चांदी की कीमतों में रिकॉर्ड वृद्धि, जानें भविष्यवाणी

चांदी की कीमतों में हाल ही में तेजी आई है, जिसमें एक दिन में 9,350 रुपये की वृद्धि हुई है। विशेषज्ञों का मानना है कि औद्योगिक मांग के कारण यह वृद्धि हो रही है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी चांदी की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई हैं। भविष्य में, चांदी की कीमतें और बढ़ने की संभावना है, और कुछ विशेषज्ञ 2026 तक इसके 100 डॉलर प्रति औंस तक पहुंचने का अनुमान लगा रहे हैं। इस लेख में चांदी की कीमतों के पीछे के कारण और भविष्य की संभावनाओं पर चर्चा की गई है।
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चांदी की कीमतों में तेजी

चांदी और सोने की कीमतों में लगातार वृद्धि देखी जा रही है। विशेष रूप से चांदी की कीमतें तेजी से बढ़ रही हैं। शुक्रवार को दिल्ली में चांदी की कीमत एक दिन में 9,350 रुपये प्रति किलो बढ़कर 2,36,350 रुपये प्रति किलो के नए रिकॉर्ड पर पहुंच गई। पिछले सप्ताह में चांदी के दाम लगभग 32,000 रुपये बढ़ चुके हैं। 19 दिसंबर को चांदी की कीमत 2,04,100 रुपये प्रति किलो थी, जो अब काफी ऊंची हो गई है.


अंतरराष्ट्रीय बाजार का प्रभाव

अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी चांदी को मजबूती मिल रही है। विदेशी बाजार में चांदी की कीमत पहली बार 75 डॉलर प्रति औंस के पार पहुंच गई, जिससे नया रिकॉर्ड बना है। विशेषज्ञों का मानना है कि चांदी की कीमतों में वृद्धि का मुख्य कारण औद्योगिक मांग है। इलेक्ट्रिक वाहनों, सौर ऊर्जा, बैटरी और नई तकनीकों में चांदी का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है.


भविष्य की संभावनाएं

चांदी का उत्पादन सीमित है, जबकि मांग अधिक है। वैश्विक स्तर पर चांदी की मांग उत्पादन से कहीं अधिक हो चुकी है, जिससे कीमतों में और वृद्धि हो सकती है। बाजार के जानकारों का मानना है कि भविष्य में चांदी की कीमतें और भी बढ़ सकती हैं। कुछ विशेषज्ञों का अनुमान है कि 2026 तक चांदी की कीमत 100 डॉलर या उससे अधिक तक पहुंच सकती है.