×

रणजी ट्रॉफी में 22 रनों पर सिमटी टीम का ऐतिहासिक प्रदर्शन

रणजी ट्रॉफी में सदर्न पंजाब की टीम ने 1935 में नॉर्दन इंडिया के खिलाफ महज 22 रनों पर ऑलआउट होकर एक नया रिकॉर्ड बनाया। यह घटना भारतीय क्रिकेट के इतिहास में सबसे कम स्कोर के रूप में दर्ज है। जानिए इस मैच की पूरी कहानी और इसके पीछे की वजहें।
 

रणजी ट्रॉफी: भारतीय क्रिकेट का महत्वपूर्ण मंच

रणजी ट्रॉफी को भारतीय क्रिकेट का एक महत्वपूर्ण मंच माना जाता है। इस टूर्नामेंट में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को भारतीय टीम में शामिल होने के अवसर मिलते हैं। हाल के उदाहरणों में सरफराज खान, आकाशदीप, ध्रुव जूरेल और अभिमन्यु ईश्वरन जैसे खिलाड़ियों का नाम शामिल है, जिन्होंने रणजी ट्रॉफी में शानदार खेल दिखाया और इसके बाद भारतीय टीम में जगह बनाई।


रणजी ट्रॉफी में सबसे कम स्कोर

रणजी ट्रॉफी में कई टीमों ने बड़े रिकॉर्ड बनाए हैं, लेकिन एक टीम ने 22 रनों पर ऑलआउट होकर इतिहास रच दिया। यह घटना एक शताब्दी पहले हुई थी जब सदर्न पंजाब की टीम ने 1935 में नॉर्दन इंडिया के खिलाफ खेलते हुए महज 22 रनों पर पवेलियन लौट गई थी। यह स्कोर रणजी ट्रॉफी के इतिहास में सबसे कम है।


सदर्न पंजाब की पारी का हाल

1935 में अमृतसर के मैदान पर हुए इस मैच में नॉर्दन इंडिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 142 रन बनाए। इसके बाद सदर्न पंजाब की टीम ने 135 रन बनाए। तीसरी पारी में नॉर्दन इंडिया ने 106 रन बनाए, जिससे सदर्न पंजाब को जीत के लिए 114 रनों की आवश्यकता थी। लेकिन उनकी बल्लेबाजी पूरी तरह से विफल रही और टीम केवल 22 रनों पर आउट हो गई।


FAQs

रणजी ट्रॉफी में सबसे कम स्कोर किस टीम के नाम है?
रणजी ट्रॉफी में सबसे कम स्कोर सदर्न पंजाब के नाम है।


1935 रणजी ट्रॉफी में नॉर्दन इंडिया के कप्तान कौन थे?
1935 रणजी ट्रॉफी में नॉर्दन इंडिया के कप्तान जॉर्ज एबेल थे।


1935 रणजी ट्रॉफी में सदर्न पंजाब के कप्तान कौन थे?
1935 रणजी ट्रॉफी में सदर्न पंजाब के कप्तान पटियाला के युवराज यादवेंद्र सिंह थे।