नवंबर 2025 का मासिक राशिफल: ज्योतिषीय दृष्टिकोण से जानें क्या कहता है आपका भाग्य
नवंबर 2025 का मासिक राशिफल
1 नवंबर से 30 नवंबर 2025 का मासिक राशिफल: नवंबर की शुरुआत तुला राशि में सूर्य की संतुलित ऊर्जा के साथ हो रही है, जो जीवन में सामंजस्य और समझदारी से निर्णय लेने की दिशा में मार्गदर्शन कर रही है। 16 नवंबर को सूर्य का वृश्चिक राशि में प्रवेश भावनाओं को गहरा करेगा और आपके अंदर बदलाव की प्रक्रिया को शुरू करेगा। वृश्चिक राशि में मंगल देव आपके साहस और एकाग्रता को बढ़ावा देंगे, जबकि कर्क राशि में वक्री बृहस्पति संतुलन और धैर्य के साथ कार्य करने की प्रेरणा देंगे। 23 नवंबर को बुध देव के वक्री होने से संवाद, यात्रा और योजनाओं में सावधानी बरतने की आवश्यकता होगी।
वृश्चिक राशि में मंगल देव का प्रभाव आपकी महत्वाकांक्षा और आत्मविश्वास को मजबूत करेगा। वहीं, कर्क राशि में वक्री बृहस्पति जीवन के हर क्षेत्र में संयम और समझदारी से निर्णय लेने का संदेश देंगे। यह महीना जल्दबाजी का नहीं, बल्कि सोच-समझकर स्थिर प्रगति का है। जैसे-जैसे वर्ष का अंत नजदीक आ रहा है, धैर्य और स्पष्ट सोच के साथ उठाए गए कदम आपको स्थायी सफलता और आंतरिक शांति की ओर ले जाएंगे।
मेष मासिक राशिफल – 1 से 30 नवंबर 2025
नवंबर की शुरुआत तुला राशि में सूर्य की संतुलित ऊर्जा से होती है; मिलजुलकर काम करने, समझौता करने और भावनात्मक संतुलन पर जोर रहेगा। 16 नवंबर के बाद सूर्य देव वृश्चिक राशि में प्रवेश करेंगे – इस समय आप खुद को गहराई से परखेंगे। 23 नवंबर से बुध देव वक्री हो रहे हैं, इसलिए बातचीत और कागजाती कामों में सावधानी रखें।
करियर: मंगल देव वृश्चिक राशि में हैं, आपकी एकाग्रता और महत्वाकांक्षा को तेज कर रहे हैं। कार्यस्थल पर बदलाव आ सकते हैं- नए नेतृत्व या जिम्मेदारियाँ मिलेंगी। शांति और कूटनीति से काम लें; चुनौतियाँ अवसर बन सकती हैं। 23 नवंबर के बाद बुध वक्री के कारण निर्णय धीमे हो सकते हैं – बड़े समझौतों या नौकरी बदलने से दिसंबर तक प्रतीक्षा करें।
वित्त: योजनाबद्ध रहने पर धन स्थिर रह सकता है। शुक्र देव का प्रभाव बचत में मदद करेगा, पर 26 नवंबर को शुक्र देव वृश्चिक में जाने से परिवार या आराम-खर्च बढ़ सकता है। बृहस्पति देव वक्री आपकी सलाह देते हैं कि नए निवेश से पहले पुरानी योजनाओं की समीक्षा करें। तात्कालिक खर्चों से बचें, दीर्घकालिक सुरक्षा पर ध्यान दें।
स्वास्थ्य: ऊर्जास्तर ऊपर-नीचे हो सकता है – ज़्यादा मेहनत से बचें। विश्राम, संतुलित आहार और थोड़ी ध्यान-प्रैक्टिस रखें। शुक्र देव के प्रभाव में लापरवाही से परहेज़ करें (खान-पान में संयम रखें)।
परिवार और संबंध: महीने की शुरुआत सौहार्द से होगी। 16 नवंबर के बाद भावनाएँ गहरी होंगी- ईमानदार बातचीत आवश्यक होगी। बुध वक्री के दौरान तर्क-वितर्क से बचें; धैर्य से सुनें। सिंगल्स के लिए मध्य महीने के आस-पास नए प्यार के संकेत हैं।
शिक्षा: अध्ययन में दृढ़ता रहेगी पर ध्यान भटक सकता है। निरंतर तैयारी और संशोधन से अच्छा परिणाम मिलेगा। बुध वक्री में दबाव महसूस होने पर गुरुओं से मार्गदर्शन लें।
उपाय
- मंगलवार को हनुमान जी को लाल फूल अर्पित करें – शक्ति और सुरक्षा के लिए।
- हर दिन मंगल बीज मंत्र का जाप करें।
- शनिवार को भोजन/कपड़े दान करें – शनि देव की शांति हेतु।
- कार्यस्थल पर शांति के लिए गुलाब क्वार्ट्ज रखें।
- 23 नवंबर के बाद नए उद्यम टालें।
वृषभ मासिक राशिफल – 1 से 30 नवंबर 2025
नवंबर की शुरुआत में तुला सूर्य आपकी भलाई और संतुलन पर जोर देगा। 16 नवंबर के बाद सूर्य देव वृश्चिक में जाकर भावनात्मक गहराई और संबंधों पर ध्यान बढ़ाएंगे। 23 नवंबर से बुध देव वक्री होंगे – इसलिए संचार में सावधानी जरूरी है।
