रणजी ट्रॉफी में खिलाड़ियों की कमाई: जानें एक मैच में कितनी होती है फीस
रणजी ट्रॉफी का महत्व
रणजी ट्रॉफी को भारतीय क्रिकेट का एक महत्वपूर्ण प्लेटफॉर्म माना जाता है। इस टूर्नामेंट में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी जल्दी ही राष्ट्रीय टीम में जगह बना लेते हैं। उदाहरण के लिए, सरफराज खान, अभिमन्यु ईश्वरन, मुकेश कुमार, करुण नायर और आकाश दीप जैसे खिलाड़ियों ने अपनी प्रतिभा साबित की है और बीसीसीआई द्वारा उन्हें भारतीय टीम में शामिल किया गया।
टीम इंडिया में स्थान पाने की शर्तें
रणजी ट्रॉफी में भाग न लेने वाले खिलाड़ियों को भारतीय टीम में शामिल नहीं किया जाता। 2024 में, जब बीसीसीआई ने ईशान किशन को टीम से बाहर किया, तब से खिलाड़ियों ने इस टूर्नामेंट में भाग लेना शुरू कर दिया। 2025 के रणजी ट्रॉफी के दूसरे चरण में रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे दिग्गजों ने भाग लिया, जिन्हें बीसीसीआई ने इस टूर्नामेंट में खेलने के लिए प्रेरित किया।
खिलाड़ियों की कमाई में सुधार
रणजी ट्रॉफी को बढ़ावा देने के लिए बीसीसीआई ने खिलाड़ियों को बेहतर सुविधाएं और फीस संरचना में सुधार का आश्वासन दिया है। अब, यदि कोई खिलाड़ी पूरा सीजन खेलता है, तो वह लाखों रुपये आसानी से कमा सकता है।
रणजी ट्रॉफी से खिलाड़ियों की कमाई
बीसीसीआई ने खिलाड़ियों की फीस को तीन श्रेणियों में बांटा है, जो उनके अनुभव पर आधारित है। 40 से अधिक मैच खेलने वाले खिलाड़ियों को अधिकतम 60,000 रुपये प्रति दिन मिलते हैं, जबकि 21 से 40 मैच खेलने वाले खिलाड़ियों को 50,000 रुपये और 20 से कम मैच खेलने वालों को 40,000 रुपये मिलते हैं।
डेब्यू मैच में कमाई
जो खिलाड़ी रणजी ट्रॉफी में अपना पहला मैच खेलते हैं, उन्हें 25,000 रुपये मिलते हैं। वहीं, अनकैप्ड खिलाड़ियों को रिजर्व खिलाड़ी के रूप में कोई फीस नहीं दी जाती।
रणजी ट्रॉफी में मैचों की संख्या
रणजी ट्रॉफी में 38 टीमें भाग लेती हैं, जिनमें से 32 टीमों को एलीट ग्रुप में रखा गया है। प्रत्येक टीम को ग्रुप स्टेज में 7 मैच खेलने का मौका मिलता है।
विजेता टीम को पुरस्कार
जब कोई टीम रणजी ट्रॉफी जीतती है, तो बीसीसीआई द्वारा उसे 5 करोड़ रुपये का पुरस्कार दिया जाता है। रनर-अप को 3 करोड़ और सेमीफाइनल हारने वाली टीमों को 1-1 करोड़ रुपये मिलते हैं।