×

भारत-इंग्लैंड टेस्ट में अंपायरिंग विवाद: अश्विन ने उठाई आवाज़

भारत और इंग्लैंड के बीच लॉर्ड्स में खेले गए टेस्ट मैच में अंपायर पॉल राइफल के निर्णयों को लेकर विवाद खड़ा हो गया। अश्विन ने इस पर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने अंपायरिंग के पक्षपाती होने का आरोप लगाया। जानें इस विवाद के पीछे की कहानी और अश्विन के बयान के प्रमुख अंश।
 

लॉर्ड्स टेस्ट में अंपायरिंग पर विवाद

भारत और इंग्लैंड के बीच लॉर्ड्स में खेले गए टेस्ट मैच में अंपायरों के निर्णयों को लेकर विवाद उत्पन्न हो गया। खेल के चौथे दिन, फील्ड अंपायर पॉल राइफल के कुछ निर्णयों पर काफी हंगामा हुआ। उन्होंने भारत के खिलाफ कई महत्वपूर्ण फैसले दिए, जिससे खेल का माहौल गरम हो गया।


विशेष रूप से, मोहम्मद सिराज की गेंद पर जो रूट को LBW आउट न देने का निर्णय विवादास्पद रहा। डीआरएस में यह स्पष्ट हुआ कि गेंद विकेट पर लग रही थी, लेकिन अंपायर ने अपने निर्णय को नहीं बदला। इसी तरह, शुभमन गिल को भी एक कैच आउट करार दिया गया, जबकि रिप्ले में यह साफ दिखा कि गेंद उनके बल्ले से काफी दूर थी। गिल ने सही समय पर डीआरएस का उपयोग किया और नॉटआउट रहे।


अश्विन का कड़ा बयान

पूर्व भारतीय स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने अपने यूट्यूब चैनल पर पॉल राइफल के निर्णयों पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, 'जब भी भारत गेंदबाजी करता है, राइफल को लगता है कि बल्लेबाज आउट नहीं है, और जब भारत बल्लेबाजी करता है, तो उन्हें लगता है कि बल्लेबाज आउट हैं। अगर यह केवल भारत के खिलाफ नहीं, बल्कि सभी टीमों के खिलाफ है, तो आईसीसी को इस पर ध्यान देना चाहिए।'


अश्विन ने गिल के आउट दिए जाने के निर्णय पर भी टिप्पणी की, यह कहते हुए कि 'मेरे पास एक सेडान कार है, जिसे मैं बल्ले और गेंद के बीच के गैप में पार्क कर सकता हूं। यह स्पष्ट है कि वह आउट नहीं थे। मेरे पिता ने कहा था, 'जब भी पॉल आएंगे, भारत नहीं जीतेगा।'


दूसरे अंपायर के फैसले

इस मैच में दूसरे फील्ड अंपायर सैकत शरफुद्दौला भी थे, जिन्होंने भारत के खिलाफ कुछ निर्णय दिए। उन्होंने भारत की पहली पारी में आकाश दीप को एक ही ओवर में दो बार LBW आउट दिया, लेकिन दोनों बार डीआरएस के कारण वह बच गए।