चांदी की कीमतों में भारी गिरावट: जानें कारण और आंकड़े
चांदी की कीमतों में अचानक गिरावट
देश के वायदा बाजार मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर चांदी की कीमतें कुछ ही घंटों में 21 हजार रुपए तक गिर गई हैं। सुबह 9 बजे जब बाजार खुला, तो चांदी की कीमतों में 14 हजार रुपए से अधिक की वृद्धि हुई थी, जिससे दाम पहली बार 2.50 लाख रुपए के पार पहुंच गए। इसके बाद निवेशकों ने बिकवाली शुरू कर दी। चांदी के दाम अब रिकॉर्ड स्तर से लगभग 21 हजार रुपए नीचे आ गए हैं। इसके पीछे तीन मुख्य कारण बताए जा रहे हैं, जिनमें से सबसे प्रमुख प्रॉफिट बुकिंग है। इसके अलावा, रूस और यूक्रेन के बीच फिर से शांति वार्ता शुरू होने से सुरक्षित निवेश की मांग में कमी आई है, जिससे चांदी की कीमतें अपने उच्चतम स्तर से 8 प्रतिशत से अधिक गिर गई हैं।
चांदी में 8 प्रतिशत से अधिक की गिरावट
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, चांदी की कीमतें अपने रिकॉर्ड उच्च स्तर से 8.28 प्रतिशत गिर गई हैं। इसका अर्थ है कि लगभग 3 घंटे में चांदी के दाम में 21 हजार रुपए से अधिक की कमी आई है। आंकड़ों के अनुसार, सुबह 9:02 बजे चांदी की कीमत 2,54,174 रुपए के साथ अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गई थी। इसके बाद, लगभग 12:20 बजे चांदी की कीमतें 21,054 रुपए की गिरावट के साथ 2,33,120 रुपए पर आ गईं। वर्तमान में, दोपहर 1:55 बजे चांदी 2,634 रुपए की गिरावट के साथ 2,37,153 रुपए पर कारोबार कर रही है। पिछले हफ्ते के अंतिम कारोबारी दिन चांदी 2,39,787 रुपए पर बंद हुई थी।
चांदी की गिरावट के कारण
अंतरराष्ट्रीय बाजार में, सोमवार को चांदी की कीमतें पहली बार 80 डॉलर प्रति औंस के पार पहुंच गई थीं, लेकिन बाद में मुनाफावसूली और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की के बीच संभावित शांति समझौते पर बातचीत की खबरों के कारण कीमतें 75 डॉलर से नीचे आ गईं। ट्रंप ने रविवार को कहा था कि वह और ज़ेलेंस्की यूक्रेन में युद्ध समाप्त करने के समझौते के काफी करीब हैं। चांदी में आज की गिरावट बुलियन बाजार में व्यापक मुनाफावसूली का हिस्सा है, क्योंकि भू-राजनीतिक तनाव कम होने से सुरक्षित निवेश की मांग घट रही है।
जब चांदी 2.50 लाख के पार गई
सुबह के समय चांदी की कीमतों में जबरदस्त तेजी देखी गई थी। आंकड़ों के अनुसार, बाजार खुलने के कुछ ही सेकंड में चांदी के दाम में 14,387 रुपए का इजाफा हुआ था, जिससे दाम 2,54,174 रुपए के साथ अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गए। हालांकि, 8 प्रतिशत से अधिक की गिरावट के बाद, चांदी ने इस साल निवेशकों को 180 प्रतिशत से अधिक का रिटर्न दिया है। वर्तमान महीने में चांदी ने निवेशकों को लगभग 40 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। विशेषज्ञों का मानना है कि चांदी की औद्योगिक मांग बढ़ने के कारण कीमतों में वृद्धि हुई है, जबकि सप्लाई में कमी आई है।
