भारतीय शेयर बाजार में शीर्ष कंपनियों और म्यूचुअल फंड्स का प्रदर्शन
भारतीय कंपनियों का प्रदर्शन
भारत की पांच प्रमुख कंपनियों के प्रदर्शन में मिश्रित परिणाम देखने को मिले हैं। इस दौरान, भारती एयरटेल ने सबसे अच्छा प्रदर्शन किया, जिसमें उसके शेयर की कीमत में लगभग 353% की वृद्धि हुई और सालाना 35.5% का रिटर्न मिला। इसके बाद, आईसीआईसीआई बैंक ने भी 186% की वृद्धि के साथ सालाना 22.5% का रिटर्न प्रदान किया। हालांकि, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी बैंक और टीसीएस जैसे बड़े नामों ने अपेक्षाकृत कम रिटर्न दिया। रिलायंस ने लगभग 9.9% और एचडीएफसी बैंक ने केवल 7% का सालाना रिटर्न दिया, जबकि टीसीएस का रिटर्न सबसे कम 3.5% रहा। यह दर्शाता है कि केवल बड़ी कंपनियों का होना अच्छे रिटर्न की गारंटी नहीं है।
म्यूचुअल फंड्स का प्रदर्शन
पिछले पांच वर्षों में शीर्ष म्यूचुअल फंड्स ने मजबूत और स्थिर संपत्ति निर्माण का प्रदर्शन किया है। यदि हम पांच प्रमुख फंड्स के औसत रिटर्न पर नजर डालें, तो यह लगभग 21-22% सालाना है। इसमें एचडीएफसी मिड कैप फंड (डायरेक्ट) सबसे आगे रहा, जिसने 28.57% का शानदार वार्षिक रिटर्न दिया। इसके बाद एचडीएफसी फ्लेक्सी कैप फंड (डायरेक्ट) ने भी लगभग 26.93% का दमदार रिटर्न दिया, जो कई बड़े शेयरों से बेहतर साबित हुआ। यहां तक कि इंडेक्स फंड्स, जैसे एसबीआई निफ्टी 50 ईटीएफ और एसबीआई सेंसेक्स ईटीएफ ने क्रमशः 16.19% और 15.19% की अच्छी कंपाउंडिंग दी, जो एचडीएफसी बैंक और टीसीएस के सालाना रिटर्न से कहीं अधिक है।
स्टॉक्स बनाम म्यूचुअल फंड्स
सीधी तुलना में, औसतन म्यूचुअल फंड्स ने बड़े स्टॉक्स को पीछे छोड़ दिया है। हां, भारती एयरटेल और आईसीआईसीआई बैंक जैसे स्टॉक्स ने शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन रिलायंस, एचडीएफसी बैंक और टीसीएस का कमजोर प्रदर्शन पूरे समूह के औसत को काफी नीचे ले आया। इसके विपरीत, शीर्ष म्यूचुअल फंड्स ने लगातार स्थिर और मजबूत रिटर्न दिया। यह तुलना एक महत्वपूर्ण सबक सिखाती है: स्टॉक पिकिंग में एक गलती की कीमत बहुत भारी पड़ती है, जबकि म्यूचुअल फंड्स में विविधीकरण आपके नुकसान को सीमित रखता है और दीर्घकालिक में स्थिर रिटर्न प्रदान करता है।
निवेश के लाभ
यदि किसी निवेशक ने पांच साल पहले इन सभी विकल्पों में ₹1-1 लाख लगाए होते, तो सबसे अधिक लाभ भारती एयरटेल में होता, जहां ₹1 लाख बढ़कर ₹4.53 लाख बन जाते। म्यूचुअल फंड्स में सबसे अधिक कंपाउंडिंग एचडीएफसी मिड कैप फंड में होती, जहां ₹1 लाख बढ़कर ₹3.51 लाख हो जाते। स्पष्ट है कि यदि आप एयरटेल या आईसीआईसीआई बैंक जैसे सही स्टॉक्स चुनने में सफल होते, तो आपका रिटर्न शानदार होता।
कमजोर प्रदर्शन वाले स्टॉक्स
यदि आपने रिलायंस, एचडीएफसी बैंक, या टीसीएस में निवेश किया होता, तो आपको शीर्ष फंड्स की तुलना में कहीं कमजोर रिटर्न मिलता। इसलिए, औसतन देखें तो, एचडीएफसी मिड कैप, एचडीएफसी फ्लेक्सी कैप और पराग परिख फ्लेक्सी कैप जैसे फंड्स ने स्थिर, सुरक्षित और बेहतर कंपाउंडिंग देकर स्टॉक्स पर अपनी बढ़त बनाई और एक बार फिर साबित किया कि विविधीकरण दीर्घकालिक संपत्ति निर्माण का सबसे बड़ा हथियार है।
