2025 में टेक सेक्टर में छंटनी का संकट: AI का बढ़ता प्रभाव

वर्ष 2025 टेक इंडस्ट्री के लिए एक चुनौतीपूर्ण वर्ष साबित हो रहा है, जिसमें 112,732 कर्मचारियों की छंटनी की गई है। अमेजन, इंटेल, और TCS जैसी कंपनियों ने बड़े पैमाने पर कर्मचारियों को निकाला है। AI और ऑटोमेशन के कारण पारंपरिक नौकरियों में कमी आई है, जिससे वैश्विक स्तर पर अनिश्चितता का माहौल बन गया है। जानें इस संकट के पीछे के कारण और इसके प्रभावों के बारे में।
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2025 में टेक सेक्टर में छंटनी का संकट: AI का बढ़ता प्रभाव

टेक इंडस्ट्री में छंटनी का संकट

2025 में टेक सेक्टर में छंटनी का संकट: AI का बढ़ता प्रभाव

इस वर्ष टेक सेक्टर में अब तक 112,732 कर्मचारियों की छंटनी की जा चुकी है. Image Credit source: Canva

2025 में टेक छंटनी: वर्ष 2025 टेक उद्योग के लिए एक गंभीर चुनौती साबित हो रहा है। रिपोर्टों के अनुसार, इस साल 218 कंपनियों में 112,000 से अधिक टेक कर्मचारियों की छंटनी की गई है। अमेजन, इंटेल, TCS, माइक्रोसॉफ्ट और गूगल जैसे बड़े नाम भी AI और ऑटोमेशन के कारण बड़े पैमाने पर कर्मचारियों को निकाल रहे हैं। यह कटौती केवल अमेरिका में नहीं, बल्कि भारत, यूरोप और एशिया के कई देशों में भी देखी जा रही है। AI और लागत नियंत्रण की होड़ में पारंपरिक नौकरियों का तेजी से अंत हो रहा है, जिससे टेक क्षेत्र में अनिश्चितता का माहौल बन गया है.

छंटनी का आंकड़ा 1 लाख के पार

Layoffs.fyi की रिपोर्ट के अनुसार, इस साल टेक क्षेत्र में अब तक 112,732 कर्मचारियों की छंटनी हो चुकी है। जनवरी और फरवरी की शुरुआत से यह छंटनी का सिलसिला शुरू हुआ और अप्रैल में 24,500 से अधिक नौकरियां समाप्त हुईं। यह रुझान AI के बढ़ते उपयोग, लागत बचत और व्यवसाय पुनर्गठन के कारण तेज हुआ है। इसका प्रभाव केवल सिलिकॉन वैली तक सीमित नहीं है, बल्कि भारत जैसे IT हब भी इससे बुरी तरह प्रभावित हुए हैं.

अमेजन ने 30,000 कर्मचारियों को निकाला

अमेजन ने 2025 में अपने सबसे बड़े लेऑफ ड्राइव के तहत 30,000 कॉरपोरेट पदों को समाप्त किया। ये कटौती अमेजन वेब सर्विसेज, ऑपरेशंस और HR विभाग में की गई। CEO एंडी जैसी ने बताया कि AI-आधारित ऑटोमेशन, ओवर-हायरिंग और प्रबंधन स्तर के पुनर्गठन इसके मुख्य कारण हैं। कंपनी का उद्देश्य “दुनिया की सबसे बड़ी स्टार्टअप” की तरह कार्य करना है, जिससे संचालन लागत को कम किया जा सके.

इंटेल में 24,000 कर्मचारियों की छंटनी

नई नेतृत्व के साथ इंटेल ने भी बड़ा कदम उठाते हुए अपने 22% कार्यबल को कम किया। कंपनी ने अमेरिका, जर्मनी, पोलैंड और कोस्टा रिका जैसे देशों में बड़े पैमाने पर छंटनी की। इंटेल के CEO लिप-बू टैन ने चिप उद्योग में बढ़ती प्रतिस्पर्धा और AI-आधारित सिस्टम पर ध्यान केंद्रित करने को इसका कारण बताया। यह कटौती अक्सर प्रदर्शन मूल्यांकन और विभाग-आधारित समीक्षा के बाद की गई.

भारत में भी AI का प्रभाव, TCS ने 20,000 नौकरियां घटाईं

भारत की प्रमुख IT कंपनी TCS ने सितंबर तिमाही में लगभग 19,755 कर्मचारियों को बाहर किया। यह कंपनी के इतिहास की सबसे बड़ी छंटनी है। मध्य और वरिष्ठ स्तर के पदों को सबसे अधिक प्रभावित किया गया। TCS अब AI आधारित परियोजनाओं पर ध्यान केंद्रित कर रही है, जिसके कारण पुराने कौशल वाले कर्मचारियों की मांग में कमी आ रही है. साथ ही, वैश्विक मांग में कमी और अमेरिका-भारत व्यापार तनाव भी इसके कारण बताए जा रहे हैं.

माइक्रोसॉफ्ट, गूगल, सेल्सफोर्स में भी हजारों नौकरियां गईं

माइक्रोसॉफ्ट ने सालभर में लगभग 9,000 कर्मचारियों को निकाला। सॉफ्टवेयर इंजीनियर, प्रोडक्ट मैनेजर समेत कई टेक और नॉन-टेक पद इससे प्रभावित हुए। गूगल ने क्लाउड, एंड्रॉयड और टीवी विभाग में कई राउंड में छंटनी की, जिससे 100 से अधिक डिजाइन और इंजीनियर पदों पर असर पड़ा। सेल्सफोर्स ने सपोर्ट टीम में 4,000 पदों को AI ऑटोमेशन के कारण समाप्त किया। कंपनी ने स्वीकार किया कि अब 50% से अधिक ग्राहक प्रश्न AI सिस्टम द्वारा स्वयं संभाले जा रहे हैं.