करियर: टीमवर्क और अनुकूलन महत्वपूर्ण होगा। मंगल देव वृश्चिक राशि में पेशेवर दृढ़ता और प्रतिस्पर्धा ला रहे हैं – निपुणता और कूटनीति से काम करें। साझेदारी और संयुक्त प्रोजेक्ट अनुकूल हैं, पर बुध वक्री के कारण परिणाम में देरी आ सकती है। नए प्रोजेक्ट शुरू करने से पहले पुराने को पूरा करें।
वित्त: अनुशासित योजना से धन स्थिर रहेगा। 2 नवंबर पर शुक्र देव कन्या/तुला के पार होते हैं – बजट में सुधार का समय है। 26 नवंबर को शुक्र देव वृश्चिक में जाने से आराम या पारिवारिक खर्च बढ़ सकता है। बृहस्पति वक्री से जोखिम भरे निवेश न करें; बचत और दीर्घकालिक लक्ष्य प्राथमिक रखें।
स्वास्थ्य: ऊर्जा उतार-चढ़ाव हो सकता है। विश्राम, मेडिटेशन और संतुलित भोजन अपनाएँ। मंगल के प्रभाव से तनाव बढ़ सकता है – समय-समय पर ब्रेक लेना ज़रूरी है।
परिवार और संबंध: रिश्तों पर केंद्र रहेगा- खासकर दांपत्य संबंध। 16 नवंबर के बाद गहरे भाव उभर सकते हैं; छोटे मतभेद सुलझाएँ। बुध वक्री में शब्दों पर ध्यान रखें- गलतफहमी से बचने के लिए साफ़ बातचीत करें। पुराने रिश्तों से फिर जुड़ाव बन सकता है।
शिक्षा: मंगल देव की फोकस एनर्जी छात्रों को मदद करेगी पर ध्यान भंग हो सकता है। नियमित पुनरावृत्ति और मार्गदर्शन से सफलता मिलेगी; बुध वक्री में योजना दोबारा देखें।
उपाय
- शुक्रवार को माता लक्ष्मी को सफेद फूल अर्पित करें।
- रोज़ाना शुक्र बीज मंत्र जप करें।
- 23 नवंबर के बाद बड़े निर्णय टालें।
- गुलाब क्वार्ट्ज रखें- मन के संतुलन के लिए।
- रोज़ ध्यान करें- संतुलना और एकाग्रता के लिए।
मिथुन मासिक राशिफल (1 से 30 नवंबर 2025)
नवंबर की शुरुआत सूर्य देव के तुला राशि में होने से रचनात्मकता और आनंद का संतुलन लेकर आती है। 16 नवंबर को जब सूर्य देव वृश्चिक राशि में प्रवेश करेंगे, तब ध्यान स्वास्थ्य, अनुशासन और दैनिक दिनचर्या पर केंद्रित होगा। बुध देव, जो आपकी राशि के स्वामी हैं, 23 नवंबर से वक्री होकर तुला राशि में लौटेंगे – यह आत्मचिंतन और सुधार का समय है, जल्दबाजी से नहीं।
करियर: मंगल देव वृश्चिक राशि में हैं, जो एकाग्रता और दृढ़ता बढ़ा रहे हैं, परंतु कुछ छिपी चुनौतियाँ या प्रतिस्पर्धा भी सामने आ सकती है। सूर्य देव का वृश्चिक में आगमन आपकी मेहनत और जिम्मेदारी पर जोर देता है। बुध वक्री होने के बाद (23 नवंबर से), कार्य में भ्रम या देरी संभव है – इसलिए किसी बड़े निर्णय को दिसंबर तक टालना शुभ रहेगा। यह समय योजनाओं को मज़बूत करने और सुधारने का है।
वित्त: 2 नवंबर को शुक्र देव तुला राशि में प्रवेश कर आपकी आमदनी और रचनात्मकता बढ़ाएंगे। पर 26 नवंबर को जब वे वृश्चिक में जाएंगे, खर्च बढ़ सकता है। 11 नवंबर से बृहस्पति देव कर्क राशि में वक्री रहेंगे, जिससे धन लाभ में देरी हो सकती है। इस समय बचत और बजट पर ध्यान देना उचित रहेगा।
स्वास्थ्य: सूर्य देव और मंगल देव स्वास्थ्य क्षेत्र को प्रभावित कर रहे हैं – अतिश्रम से थकान या तनाव संभव है। योग, ध्यान और संतुलित भोजन आपकी मदद करेंगे। बुध वक्री होने से मानसिक थकान बढ़ सकती है, इसलिए आराम जरूरी है। 28 नवंबर को शनि देव मार्गी होंगे, जिससे स्थिरता और संतुलन लौटेगा।
परिवार और संबंध: महीने की शुरुआत में संवाद अच्छा रहेगा, पर बुध वक्री के बाद गलतफहमियाँ हो सकती हैं। धैर्य रखें और निष्कर्ष पर जल्दबाजी से न पहुँचें। अविवाहित जातक किसी पुराने व्यक्ति से दुबारा संपर्क में आ सकते हैं। पारिवारिक जीवन संतुलित रहेगा, बशर्ते संवाद ईमानदार रहे।
शिक्षा: विद्यार्थियों को संशोधन और दोहराव पर ध्यान देना चाहिए। मंगल देव एकाग्रता बढ़ाएंगे, पर बुध वक्री के समय ध्यान भटक सकता है। नियमित अध्ययन और मार्गदर्शन से अच्छे परिणाम मिलेंगे.
