मोनालिसा: रहस्यमयी मुस्कान और उसकी अनमोल कहानी

मोनालिसा की रहस्यमयी पेंटिंग
इटली के प्रसिद्ध चित्रकार और दार्शनिक लिओनार्दो दा विंची के बारे में तो आपने सुना ही होगा। वे यूरोपीय पुनर्जागरण के प्रमुख व्यक्तित्वों में से एक थे। उनकी बनाई पेंटिंग 'मोनालिसा' आज भी एक रहस्य बनी हुई है। आखिर इस पेंटिंग में ऐसा क्या है जो विशेषज्ञों को इसकी गहराई में जाने के लिए प्रेरित करता है? इस पेंटिंग की वर्तमान कीमत लगभग 867 मिलियन डॉलर है, जो भारतीय मुद्रा में करीब 6.4 हजार करोड़ रुपये के बराबर है। लिओनार्दो ने इस पेंटिंग पर 1503 से 1517 तक काम किया, और उन्हें मोनालिसा के होंठ बनाने में विशेष कठिनाई का सामना करना पड़ा।
मोनालिसा की मुस्कान इस पेंटिंग का सबसे बड़ा रहस्य है। विशेषज्ञों का मानना है कि उसकी मुस्कान विभिन्न कोणों से देखने पर अलग-अलग दिखाई देती है। एक कोण से देखने पर यह मुस्कान हंसती हुई लगती है, जबकि दूसरे कोण से यह फीकी पड़ जाती है।
कहा जाता है कि जिस महिला की लिओनार्दो ने पेंटिंग बनाई, वह अपने भीतर एक गहरा राज छुपाए हुए है। कुछ समय पहले एक चिकित्सक ने बताया कि मोनालिसा के ऊपरी दो दांत टूटे हुए हैं, जिससे उसका ऊपरी होंठ थोड़ा अंदर की ओर दबा हुआ है।
2000 में हार्वर्ड के एक न्यूरोसाइंटिस्ट ने इस पेंटिंग पर अध्ययन करते हुए कहा कि मोनालिसा की मुस्कान कभी नहीं बदलती, बल्कि यह आपके मनोविज्ञान पर निर्भर करती है। यदि आप खुश हैं, तो वह मुस्कुराती हुई दिखेगी, और यदि आप दुखी हैं, तो उसकी मुस्कान फीकी पड़ जाएगी।
हालांकि, आज भी यह स्पष्ट नहीं है कि मोनालिसा वास्तव में कौन थी। एक सिद्धांत के अनुसार, लिओनार्दो ने खुद को एक महिला के रूप में चित्रित किया है। यह पेंटिंग अब तक की सबसे महंगी पेंटिंग मानी जाती है, जिसकी कीमत लगभग 867 मिलियन डॉलर है, जो भारत में करीब 6.4 हजार करोड़ रुपये है।