महिला क्रिकेट विश्व कप: भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच रोमांचक फाइनल की तैयारी
महिला क्रिकेट विश्व कप का फाइनल मुकाबला भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच होने वाला है। दोनों टीमों ने शानदार प्रदर्शन किया है और अब वे खिताब के लिए आमने-सामने होंगी। भारत अपने घरेलू मैदान पर इतिहास रचने की कोशिश करेगा, जबकि दक्षिण अफ्रीका नई उपलब्धियों की ओर अग्रसर है। जानें दोनों टीमों की तैयारियों और खिलाड़ियों के प्रदर्शन के बारे में।
Nov 1, 2025, 14:32 IST
महिला क्रिकेट विश्व कप का फाइनल मुकाबला
महिला क्रिकेट विश्व कप की नई विजेता का ताज पहनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, दोनों टीमों में कई प्रतिभाशाली खिलाड़ी शामिल हैं। भारत, जो नवी मुंबई में अपने घरेलू मैदान पर इतिहास रचने की कोशिश कर रहा है, वहीं दक्षिण अफ्रीका की कप्तान लॉरा वोल्वार्ड्ट भी नई उपलब्धियों की ओर अग्रसर हैं। हाल के वर्षों में आईसीसी आयोजनों में कई बार फाइनल में पहुँचने से चूकने के बाद, दक्षिण अफ्रीका ने हरमनप्रीत कौर की टीम को हराकर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है।
महत्वपूर्ण मुकाबला
हालांकि 9 अक्टूबर को विशाखापत्तनम में लीग चरण में भारत को जीत नहीं मिली, लेकिन नई गेंद से उनके प्रदर्शन ने आत्मविश्वास बढ़ाया। भारत ने अपने विरोधियों को छह ओवरों में 18/2 पर रोक दिया और स्पिनरों की मदद से प्रोटियाज़ को 81/5 पर सीमित किया। लॉरा वोल्वार्ड्ट ने नॉन-स्ट्राइकर छोर पर रहते हुए कई महत्वपूर्ण साझेदारियाँ कीं, जिसमें क्लो ट्रायोन के साथ 61 रनों की साझेदारी शामिल थी, जिससे दक्षिण अफ्रीका ने अंततः जीत हासिल की।
वोल्वार्ड्ट (470) टूर्नामेंट में सबसे अधिक रन बनाने वाली खिलाड़ी हैं, जबकि उनकी सलामी जोड़ीदार ब्रिट्स का प्रदर्शन निरंतर अच्छा नहीं रहा है। ब्रिट्स ने न्यूज़ीलैंड के खिलाफ दूसरे मैच में शतक नहीं बना पाईं। भारत के खिलाफ आउट होने के कारण वह खुद को बदकिस्मत मान सकती हैं, लेकिन युवा खिलाड़ी क्रांति गौड़ ने एक शानदार कैच लेकर उनकी उम्मीदों को बढ़ाया। दक्षिण अफ्रीका के लिए एक और चिंता का विषय यह है कि प्रमुख तेज गेंदबाज़ रेणुका सिंह ठाकुर लीग चरण के मैच में नहीं खेल पाईं।
महिला विश्व कप के इतिहास में सबसे अधिक विकेट लेने वाली गेंदबाज़ इस मैच में वर्तमान नंबर एक वनडे बल्लेबाज़ के खिलाफ नई गेंद लेकर मैदान में उतरेंगी। यह मैच दर्शकों के लिए एक सपनों का मुकाबला होगा। कप्प ने सेमीफाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ 5/20 के प्रदर्शन के साथ झूलन गोस्वामी का रिकॉर्ड तोड़ दिया था।
इस बीच, मंधाना ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल में 24 रन प्रति गेंद की दर से आउट होने के बावजूद फाइनल तक पहुँचने में दो अर्धशतक और एक शतक बनाया। वह केवल एक बार ही सिंगल फिगर में आउट हुई थीं। वनडे क्रिकेट में उनका प्रदर्शन खिलाड़ियों के बीच आपसी सम्मान का प्रतीक है। कप्प ने मंधाना को 116 गेंदों में केवल एक बार आउट किया है, जबकि भारतीय बल्लेबाज़ का स्ट्राइक रेट केवल 62 रहा है।
भारत की मध्यक्रम की ताकत
भारत के 25 वर्षीय मध्यक्रम के स्टार खिलाड़ी ने सेमीफाइनल में गत चैंपियन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नाबाद 127 रनों की शानदार पारी खेली। हालांकि, तीन दिन बाद वापसी करके उस सफलता को दोहराना उनके लिए एक नई चुनौती होगी। लीग चरण में रॉड्रिक्स शून्य पर आउट हो गई थीं, इसलिए उन पर अतिरिक्त ध्यान दिया जाएगा।
टूर्नामेंट के दौरान टीम से बाहर और फिर से टीम में शामिल होने के बाद, रोड्रिग्स को बाएं हाथ की स्पिन गेंदबाजी का सामना करना पड़ सकता है, खासकर क्लो ट्रायोन और नॉनकुलुलेको म्लाबा के खिलाफ। दीप्ति शर्मा के पास टूर्नामेंट में विकेटों की संख्या में शीर्ष पर रहते हुए प्रतियोगिता का समापन करने का सुनहरा मौका है, लेकिन विश्व कप फाइनल में उनके लिए यह सबसे दबाव भरा टेस्ट होगा।