उपाय
- गुरुवार को भगवान विष्णु को जल अर्पित करें।
- प्रतिदिन बुध बीज मंत्र का जाप करें।
- 23 नवंबर के बाद बड़े निर्णय न लें।
- एक पन्ना (Emerald) या स्फटिक (Clear Quartz) धारण करें।
- ध्यान या डायरी लेखन करें – मानसिक शांति के लिए।
कर्क मासिक राशिफल (1 से 30 नवंबर 2025)
नवंबर भावनात्मक चिंतन और स्थिर प्रगति का महीना है। प्रारंभ में सूर्य देव तुला राशि में रहकर घर और परिवार पर ध्यान केंद्रित करेंगे। 16 नवंबर को सूर्य देव वृश्चिक राशि में जाएंगे, जिससे सृजनात्मकता और आत्म-अभिव्यक्ति बढ़ेगी। 23 नवंबर से बुध देव वक्री होकर वृश्चिक से तुला में आएंगे – यह आत्मनिरीक्षण और भावनात्मक संतुलन का समय होगा।
करियर: करियर में स्थिर परंतु क्रमिक प्रगति होगी। मंगल देव वृश्चिक में आत्मविश्वास और रचनात्मकता बढ़ा रहे हैं, जिससे आप नए विचारों से आगे बढ़ सकते हैं। सूर्य देव का गोचर सहयोगी कार्यों के लिए शुभ है। बुध वक्री के बाद संचार धीमा हो सकता है, अतः कार्य में पारदर्शिता बनाए रखें और बड़े फैसले दिसंबर तक स्थगित करें.
वित्त: धन के मामले में सावधानी जरूरी है। 11 नवंबर से बृहस्पति देव आपकी ही राशि में वक्री रहेंगे, जो आपकी बचत और निवेश योजनाओं की दुबारा समीक्षा कराने का संकेत है। महीने की शुरुआत में शुक्र देव तुला में पारिवारिक सहायता से धन-संतुलन देंगे, पर 26 नवंबर के बाद शुक्र देव वृश्चिक में जाकर खर्च बढ़ा सकते हैं। नए निवेश से फिलहाल बचें.
स्वास्थ्य: स्वास्थ्य भावनात्मक स्थिरता पर निर्भर करेगा। सूर्य देव वृश्चिक में होकर पुनरुत्थान और आत्म-देखभाल का समर्थन कर रहे हैं। मंगल देव ऊर्जा देंगे, पर अधिक परिश्रम से बचें। नियमित विश्राम और जल का सेवन जरूरी रहेगा। शनि देव के मार्गी होने पर (28 नवंबर) शारीरिक और मानसिक संतुलन लौटेगा.
परिवार और संबंध: परिवार और भावनात्मक जुड़ाव गहराई लेंगे। शुरुआती तनाव मध्य महीने के बाद घटेगा। बुध वक्री के दौरान संवाद में धैर्य रखें – गलतफहमी से बचें। अविवाहित जातकों के लिए नए प्रेम संबंधों की संभावना है; दंपति ईमानदारी से संवाद करें तो निकटता बढ़ेगी.
शिक्षा: विद्यार्थियों में एकाग्रता और रचनात्मकता रहेगी। कला और विश्लेषणात्मक विषयों में सफलता के योग हैं। बुध वक्री के दौरान नए विषय शुरू करने के बजाय पुरानी तैयारी पर ध्यान दें.
उपाय
- सोमवार को भगवान शिव को दूध अर्पित करें.
- प्रतिदिन चंद्र बीज मंत्र का जाप करें.
- पूर्णिमा पर अन्न या वस्त्र दान करें.
- मूनस्टोन या मोती धारण करें.
- बुध वक्री के दौरान कृतज्ञता व्यक्त करें और आत्म-चिंतन करें.
