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युवराज सिंह की बहन अमरजोत कौर को मिली टीम इंडिया में जगह

युवराज सिंह की बहन अमरजोत कौर को भारतीय पैडल टीम में शामिल किया गया है। वह एशिया पैसिफिक पैडल कप 2025 में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी। इस चयन को उन्होंने अपने करियर का एक महत्वपूर्ण पल बताया है। जानें उनके परिवार और पैडल खेल के बारे में।
 

युवराज सिंह की बहन का टीम इंडिया में चयन

युवराज सिंह: भारत को अपनी शानदार बल्लेबाजी और गेंदबाजी से कई मैचों में जीत दिलाने वाले युवराज सिंह की बहन अमरजोत कौर का चयन टीम इंडिया में हो गया है। वह भविष्य में भारतीय टीम के लिए खेलती नजर आएंगी। आइए जानते हैं, वह कौन हैं और इस चयन की पूरी कहानी क्या है।


अमरजोत कौर का चयन

युवराज सिंह की बहन अमरजोत कौर का चयन भारतीय पैडल टीम में हुआ है, जो उन्हें ट्रॉफी जिताने के लिए प्रेरित करेगा। यह चयन भारतीय क्रिकेट टीम में नहीं, बल्कि पैडल टीम में हुआ है।


पैडल टीम में अमरजोत कौर

युवराज सिंह के सौतेले भाई की बहन अमरजोत कौर, जिन्हें एमी बुंदेल के नाम से भी जाना जाता है, को एशिया पैसिफिक पैडल कप 2025 के लिए भारतीय पैडल टीम में शामिल किया गया है। वह इस टूर्नामेंट में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए उत्साहित हैं।

यह उनके लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है, जिसे उन्होंने अपनी यात्रा का एक 'अविश्वसनीय पल' बताया है।


टीम में युवा और अनुभवी खिलाड़ी

एशिया पैसिफिक पैडल कप 2025 का आयोजन अगस्त में मलेशिया के कुआलालंपुर में होगा। इस टूर्नामेंट में भारतीय टीम में कई अनुभवी और युवा खिलाड़ियों को शामिल किया गया है। सभी खिलाड़ी अपनी तेज सर्विस और रणनीतिक खेल के लिए जाने जाते हैं। आयोजकों के अनुसार, यह एशिया का सबसे बड़ा पैडल इवेंट होगा।


अमरजोत कौर का पारिवारिक परिचय

अमरजोत कौर, युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह की दूसरी पत्नी नीना बुंदेल की बेटी हैं। वह चंडीगढ़ में रहती हैं और टेनिस के साथ-साथ पैडल में भी करियर बनाने की कोशिश कर रही हैं। उनके परिवार में उनके सगे भाई विक्टर सिंह और सौतेले भाई युवराज सिंह शामिल हैं।

अमरजोत कौर सोशल मीडिया पर भी लोकप्रिय हो रही हैं, उनके इंस्टाग्राम पर 32 हजार से अधिक फॉलोअर्स हैं।


पैडल खेल का परिचय

पैडल एक रैकेट खेल है, जो टेनिस और स्क्वैश का मिश्रण है और मुख्य रूप से डबल्स में खेला जाता है। इसका कोर्ट टेनिस कोर्ट से छोटा होता है और इसके चारों ओर कांच की दीवारें होती हैं, जिससे गेंद टकराने के बाद भी खेल में बनी रहती है।