हर्षित राणा को एशिया कप में जगह मिलने के 3 प्रमुख कारण
एशिया कप में गेंदबाजों की प्रतिस्पर्धा
एशिया कप में भारतीय क्रिकेट टीम के गेंदबाजों के बीच हमेशा से प्रतिस्पर्धा देखने को मिलती है। इस बार भी मोहम्मद सिराज को एशिया कप के लिए नहीं चुना गया है, जबकि उनकी जगह हर्षित राणा को टीम में शामिल किया गया है। यह निर्णय कई प्रशंसकों के लिए आश्चर्यजनक था, लेकिन इसके पीछे कुछ ठोस कारण हैं। आइए जानते हैं वे 3 प्रमुख कारण जिनकी वजह से हर्षित राणा को एशिया कप में मौका मिला।
ड्रीम डेब्यू में राणा का रिकॉर्ड
राणा ने ड्रीम डेब्यू में 3-3 विकेट लेकर अनोखा रिकॉर्ड बनाया
टीम को चाहिए था नया X-फैक्टर
टीम को चाहिए था नया X-फैक्टर
हालांकि मोहम्मद सिराज एक अनुभवी गेंदबाज हैं, लेकिन हाल के समय में उनका प्रदर्शन औसत रहा है। दूसरी ओर, हर्षित राणा अपनी तेज गति और सटीक यॉर्कर के लिए जाने जाते हैं। उनकी आक्रामक गेंदबाजी भारतीय टीम के लिए एक नया X-फैक्टर साबित हो सकती है। यही कारण है कि चयनकर्ताओं ने राणा को प्राथमिकता दी।
UAE की पिचों का प्रभाव
UAE की पिच आमतौर पर धीमी और स्पिनर्स के अनुकूल है
एशिया कप 2025 के मैच UAE की पिचों पर खेले जाएंगे, जो आमतौर पर धीमी और स्पिनर्स के लिए अनुकूल होती हैं। यहां तेज गेंदबाजों को केवल रफ्तार से काम नहीं चलता, बल्कि विविधता भी आवश्यक होती है। हर्षित राणा स्लोवर गेंद और धीमी गति की बाउंसर में माहिर हैं, जो उन्हें इस पिच पर और भी प्रभावी बनाती हैं।
निष्कर्ष
निष्कर्ष
हालांकि मोहम्मद सिराज का करियर रिकॉर्ड शानदार रहा है, लेकिन क्रिकेट में प्रदर्शन और फॉर्म का महत्व होता है। इसी कारण हर्षित राणा को एशिया कप के लिए चुना गया है। अब उनके पास यह अवसर है कि वह अपने डेब्यू की तरह इस टूर्नामेंट में भी टीम के लिए महत्वपूर्ण साबित हों।