सिंह मासिक राशिफल (1 से 30 नवंबर 2025)
इस महीने महत्वाकांक्षा और भावनात्मक स्थिरता के बीच संतुलन बनाए रखना आवश्यक रहेगा। महीने की शुरुआत में सूर्य देव तुला राशि में रहकर आपके संवाद और सहयोग की क्षमता को बढ़ा रहे हैं। 16 नवंबर को जब सूर्य देव वृश्चिक राशि में प्रवेश करेंगे, तब ध्यान परिवार और मानसिक शांति पर केंद्रित होगा। बुध देव 23 नवंबर से वक्री होकर वृश्चिक से तुला में आएंगे, जिससे कुछ गलतफहमियाँ संभव हैं – इसलिए वाणी में संयम रखें.
करियर: प्रगति धीमी पर स्थिर रहेगी। सूर्य देव सहयोग और टीमवर्क को प्रोत्साहित कर रहे हैं, वहीं मंगल देव वृश्चिक में आपकी लगन और आत्मविश्वास बढ़ा रहे हैं। इस समय अहंकार या विवाद से बचें। 23 नवंबर के बाद बुध वक्री होने से निर्णयों में देरी या भ्रम संभव है, इसलिए कागज़ात ध्यान से पढ़ें। संयम और निरंतर प्रयास से दीर्घकालीन सफलता मिलेगी.
वित्त: धन के मामले में स्थिरता रहेगी, पर अनुशासन आवश्यक है। 2 नवंबर से शुक्र देव तुला राशि में रहकर आपकी संवाद कुशलता बढ़ाएंगे, जिससे आय के अवसर बनेंगे। 26 नवंबर को शुक्र देव वृश्चिक में प्रवेश करेंगे, जिससे घर या परिवार पर खर्च बढ़ सकता है। 11 नवंबर से बृहस्पति देव कर्क में वक्री रहेंगे, अतः बचत और विवेकपूर्ण निवेश पर ध्यान दें.
स्वास्थ्य: स्वास्थ्य भावनात्मक संतुलन पर निर्भर रहेगा। सूर्य देव वृश्चिक में प्रवेश के बाद मानसिक थकान या तनाव संभव है। मंगल देव अधिक ऊर्जा दे रहे हैं, पर उसका सही उपयोग आवश्यक है, अन्यथा थकावट हो सकती है। योग, ध्यान और पर्याप्त विश्राम लाभदायक रहेंगे। 28 नवंबर को शनि देव मार्गी होंगे, जिससे स्थिरता लौटेगी.
परिवार और संबंध: परिवार और प्रेम जीवन में भावनात्मक गहराई आएगी। सूर्य देव वृश्चिक में रहकर पारिवारिक संबंधों को मजबूत करेंगे। बुध वक्री के समय छोटे विवाद या गलतफहमियाँ संभव हैं, पर धैर्य और संवेदनशीलता से स्थिति सुधर जाएगी। अविवाहित जातक किसी पुराने परिचित से दुबारा जुड़ सकते हैं.
उपाय
- प्रतिदिन उगते सूर्य देव को जल अर्पित करें.
- ॐ सूर्याय नमः का जाप करें.
- अहंकार और वाद-विवाद से बचें.
- माणिक्य (Ruby) या गोमेद (Garnet) धारण करें.
- रविवार को अन्न या वस्त्र दान करें.
कन्या मासिक राशिफल (1 से 30 नवंबर 2025)
नवंबर का महीना संतुलन, धैर्य और आत्मचिंतन लेकर आता है। महीने की शुरुआत में सूर्य देव तुला राशि में रहकर आर्थिक स्थिरता और आत्मविश्वास पर ध्यान दे रहे हैं। 16 नवंबर को जब सूर्य देव वृश्चिक में जाएंगे, तब संवाद, अध्ययन और नए विचारों का दौर शुरू होगा। 23 नवंबर से बुध देव वक्री होकर तुला राशि में लौटेंगे – यह योजना सुधारने और सोच को स्पष्ट करने का समय है.
करियर: आपके करियर में निरंतरता सफलता लाएगी। मंगल देव वृश्चिक में आपकी रणनीतिक क्षमता और संवाद कुशलता को मजबूत कर रहे हैं। सूर्य देव आत्मविश्वास बढ़ा रहे हैं, पर बुध वक्री होने के बाद कार्य में देरी संभव है। नए अवसरों या नौकरी परिवर्तन से फिलहाल बचें। धैर्य रखें, परिणाम स्थायी रहेंगे.
वित्त: वित्तीय स्थिति स्थिर रहेगी यदि आप विवेकपूर्ण निर्णय लेंगे। 2 नवंबर से शुक्र देव तुला में रहकर कमाई और सौदेबाजी में सहायता करेंगे। परंतु 26 नवंबर को शुक्र देव वृश्चिक में जाने के बाद कुछ अनावश्यक खर्च बढ़ सकते हैं। 11 नवंबर से बृहस्पति देव कर्क में वक्री हैं, इसलिए उधार देने या जोखिम भरे निवेश से बचें.
स्वास्थ्य: स्वास्थ्य सामान्य रहेगा, बशर्ते तनाव नियंत्रित रखें। सूर्य देव वृश्चिक में जाकर विश्राम और आत्म-देखभाल पर जोर दे रहे हैं। बुध वक्री से मानसिक थकान हो सकती है – योग, ध्यान और नियमित दिनचर्या से संतुलन बना रहेगा.
