भारत की तेज गेंदबाजी में मोहम्मद सिराज का जलवा, जो रूट का विवादास्पद निर्णय
मोहम्मद सिराज का प्रभावशाली प्रदर्शन
भारत के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने लार्ड्स में तीसरे टेस्ट के चौथे दिन शानदार प्रदर्शन किया, जिसमें उनकी तीव्रता और उत्तेजना ने सभी का ध्यान खींचा। सुबह के सत्र में दो बार सफलता हासिल करने के बाद, सिराज ने लंच के बाद भी इंग्लिश बल्लेबाजों पर दबाव बनाए रखा।
जो रूट को बचाने वाला निर्णय
दिन की सबसे बड़ी बहस 38वें ओवर में हुई, जब सिराज ने जो रूट को एक तेज गेंद फेंकी, जो उनके पैड पर जाकर लगी। रूट ने गेंद को खेलने की कोशिश की, लेकिन वह चूक गए और गेंद सीधे मध्य स्टंप के सामने लगी। भारतीय खिलाड़ियों को पूरा विश्वास था कि यह आउट है।
भारत की समीक्षा
हालांकि, ऑन-फील्ड अंपायर पॉल रीफेल इस निर्णय से सहमत नहीं थे। जब भारत ने समीक्षा की, तो रीप्ले में गेंद के पैड से टकराने का पता चला, लेकिन प्रभाव बहुत कम था, जिससे 'अंपायर का कॉल' निर्णय आया। भारतीय टीम इस निर्णय से चौंक गई। सिराज ने निराशा में चिल्लाते हुए अंपायर की ओर घूरा।
अनिल कुंबले की प्रतिक्रिया
पूर्व भारतीय ओपनर अभिनव मुकुंद ने कहा कि सिराज ने अंपायर को आश्चर्यचकित होकर देखा। इसी बीच, पूर्व कप्तान अनिल कुंबले ने टिप्पणी की कि यह निर्णय टीम के लिए निराशाजनक था। कुंबले ने मजाक में कहा, 'ऐसा लगता है कि पॉल रीफेल ने यह तय कर लिया है कि नॉट आउट ही रहेगा।'
भारत की वापसी
हालांकि, भारत के लिए यह अवसर महंगा साबित नहीं हुआ। जल्द ही, वाशिंगटन सुंदर ने रूट को 40 रन पर आउट कर दिया। इसके बाद उन्होंने जेमी स्मिथ को भी 8 रन पर पवेलियन भेजा, जिससे इंग्लैंड की स्थिति और भी खराब हो गई। चाय के समय, इंग्लैंड 175/6 पर संघर्ष कर रहा था, जबकि भारत ने स्थिति को अपने पक्ष में कर लिया था।
मैच की स्थिति
यह टेस्ट अब अंतिम चरण में प्रवेश कर चुका है, खासकर जब दोनों टीमों ने अपनी पहली पारी में समान स्कोर 387 बनाया। मैच अब दूसरी पारी की लड़ाई में बदल गया है, और सिराज की आक्रामकता और सुंदर की कसी गेंदबाजी भारत के लिए स्थिति को अनुकूल कर सकती है।