ग्रो (Groww) आईपीओ की सफल लिस्टिंग: निवेशकों का विश्वास सही साबित
ग्रो आईपीओ की लिस्टिंग
ग्रो (Groww) के आईपीओ में निवेशकों ने शानदार रुचि दिखाई, और अब यह आईपीओ अपनी उम्मीदों पर खरा उतरा है। बीएसई पर ग्रो के शेयर 114 रुपये पर 14 प्रतिशत प्रीमियम के साथ सूचीबद्ध हुए हैं, जबकि एनएसई पर यह 112 रुपये पर लिस्ट हुआ। इस आईपीओ ने 6,632 करोड़ रुपये की राशि जुटाई, जिसे निवेशकों ने 17.6 गुना सब्सक्राइब किया। क्वालिफाइड इंस्टिट्यूशनल बायर्स ने 22 गुना और रिटेल निवेशकों ने 9.4 गुना बोली लगाई। कंपनी ने वित्तीय वर्ष 2025 में 4,061 करोड़ रुपये की आय के साथ 1,824 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया।
ग्रे मार्केट की अपेक्षाएँ
ग्रो के शेयरों की लिस्टिंग ग्रे मार्केट की अपेक्षाओं से बेहतर रही। लिस्टिंग से पहले अनलिस्टेड शेयर लगभग 5% प्रीमियम पर ट्रेड हो रहे थे, जबकि पब्लिक सब्सक्रिप्शन से पहले यह प्रीमियम लगभग 17% था।
ग्रो आईपीओ का समय
ग्रो का पब्लिक इश्यू 4 से 7 नवंबर के बीच खुला था, जिसमें शेयर की कीमत ₹100 प्रति शेयर निर्धारित की गई थी। इस आईपीओ में ₹1,060 करोड़ का फ्रेश इश्यू और ₹5,572 करोड़ का ऑफर फॉर सेल (OFS) शामिल था। ग्रो के आईपीओ को जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली।
ग्रो का डिजिटल इन्वेस्टमेंट प्लेटफॉर्म
ग्रो देश का एक प्रमुख डिजिटल इन्वेस्टमेंट प्लेटफॉर्म है, जो निवेशकों को स्टॉक्स, म्यूचुअल फंड्स, आईपीओ, बॉंड्स और डेरिवेटिव्स जैसी सेवाएं प्रदान करता है। कंपनी का यूज़र बेस तेजी से बढ़ रहा है। 30 जून 2025 तक, ग्रो के पास 47.89 मिलियन एक्टिव यूजर्स और 100 मिलियन डाउनलोड्स का रिकॉर्ड है। कंपनी का दावा है कि भारत में हर तीसरी SIP (Systematic Investment Plan) ग्रो के प्लेटफॉर्म पर शुरू होती है और हर चौथा डिमैट अकाउंट ग्रो पर खुलता है। इसका मतलब है कि देश के लगभग 26% एक्टिव मार्केट यूजर्स ग्रो के ग्राहक हैं।