परिवार और संबंध: संबंधों में पारदर्शिता और संवाद महत्वपूर्ण रहेगा। सूर्य देव तुला में रहते हुए शांति और सौहार्द बढ़ाएंगे, जबकि वृश्चिक में प्रवेश के बाद भावनात्मक गहराई आएगी. बुध वक्री के समय पुराने मुद्दे उभर सकते हैं – शांत रहें और समझदारी से बात करें. अविवाहित जातक पुराने किसी व्यक्ति से दुबारा संपर्क में आ सकते हैं.
उपाय
- बुधवार को भगवान विष्णु को हरी मूंग अर्पित करें.
- ॐ बुं बुधाय नमः मंत्र का जाप करें.
- 23 नवंबर के बाद बड़े आर्थिक निर्णय न लें.
- पन्ना (Emerald) या पेरिडोट (Peridot) धारण करें.
- रोज़ ग्राउंडिंग मेडिटेशन (पैरों से धरती का संपर्क ध्यान) करें.
तुला मासिक राशिफल (1 से 30 नवंबर 2025)
नवंबर आत्मविश्वास और आत्मचिंतन का सुंदर मेल लेकर आता है। महीने की शुरुआत में सूर्य देव आपकी राशि में रहकर ऊर्जा, प्रेरणा और आकर्षण बढ़ा रहे हैं। 16 नवंबर को सूर्य देव वृश्चिक में प्रवेश करेंगे, जिससे ध्यान आर्थिक और भावनात्मक स्थिरता पर केंद्रित होगा। बुध देव 23 नवंबर से वक्री होकर आत्मनिरीक्षण और सावधानी की सलाह दे रहे हैं.
करियर: करियर में प्रगति व्यावहारिक दृष्टिकोण से संभव है। मंगल देव वृश्चिक में आपकी एकाग्रता और योजना शक्ति बढ़ा रहे हैं। सूर्य देव तुला में रहते हुए सम्मान और पहचान देंगे। वृश्चिक में प्रवेश के बाद जिम्मेदारियाँ बढ़ेंगी। बुध वक्री के दौरान देरी या भ्रम संभव है, इसलिए दस्तावेज़ ध्यान से जांचें और जल्दबाजी न करें.
वित्त: 2 नवंबर से शुक्र देव आपकी राशि में रहकर धन लाभ और बातचीत की क्षमता बढ़ा रहे हैं। 26 नवंबर को शुक्र देव वृश्चिक में जाएंगे, जिससे विलासिता पर खर्च बढ़ सकता है। 11 नवंबर से बृहस्पति देव कर्क में वक्री हैं – इसलिए दीर्घकालिक योजनाओं की समीक्षा करें और नए निवेश से बचें.
स्वास्थ्य: सामान्य रूप से स्वास्थ्य ठीक रहेगा, पर अधिक काम से बचें। सूर्य देव वृश्चिक में जाकर मानसिक थकान ला सकते हैं, अतः आराम जरूरी है। शुक्र देव पुनर्नवीनता का भाव दे रहे हैं। हल्का व्यायाम और गहरी साँसों के अभ्यास से लाभ होगा.
परिवार और संबंध: संबंधों में सामंजस्य और गहराई बनी रहेगी। महीने की शुरुआत में प्रेम और समझ बढ़ेगी, पर बुध वक्री के बाद पुराने मुद्दे उभर सकते हैं। धैर्य और ईमानदारी से संवाद करें। अविवाहित जातकों के लिए मध्य माह में शुभ संकेत हैं.
उपाय
- शुक्रवार को माँ लक्ष्मी को सफेद पुष्प अर्पित करें.
- ॐ शुक्राय नमः का जाप करें.
- 23 नवंबर के बाद बड़े निर्णय न लें.
- रोज़ क्वार्ट्ज (Rose Quartz) या ओपल (Opal) धारण करें.
- प्रतिदिन प्राणायाम और योग का अभ्यास करें.
वृश्चिक मासिक राशिफल (1 से 30 नवंबर 2025)
नवंबर की शुरुआत आत्मचिंतन के साथ होगी। सूर्य देव के तुला राशि में होने से मन को शांति और आत्मविश्लेषण का अवसर मिलेगा। 16 नवंबर के बाद जब सूर्य देव आपकी राशि में प्रवेश करेंगे, तो आत्मविश्वास और उद्देश्य की भावना फिर से जागेगी। बुध देव पूरे महीने आपके साथ रहेंगे, जिससे एकाग्रता और अंतर्ज्ञान मजबूत रहेगा। हालांकि, 23 नवंबर को जब वे वक्री होकर तुला में जाएंगे, तब यह समय आत्मसुधार और भावनात्मक संतुलन का रहेगा.
