भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच तीसरे टी20 में महत्वपूर्ण बदलाव
टीम में बदलाव और टॉस की स्थिति
तीसरे टी20 मैच में तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह व्यक्तिगत कारणों से अहमदाबाद लौट गए, जबकि ऑलराउंडर अक्षर पटेल स्वास्थ्य कारणों से उपलब्ध नहीं थे। इस स्थिति में टीम के संयोजन में बदलाव देखने को मिला।
टॉस जीतकर गेंदबाजी का निर्णय
भारत ने लगातार दूसरी बार टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का निर्णय लिया। शाम के समय मैदान पर ओस की मौजूदगी को ध्यान में रखते हुए कप्तान सूर्यकुमार यादव ने फील्डिंग को प्राथमिकता दी, जिससे गेंदबाजों को शुरुआती ओवरों में बेहतर नियंत्रण की उम्मीद थी।
युवा गेंदबाजों को मिला मौका
बुमराह की अनुपस्थिति ने युवा तेज गेंदबाज हर्षित राणा के लिए अवसर प्रदान किया। उनकी निचले क्रम में बल्लेबाजी क्षमता को देखते हुए टीम प्रबंधन ने उन्हें अंतिम एकादश में शामिल किया, जिससे कुलदीप यादव को भी प्लेइंग इलेवन में जगह मिली। कुलदीप अब वरुण चक्रवर्ती के साथ स्पिन आक्रमण की जिम्मेदारी संभालेंगे।
स्पिन आक्रमण की उम्मीदें
वरुण चक्रवर्ती इस मैच में अपने टी20 अंतरराष्ट्रीय करियर के 50 विकेट पूरे करने के करीब हैं, जबकि कुलदीप यादव उन कुछ गेंदबाजों में शामिल हैं जिन्होंने 50 से अधिक टी20 विकेट लेने के साथ-साथ बेहतर औसत बनाए रखा है। भारतीय स्पिन आक्रमण से काफी उम्मीदें हैं।
दक्षिण अफ्रीका की टीम में बदलाव
दूसरी ओर, दक्षिण अफ्रीका ने न्यू चंडीगढ़ में सीरीज बराबर करने वाले मैच के बाद अपनी एकादश में तीन बदलाव किए। ट्रिस्टन स्टब्स, कॉर्बिन बॉश और एनरिक नॉर्खिया को शामिल किया गया, जबकि डेविड मिलर, लुथो सिपामला और जॉर्ज लिंडे को बाहर रखा गया। इस बदलाव के बाद एडन मार्करम और डोनोवन फरेरा ही टीम के प्रमुख स्पिन विकल्प बने।
दक्षिण अफ्रीका की बल्लेबाजी
दक्षिण अफ्रीका की बल्लेबाजी की शुरुआत क्विंटन डी कॉक और रीज़ा हेंड्रिक्स ने की, जबकि मध्यक्रम में एडन मार्करम, डेवॉल्ड ब्रेविस और ट्रिस्टन स्टब्स पर रन बनाने की जिम्मेदारी रही। गेंदबाजी में नॉर्खिया और लुंगी एनगिडी से तेज शुरुआत की उम्मीद की जा रही है।
भारतीय टीम की रणनीति
भारतीय टीम में अभिषेक शर्मा और शुभमन गिल की ओपनिंग जोड़ी पर अच्छी शुरुआत दिलाने की जिम्मेदारी है, वहीं मध्यक्रम में तिलक वर्मा, हार्दिक पांड्या और शिवम दुबे से संतुलन बनाए रखने की उम्मीद जताई गई है। कुल मिलाकर, परिस्थितियों और टीम संयोजन को देखते हुए यह मुकाबला कड़ा और रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण माना जा रहा है।