सोने और चांदी की कीमतों में उतार-चढ़ाव: जानें आज के दाम
सोने की कीमतों में बढ़ोतरी
सोने और चांदी की कीमतें आज फिर चर्चा में हैं।
सोने की कीमतें एक बार फिर सुर्खियों में हैं। वैश्विक बाजारों में उतार-चढ़ाव, ब्याज दरों में बदलाव और निवेशकों की बढ़ती रुचि ने इस कीमती धातु को फिर से ऊंचाई पर पहुंचा दिया है। गुरुवार के कारोबार में हल्की गिरावट देखने को मिली, लेकिन साल के अंत में सोने की कीमतें अब भी मजबूत बनी हुई हैं। वर्तमान में, कीमतें ऐतिहासिक रिकॉर्ड के करीब हैं, जिससे निवेशकों की नजरें इस पर टिकी हुई हैं।
आज के प्रमुख शहरों में सोने की कीमतें
- दिल्ली: लगभग 1,26,880 रुपये (24 कैरेट) प्रति 10 ग्राम
- मुंबई: लगभग 1,27,100 रुपये (24 कैरेट) प्रति 10 ग्राम
- बेंगलुरु: करीब 1,27,200 रुपये (24 कैरेट) प्रति 10 ग्राम
- कोलकाता: लगभग 1,26,930 रुपये (24 कैरेट) प्रति 10 ग्राम
- चेन्नई: सबसे अधिक, लगभग 1,27,470 रुपये (24 कैरेट) प्रति 10 ग्राम
सोने की कीमतों में वृद्धि के कारण
विभिन्न कारणों से वैश्विक बाजारों में सोने की कीमतों में वृद्धि हो रही है। अमेरिका में ब्याज दरों में कमी ने सोने को एक आकर्षक निवेश विकल्प बना दिया है। इसके अलावा, एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड्स (ETF) में बढ़ता निवेश और केंद्रीय बैंकों द्वारा सोने की खरीदारी ने कीमतों को और मजबूती दी है। पिछले कुछ महीनों में सोना कई बार रिकॉर्ड ऊंचाइयों पर पहुंचा है। हालांकि, कुछ गिरावट भी आई है, लेकिन यह 1979 के बाद की सबसे मजबूत वार्षिक रैली की ओर बढ़ रहा है।
क्या अगले साल कीमतें घटेंगी?
हालांकि वर्तमान में सोने की कीमतें मजबूत बनी हुई हैं, कुछ विशेषज्ञ भविष्य में गिरावट की संभावना व्यक्त कर रहे हैं। अर्थशास्त्रियों का मानना है कि हाल की तेजी के बाद अगले साल सोने की कीमतें धीरे-धीरे कम हो सकती हैं। उनके अनुसार, वैश्विक आर्थिक स्थिति में सुधार और अमेरिका-चीन के बीच तनाव में कमी से कीमतों में नरमी आ सकती है। फिर भी, वर्तमान में निवेशक सोने को एक सुरक्षित संपत्ति मानते हैं और इसकी मांग लगातार बनी हुई है।
चांदी की कीमतों में भी उतार-चढ़ाव
सोने के साथ-साथ चांदी की कीमतों में भी उतार-चढ़ाव जारी है। इंडिया बुलियन एसोसिएशन के अनुसार, 14 नवंबर को चांदी का हाजिर भाव 1,63,120 रुपये प्रति किलो रहा। MCX पर 25 दिसंबर का चांदी वायदा भाव बढ़कर 1,62,467 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गया है। निवेशक चांदी को भी एक विकल्प के रूप में देख रहे हैं, खासकर जब उद्योगों में इसकी मांग बढ़ रही है।
