EPF और EPS: रिटायरमेंट के लिए कौन सी योजना है बेहतर?
EPF और EPS के बीच का अंतर
यदि आप एक नौकरीपेशा व्यक्ति हैं और अपने रिटायरमेंट की योजना बना रहे हैं, तो EPF (कर्मचारी भविष्य निधि) और EPS (कर्मचारी पेंशन योजना) आपके लिए दो महत्वपूर्ण विकल्प हैं। ये योजनाएं न केवल आपकी आय का एक हिस्सा सुरक्षित रखती हैं, बल्कि भविष्य में नियमित आय का भी सहारा देती हैं। आइए समझते हैं कि इन दोनों में क्या अंतर है और कौन सी योजना आपके लिए अधिक लाभकारी है।
EPF: रिटायरमेंट के लिए सुरक्षित बचत योजना
कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) एक सरकारी योजना है, जिसमें आपके वेतन से हर महीने एक निश्चित राशि काटकर आपके रिटायरमेंट फंड में जोड़ी जाती है। यदि किसी कंपनी में 20 से अधिक कर्मचारी हैं, तो EPF का लागू होना अनिवार्य है। EPF में कर्मचारी और नियोक्ता दोनों अपने वेतन (बेसिक सैलरी + डीए) का 12%-12% योगदान करते हैं।
यह एक दीर्घकालिक बचत योजना है, जिस पर 2024-25 के लिए 8.25% ब्याज दिया जा रहा है। ब्याज सालाना आधार पर मिलता है और सरकार हर साल इसकी समीक्षा करती है।
EPF का सबसे बड़ा लाभ यह है कि इसमें जमा राशि पर आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत ₹1.5 लाख तक की टैक्स छूट मिलती है। इसके अलावा, हर साल ₹2.5 लाख तक की ब्याज राशि भी टैक्स-फ्री रहती है। रिटायरमेंट या 5 साल से अधिक सेवा पूरी करने के बाद EPF निकालने पर कोई टैक्स नहीं देना पड़ता।
EPS: रिटायरमेंट के बाद की पेंशन योजना
कर्मचारी पेंशन योजना (EPS) EPF से जुड़ी एक अलग योजना है, जो रिटायरमेंट के बाद नियमित मासिक आय प्रदान करती है। इस योजना में योगदान केवल नियोक्ता करता है, यानी कर्मचारी को इसमें कोई राशि नहीं देनी होती।
EPS का लाभ तब मिलता है जब आपने कम से कम 10 साल की सेवा पूरी की हो और आपकी उम्र 58 वर्ष हो गई हो। इसके बाद आपको हर महीने एक निश्चित पेंशन मिलती है। यदि कर्मचारी की मृत्यु हो जाती है, तो यह पेंशन उसके नामांकित व्यक्ति को मिलती रहती है।
EPF और EPS में अंतर
EPF और EPS दोनों योजनाएं रिटायरमेंट सुरक्षा के लिए हैं, लेकिन इनका उद्देश्य भिन्न है। EPF आपकी बचत और ब्याज से जुड़ी योजना है, जिसमें आपको एकमुश्त राशि मिलती है। वहीं, EPS आपकी जीवनभर की आय योजना है, जिसमें आपको हर महीने निश्चित पेंशन मिलती है। EPF से आपको रिटायरमेंट के समय बड़ी राशि मिलती है, जबकि EPS से हर महीने की स्थिर आय सुनिश्चित होती है।
दोनों योजनाओं का संयोजन क्यों फायदेमंद है?
EPF और EPS का संयोजन नौकरीपेशा लोगों के लिए डबल सुरक्षा का काम करता है। EPF आपकी दीर्घकालिक बचत बनाता है और EPS आपकी रिटायरमेंट आय का सहारा प्रदान करता है।