करियर: कार्य क्षेत्र में स्थिर प्रगति रहेगी, हालांकि धैर्य रखना आवश्यक है। मंगल देव आपकी राशि में हैं, जो ऊर्जा और महत्वाकांक्षा बढ़ाएंगे, लेकिन जल्दबाजी विवाद ला सकती है। सूर्य देव के आपकी राशि में प्रवेश से पहचान और नए अवसर मिलेंगे। 23 नवंबर के बाद बुध वक्री होने से निर्णयों में देरी हो सकती है- महत्वपूर्ण कार्य पहले ही पूर्ण कर लें.
वित्त: आर्थिक स्थिति धीरे-धीरे सुधरेगी। शुक्र देव के तुला राशि में रहने से धन-प्रबंधन में सहायता मिलेगी, और 26 नवंबर को शुक्र देव के आपकी राशि में आने से भौतिक सुख बढ़ेगा। बृहस्पति देव के वक्री होने से निवेश में सावधानी बरतें। दीर्घकालिक योजनाओं पर ध्यान दें.
स्वास्थ्य: ऊर्जा में उतार-चढ़ाव रहेगा। मंगल देव की अधिक ऊर्जा थकान ला सकती है, इसलिए आराम ज़रूरी है। सूर्य देव के आपकी राशि में आने से स्वास्थ्य बेहतर होगा, लेकिन बुध वक्री मन को तनावग्रस्त कर सकता है। ध्यान और पर्याप्त नींद लाभदायक रहेगी.
संबंध: ईमानदारी और संवेदनशीलता से रिश्ते मजबूत होंगे। शुक्र देव के प्रभाव से प्रेम जीवन में मधुरता बढ़ेगी। अविवाहित जातकों के लिए यह समय नए या पुराने संबंधों के जुड़ाव का हो सकता है- परंतु सावधानी से आगे बढ़ें.
शिक्षा: छात्रों के लिए 23 नवंबर तक का समय अनुकूल रहेगा। एकाग्रता और मेहनत अच्छे परिणाम देंगे.
उपाय
- मंगलवार को हनुमान जी को लाल पुष्प अर्पित करें.
- ॐ नमः शिवाय का नियमित जप करें.
- 23 नवंबर के बाद बड़े निर्णयों से बचें.
- लाल मूंगा या गार्नेट धारण करें.
- ध्यान या प्राणायाम करें.
धनु मासिक राशिफल (1 से 30 नवंबर 2025)
नवंबर की शुरुआत सूर्य देव के तुला राशि में रहने से मित्रता और सहयोग के भाव के साथ होगी। 16 नवंबर को जब सूर्य देव वृश्चिक राशि में प्रवेश करेंगे, तब आत्मचिंतन और विश्राम का समय आएगा। 23 नवंबर को बुध वक्री होकर तुला में जाएंगे, जिससे पुराने योजनाओं या परिचितों से दुबारा संपर्क हो सकता है.
करियर: प्रगति धीमी लेकिन स्थिर रहेगी। मंगल देव वृश्चिक राशि में आपकी रचनात्मकता को बढ़ाएंगे, जिससे आप पुराने प्रोजेक्ट पूर्ण कर पाएंगे। सूर्य देव की स्थिति रणनीति और योजना बनाने में सहयोग देगी। 23 नवंबर के बाद कोई नया कार्य आरंभ न करें.
वित्त: आर्थिक स्थिति में सावधानी ज़रूरी है। शुक्र देव के तुला राशि में होने से साझेदारी में लाभ हो सकता है, परंतु 26 नवंबर के बाद जब वे वृश्चिक में आएंगे, तब खर्च बढ़ सकते हैं। बृहस्पति देव के वक्री होने से निवेश में सतर्क रहें और बचत पर ध्यान दें.
स्वास्थ्य: ऊर्जा में उतार-चढ़ाव रहेगा। सूर्य देव के वृश्चिक राशि में आने से विश्राम और भावनात्मक संतुलन आवश्यक होगा। नियमित नींद और संतुलित आहार से स्वास्थ्य स्थिर रहेगा। शनि देव के मार्गी होने से 28 नवंबर के बाद अनुशासन और एकाग्रता लौटेगी.
संबंध: महीने की शुरुआत में मित्रता और सामंजस्य बढ़ेगा। मध्य के बाद भावनात्मक जुड़ाव गहरा होगा। बुध वक्री होने से पुराने रिश्तों में संवाद फिर से शुरू हो सकता है- धैर्य और समझ आवश्यक है.
शिक्षा: छात्रों के लिए ध्यान केंद्रित करने और पुनरावृत्ति का समय है। 23 नवंबर के बाद नई पढ़ाई शुरू करने से बचें.
उपाय
- गुरुवार को भगवान विष्णु को पीले पुष्प चढ़ाएँ.
- गुरु बीज मंत्र का जप करें.
- 23 नवंबर के बाद कोई बड़ा वचन या अनुबंध न करें.
- पुखराज या सिट्रीन धारण करें.
- कृतज्ञता का अभ्यास करें.
