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मुंबई में नारिमन पॉइंट से मीरा-भायंदर यात्रा का समय घटेगा

मुंबई के निवासियों के लिए एक अच्छी खबर है, क्योंकि दहिसर-भायंदर राजमार्ग के निर्माण से नारिमन पॉइंट से मीरा-भायंदर तक यात्रा का समय केवल 30 मिनट में सिमट जाएगा। महाराष्ट्र के परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने इस परियोजना की जानकारी दी है, जो 3,000 करोड़ रुपये की लागत से तीन वर्षों में पूरी होने की उम्मीद है। इस परियोजना के तहत 53.17 एकड़ नमक भूमि का हस्तांतरण किया गया है, जिससे सड़क निर्माण की प्रक्रिया में तेजी आएगी। यह नया मार्ग दक्षिण मुंबई को मीरा-भायंदर से जोड़कर यात्रा को और भी सुगम बनाएगा।
 

यात्रा समय में कमी का नया मार्ग

मुंबई के निवासियों को जल्द ही शहर के केंद्र और उत्तरी उपनगरों के बीच यात्रा समय में महत्वपूर्ण कमी का अनुभव हो सकता है। महाराष्ट्र के परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने बुधवार को बताया कि दहिसर-भायंदर राजमार्ग के निर्माण से नारिमन पॉइंट से मीरा-भायंदर तक केवल 30 मिनट में यात्रा संभव होगी, जब यह राजमार्ग खुल जाएगा।


महत्वपूर्ण भूमि हस्तांतरण

यह घोषणा उस समय आई है जब केंद्रीय नमक आयुक्त ने महाराष्ट्र सरकार को एक महत्वपूर्ण संपत्ति हस्तांतरित की है, जिससे इस लंबे समय से रुके हुए प्रोजेक्ट में एक बड़ी बाधा समाप्त हो गई है। राज्य को अब कुल 53.17 एकड़ नमक भूमि प्राप्त हुई है, जिससे मीरा-भायंदर नगर निगम को 60 मीटर चौड़ी सड़क बनाने की अनुमति मिलेगी।


प्रोजेक्ट की लागत और समयसीमा

सरनाईक ने कहा कि भूमि हस्तांतरण पिछले चार से पांच वर्षों में लगातार फॉलो-अप का परिणाम है। उन्होंने कहा, "इससे दहिसर से भायंदर और आगे वसई-विरार की ओर सड़क निर्माण का रास्ता साफ हो गया है।" इस प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत ₹3,000 करोड़ है और इसे L.E.T. कंपनी द्वारा तीन वर्षों के भीतर पूरा किया जाएगा।


नया मार्ग और स्थानीय प्रतिक्रिया

योजना के अनुसार, यह तटीय सड़क उत्तन तक जाएगी, फिर नए दहिसर-भायंदर मार्ग का उपयोग करते हुए मीरा रोड से जुड़ेगी, और आगे वसई और विरार तक जाएगी। पहले तटीय सड़क के निर्माण के लिए एक अनुरोध को उत्तन के मछुआरों द्वारा विरोध का सामना करना पड़ा था, जिसके बाद सरकार ने मछुआरों के अनुरोध पर मार्ग को संशोधित किया।


भविष्य की संभावनाएं

सरनाईक ने विश्वास व्यक्त किया कि यह नई कनेक्टिविटी मीरा-भायंदर को एक प्रमुख उपनगर में बदल देगी, जो दक्षिण मुंबई तक सीधी और तेज पहुंच प्रदान करेगी। केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने ठाणे जिले में 215,189 वर्ग मीटर (53.17 एकड़) नमक भूमि का हस्तांतरण महाराष्ट्र सरकार को 99 साल की लीज पर ₹12.89 करोड़ की लागत पर मंजूरी दी है।


यात्री अनुभव में सुधार

यात्री अब उम्मीद कर सकते हैं कि दक्षिण मुंबई से मीरा-भायंदर की उनकी सामान्य यात्रा पहले से कहीं अधिक छोटी महसूस होगी।