दिल्ली में 'बियॉन्ड द ग्रे' कला प्रदर्शनी का भव्य उद्घाटन
दिल्ली में फाइनलाइन आर्ट अकादमी ने 'बियॉन्ड द ग्रे' नामक समूह कला प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। इस प्रदर्शनी में नवोदित कलाकारों की रचनाएँ प्रदर्शित की गई हैं, जो दर्शकों को एक नई दृष्टि प्रदान करती हैं। कला प्रेमियों के लिए यह प्रदर्शनी १५ अक्टूबर २०२५ तक खुली रहेगी। जानें इस अनोखी प्रदर्शनी के बारे में और कैसे यह कला के क्षेत्र में एक नया अध्याय जोड़ती है।
Oct 6, 2025, 16:59 IST
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दिल्ली में कला का नया अध्याय
दिल्ली। कला के क्षेत्र में एक नई रोशनी लेकर, फाइनलाइन आर्ट अकादमी ने ५ अक्टूबर २०२५ को 'बियॉन्ड द ग्रे' नामक समूह कला प्रदर्शनी का भव्य उद्घाटन किया। इस प्रदर्शनी का आयोजन अकादमी के संस्थापक और निदेशक आशिष देशमुख तथा ऑपरेशनल हेड स्नेहल सवडदकर के निरंतर प्रयासों से संभव हुआ है।
इस समारोह में कला जगत के कई प्रमुख हस्तियों ने भाग लिया और नवोदित कलाकारों के कार्यों की सराहना की। गढी स्टुडिओज के वरिष्ठ प्रिंटमेकर और प्रसिद्ध कलाकार जयंत गजेरा तथा फैकल्टी ऑफ आर्ट एंड डिज़ाइन के फय्याज रशीद खान ने मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित होकर कलाकारों को शुभकामनाएं दीं।
इस अवसर पर सुदर्शना फाउंडेशन की अध्यक्ष संयुक्त देशमुख की भी विशेष उपस्थिति रही।
प्रदर्शनी की केंद्रीय थीम अत्यंत गहन और आकर्षक है। कलाकृतियों में भिंगे (Magnifying Glass) का प्रतीकात्मक चित्रण किया गया है, जो दर्शकों को यह बताता है कि यदि हम दुनिया को एक विशेष दृष्टिकोण से देखें, तो उसमें रंग और जीवन का अनुभव होता है, अन्यथा बाहरी दुनिया केवल 'राखाडी' (Grey) और निष्क्रिय लग सकती है।
इस अभिनव विचारधारा के बारे में बात करते हुए, फाइनलाइन आर्ट अकादमी के संस्थापक आशिष देशमुख ने कहा, "यह केवल रंगों का खेल नहीं है, बल्कि आशावाद और सकारात्मक दृष्टिकोण की जीत है। 'बियॉन्ड द ग्रे' के माध्यम से हम यह साबित करना चाहते हैं कि हर व्यक्ति के भीतर एक रंगीन दुनिया छिपी हुई है। बस सही दृष्टिकोण से देखने की आवश्यकता है। हमारे छात्रों ने इस विचारधारा को अत्यंत रचनात्मकता के साथ कागज पर उतारा है, और ये कलाकृतियाँ प्रत्येक दर्शक को अपने दृष्टिकोण पर विचार करने के लिए प्रेरित करेंगी।"
फाइनलाइन आर्ट अकादमी के छात्रों ने अपनी अनोखी और रचनात्मक कलाकृतियों के लिए उपस्थित लोगों से भरपूर सराहना प्राप्त की। उनके काम की वैचारिक गहराई और सृजनात्मकता ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
कलाप्रेमियों को नवोदित कलाकारों की प्रतिभा और विचारों की इस अद्भुत कलाकृति श्रृंखला को देखने का अवसर १५ अक्टूबर २०२५ तक उपलब्ध है। कला के इस सृजनात्मक प्रयोग को कला प्रेमियों को अवश्य देखना चाहिए।