मकर मासिक राशिफल (1 से 30 नवंबर 2025)
नवंबर का महीना संतुलन और धैर्य का संदेश लाता है। सूर्य देव के तुला राशि में होने से काम और निजी जीवन के बीच तालमेल बनेगा। 16 नवंबर को जब सूर्य देव वृश्चिक राशि में प्रवेश करेंगे, तब दीर्घकालिक लक्ष्यों और आत्म-सुधार पर ध्यान केंद्रित होगा। 23 नवंबर से बुध वक्री होकर तुला में आएंगे, जिससे पुराने कार्यों की समीक्षा होगी.
करियर: प्रगति धैर्य और सटीकता से मिलेगी। मंगल देव वृश्चिक राशि में आपकी टीमवर्क और महत्वाकांक्षा को मजबूत करेंगे। सूर्य देव के प्रभाव से जिम्मेदारियां बढ़ेंगी, लेकिन परिणाम भी सकारात्मक मिलेंगे। 23 नवंबर के बाद नए अनुबंधों से बचें और पुराने प्रोजेक्ट पर ध्यान दें.
वित्त: आर्थिक स्थिति स्थिर रहेगी, यदि आप संयम से कार्य करें। शुक्र देव के तुला राशि में होने से धन-संबंधी सहयोग बढ़ेगा, परंतु 26 नवंबर के बाद खर्चों में वृद्धि संभव है। बृहस्पति देव के वक्री होने से निवेश में सावधानी रखें.
स्वास्थ्य: ऊर्जा अच्छी रहेगी, लेकिन अधिक कार्य करने से थकान हो सकती है। सूर्य देव का वृश्चिक में गोचर विश्राम और भावनात्मक पुनर्नवीनीकरण का समय लाता है। शनि देव के मार्गी होने से महीने के अंत में स्थिरता लौटेगी.
संबंध: परिवार और प्रेम संबंधों में सामंजस्य रहेगा। बुध वक्री होने से थोड़ी गलतफहमियाँ हो सकती हैं, इसलिए शांत मन से संवाद करें। अविवाहित जातकों को किसी पुराने परिचित से दुबारा संपर्क मिल सकता है.
शिक्षा: छात्रों के लिए निरंतरता और पुनरावृत्ति लाभदायक रहेगी। 23 नवंबर के बाद ध्यान बंट सकता है- नई शुरुआत टालें.
उपाय
- शनिवार को शनि देव को काले तिल या जल अर्पित करें.
- ॐ शनैश्चराय नमः का जप करें.
- 23 नवंबर के बाद कोई बड़ा निर्णय न लें.
- नीलम या गार्नेट धारण करें.
- रोज़ ध्यान करें.
कुंभ मासिक राशिफल (1 से 30 नवंबर 2025)
नवंबर की शुरुआत सूर्य देव के तुला राशि में होने से सहयोग, संवाद और टीमवर्क को प्रोत्साहन देती है। जब 16 नवंबर को सूर्य देव वृश्चिक राशि में प्रवेश करेंगे, तब आपका ध्यान वित्तीय योजना और आत्मचिंतन की ओर जाएगा। 23 नवंबर से बुध वक्री होने पर कुछ देरी या भ्रम संभव है- यह समय जल्दबाजी छोड़कर सोच-विचार और योजनाओं को सुधारने का है.
करियर: यह महीना ध्यान और रणनीतिक कार्यशैली की मांग करता है। मंगल देव वृश्चिक राशि में हैं, जो आपकी महत्वाकांक्षा और कार्य-ऊर्जा को मजबूत बनाते हैं। नवंबर के शुरुआती दिनों में टीमवर्क और साझेदारी के माध्यम से पहचान मिलेगी। 16 नवंबर के बाद सूर्य देव का प्रभाव जिम्मेदारी और दीर्घकालिक सोच पर रहेगा। 23 नवंबर के बाद बुध वक्री होने से देरी हो सकती है, अतः नए अनुबंधों से बचें और पुराने कार्यों को सुधारें.
वित्त: वित्तीय योजना इस महीने का मुख्य विषय रहेगी। 26 नवंबर तक शुक्र देव के तुला राशि में रहने से संतुलन और स्थिर प्रगति मिलेगी, लेकिन उनके वृश्चिक राशि में जाने पर भावनात्मक खर्च बढ़ सकता है। 11 नवंबर से बृहस्पति देव के वक्री होने से निवेश और धन प्रबंधन में सतर्क रहें। बचत को प्राथमिकता दें और अनावश्यक खर्चों से बचें.
स्वास्थ्य: मंगल देव आपकी ऊर्जा बढ़ाएंगे, लेकिन अधिक परिश्रम थकान ला सकता है। बुध वक्री के कारण मानसिक तनाव या बेचैनी महसूस हो सकती है- इसलिए ध्यान, योग और पर्याप्त नींद अपनाएँ। सूर्य देव का वृश्चिक गोचर भावनात्मक स्वास्थ्य पर ध्यान देने का संकेत देता है। महीने के अंत में शनि देव के मार्गी होने से संतुलन और स्थिरता लौटेगी.
