भारत-पाकिस्तान क्रिकेट विवाद: आईसीसी से नई मांगें उठीं
भारत-पाकिस्तान मैच में विवाद
एशिया कप के दौरान भारत और पाकिस्तान के बीच हुए क्रिकेट मैच में विवाद की स्थिति उत्पन्न हुई। भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने पाकिस्तानी कप्तान सलमान अली आगा से हाथ मिलाने से इनकार किया, और उनकी टीम ने भी ऐसा ही किया। इसके बाद, जब भारत ने एशिया कप जीता, तो उन्होंने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) और एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) के चेयरमैन मोहसिन नकवी से ट्रॉफी लेने से मना कर दिया। नकवी ट्रॉफी लेकर चले गए, जबकि भारतीय खिलाड़ियों ने बिना सेलिब्रेशन किए उनका मजाक उड़ाया।
आईसीसी से उठी मांग
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान और कमेंटेटर माइकल अथर्टन ने आईसीसी से एक महत्वपूर्ण मांग की है। उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच मैचों को आईसीसी टूर्नामेंट में नहीं होना चाहिए। उनका सुझाव है कि दोनों टीमें कम से कम लीग चरण में आमने-सामने न आएं, और नॉकआउट में मुकाबला होने पर ही ठीक है।
एशिया कप में तनाव
हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर के बाद, दोनों टीमों के बीच क्रिकेट पिच पर तनाव बढ़ गया। 14 सितंबर को, सूर्यकुमार यादव की कप्तानी में भारत ने पाकिस्तानी टीम से हाथ मिलाने से मना कर दिया। सुपर 4 मैच के दौरान, पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने भारत के खिलाफ विवादास्पद हाव-भाव दिखाए। प्रतियोगिता का अंत भारत द्वारा मोहसिन नकवी से ट्रॉफी स्वीकार करने से इनकार करने के साथ हुआ।
भारत-पाकिस्तान मैचों की आवश्यकता पर सवाल
अथर्टन ने अपने कॉलम में लिखा कि आईसीसी आयोजनों में भारत और पाकिस्तान के बीच मैचों का आयोजन आर्थिक और राजनयिक कारणों से होता है, लेकिन बिगड़ते संबंधों के चलते अब इस पर विचार करने का समय आ गया है। उन्होंने कहा कि इस मैच के कारण आईसीसी का प्रसारण अधिकार महंगा हो जाता है।
अथर्टन की आलोचना
अथर्टन ने कहा कि द्विपक्षीय मैचों में कमी के कारण आईसीसी आयोजनों में भारत और पाकिस्तान का मुकाबला महत्वपूर्ण हो गया है। उन्होंने आईसीसी की आलोचना की कि वे आर्थिक लाभ के लिए इन दोनों टीमों के बीच मैचों का आयोजन कर रहे हैं।
आईसीसी ड्रॉ की पारदर्शिता
अथर्टन ने कहा कि यदि क्रिकेट कभी कूटनीति का माध्यम था, तो अब यह तनावों और प्रचार का प्रॉक्सी बन गया है। उन्होंने सुझाव दिया कि अगले प्रसारण अधिकार चक्र के लिए आईसीसी आयोजनों से पहले मैचों का ड्रॉ पारदर्शी होना चाहिए।