपेयर्स अब अपने टैक्स रिटर्न दाखिल कर सकते हैं। इस लेख में, हम जानेंगे कि ITR-1 किसे फाइल करना चाहिए, आवश्यक दस्तावेज़ कौन से हैं, और रिटर्न दाखिल करते समय किन सावधानियों का ध्यान रखना चाहिए। यह जानकारी सैलरीड क्लास टैक्सपेयर्स के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है।
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ITR 2025: जानें ITR-1 और ITR-4 फाइल करने की प्रक्रिया

ITR 2025: टैक्स रिटर्न फाइलिंग की शुरुआत

ITR 2025: इनकम टैक्स विभाग ने ITR-1 और ITR-4 के लिए एक्सेल यूटिलिटीज जारी कर दी हैं। अब टैक्सपेयर्स के लिए अपने टैक्स रिटर्न दाखिल करने का समय आ गया है। यदि आप सैलरीड क्लास के टैक्सपेयर्स हैं, तो आप ITR-1 का उपयोग कर सकते हैं। हालांकि, वेतनभोगी टैक्सपेयर्स को कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना आवश्यक है। इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) दाखिल करने से संबंधित कई सवाल उठते हैं। आइए, कुछ महत्वपूर्ण सवालों के उत्तर जानते हैं।


ITR-1 किसे फाइल करना चाहिए?


ITR-1 उन व्यक्तियों द्वारा दाखिल किया जा सकता है जिनकी कुल आय वित्तीय वर्ष में 50 लाख रुपये से अधिक नहीं हो। इसमें सैलरी, एक घर की संपत्ति, पारिवारिक पेंशन, कृषि आय (5,000 रुपये तक) और अन्य स्रोतों से प्राप्त आय शामिल होनी चाहिए, जैसे कि बचत पर ब्याज, जमा पर ब्याज, और जीवनसाथी की आय।


क्या टैक्सपेयर्स को अपनी नौकरी के बारे में जानकारी देनी चाहिए?


रिटर्न दाखिल करते समय रोजगार के प्रकार को स्पष्ट करना आवश्यक है। यह बताना चाहिए कि कर्मचारी केंद्र सरकार, राज्य सरकार, सार्वजनिक क्षेत्र, पेंशनभोगी या निजी क्षेत्र में कार्यरत है।


ITR-1 दाखिल करने के लिए आवश्यक दस्तावेज़ कौन से हैं?


आपको AIS, फॉर्म 16, घर के किराए की रसीदें, निवेश भुगतान और प्रीमियम रसीदें डाउनलोड करनी होंगी। ध्यान दें कि ITR फॉर्म बिना एनेक्सचर के होते हैं, इसलिए आपको अपने रिटर्न के साथ कोई दस्तावेज़ अटैच करने की आवश्यकता नहीं है, लेकिन इन्हें टैक्स अधिकारियों के सामने पेश करने के लिए सुरक्षित रखना चाहिए।


ITR फाइल करते समय क्या सावधानियाँ बरतनी चाहिए?


आपको इनकम टैक्स रिजीम का सावधानीपूर्वक चयन करना चाहिए। AIS और फॉर्म 26AS डाउनलोड करें और वास्तविक TDS/TCS/भुगतान किए गए टैक्स की जांच करें। यदि कोई गड़बड़ी हो, तो नियोक्ता या बैंक के साथ मिलान करें।


ITR दाखिल करते समय संदर्भ के लिए दस्तावेज़ इकट्ठा करें और सावधानीपूर्वक अध्ययन करें। जैसे कि बैंक स्टेटमेंट, ब्याज सर्टिफिकेट, छूट या कटौती के लिए रसीदें, फॉर्म 16, फॉर्म 26AS और निवेश सर्टिफिकेट को ध्यान से पढ़ें। सुनिश्चित करें कि पहले से भरे गए डेटा में पैन, स्थायी पता, संपर्क विवरण और बैंक खाता सही हैं।