संबंध: महीने की शुरुआत में तुला राशि के सूर्य देव प्रेम और सामंजस्य बढ़ाएंगे, जबकि वृश्चिक में प्रवेश के बाद भावनात्मक गहराई आएगी। 23 नवंबर के बाद कुछ गलतफहमियाँ संभव हैं- धैर्य रखें और स्पष्ट संवाद बनाए रखें. अविवाहित जातक किसी पुराने परिचित से दुबारा जुड़ सकते हैं.
शिक्षा: छात्रों के लिए पुनरावृत्ति और निरंतर अध्ययन लाभकारी रहेगा। मंगल देव प्रेरणा देंगे, परंतु बुध वक्री ध्यान भंग कर सकते हैं- 23 नवंबर के बाद नए विषयों की शुरुआत न करें.
उपाय
- गुरुवार को भगवान विष्णु को हरी मूंग अर्पित करें.
- ॐ राहवे नमः का जप करें.
- 23 नवंबर के बाद बड़े निर्णय न लें.
- अमेथिस्ट (नीला स्फटिक) धारण करें.
- रोज़ ध्यान और प्राणायाम करें.
मीन मासिक राशिफल (1 से 30 नवंबर 2025)
महीने की शुरुआत सूर्य देव के तुला राशि में होने से वित्तीय संतुलन और आत्म-सुधार पर केंद्रित रहेगी। 16 नवंबर के बाद जब सूर्य देव वृश्चिक राशि में प्रवेश करेंगे, तब ध्यान करियर लक्ष्यों और जिम्मेदारियों पर रहेगा। 23 नवंबर से बुध वक्री होकर तुला में आएंगे, जिससे पुराने कार्यों को पूरा करने और अधूरे मामलों को सुलझाने का समय मिलेगा। धैर्य और अनुशासन से प्रगति संभव होगी.
करियर: इस महीने व्यावसायिक प्रगति क्रमिक रूप से होगी। मंगल देव वृश्चिक राशि में आपके नवम भाव को सक्रिय करेंगे, जिससे नए विचार और महत्वाकांक्षा बढ़ेगी। सूर्य देव का गोचर जिम्मेदारी और योजना शक्ति को मज़बूत करेगा। 23 नवंबर के बाद बुध वक्री होने से संवाद में भ्रम संभव है, इसलिए नए प्रोजेक्ट शुरू करने की बजाय पुराने कार्य सुधारें.
वित्त: आर्थिक स्थिरता के लिए सावधानी आवश्यक है। 2 नवंबर से शुक्र देव के तुला राशि में होने से विवेकपूर्ण निर्णय में मदद मिलेगी, परंतु 26 नवंबर को उनके वृश्चिक राशि में आने से विलासिता पर खर्च बढ़ सकता है। 11 नवंबर से बृहस्पति देव के वक्री होने से निवेश योजनाओं का पुनर्मूल्यांकन करें। अनावश्यक जोखिमों से बचें.
स्वास्थ्य: ऊर्जा अच्छी रहेगी, परंतु तनाव थकान ला सकता है। सूर्य देव के वृश्चिक गोचर से भावनात्मक संतुलन आवश्यक होगा। मंगल देव बेचैनी बढ़ा सकते हैं, इसलिए पर्याप्त विश्राम और आत्म-देखभाल अपनाएँ। बुध वक्री एकाग्रता को प्रभावित कर सकते हैं, अतः दिनचर्या और नींद नियमित रखें.
परिवार और संबंध: संबंधों में ईमानदारी और समझ ही संतुलन लाएगी। सूर्य देव के तुला प्रभाव से शुरुआती समय में सामंजस्य बना रहेगा, जबकि वृश्चिक ऊर्जा भावनात्मक निकटता बढ़ाएगी। 23 नवंबर से बुध वक्री पुराने मुद्दे दोबारा ला सकते हैं- शांत मन से बात करें। प्रेम और सहानुभूति से रिश्ते मजबूत होंगे.
शिक्षा: छात्रों के लिए स्थिर मेहनत और पुनरावृत्ति लाभदायक रहेगी। मंगल देव दृढ़ता बढ़ाएंगे, और सूर्य देव स्मरण शक्ति को मज़बूत करेंगे। बुध वक्री के दौरान पुराने विषयों की पुनरावृत्ति ही फलदायक रहेगी.
उपाय
- सोमवार को भगवान शिव को जल या सफेद पुष्प अर्पित करें.
- ॐ शनैश्चराय नमः का जप करें.
- 23 नवंबर के बाद बड़े निर्णय न लें.
- चंद्रकांत मणि या अमेथिस्ट धारण करें.
- ध्यान, गहरी साँसों का अभ्यास या लेखन (जर्नलिंग) करें.
संक्षेप:
नवंबर 2025 आत्म-जागरूकता, संतुलन और धैर्य का महीना है। बुध वक्री और वृश्चिक राशि की गहराई के प्रभाव में यह समय आत्ममंथन और पुनर्निर्माण का है। जल्दबाजी से बचें, संवाद सोच-समझकर करें, और भरोसा रखें कि नियमित प्रयास से स्थायी प्रगति अवश्य मिलेगी.
