बांग्लादेश के बल्लेबाज ने वनडे में बनाए 404 रन, छक्कों की बरसात
क्रिकेट में नया इतिहास रचने वाला बल्लेबाज
वनडे क्रिकेट: क्रिकेट में असंभव को संभव बनाना आसान नहीं होता, लेकिन जब कोई खिलाड़ी अपने बल्ले से ऐसा कर दिखाए, तो वह हमेशा के लिए इतिहास में दर्ज हो जाता है। बांग्लादेश के एक खिलाड़ी ने ऐसा ही एक अद्भुत प्रदर्शन किया है। उन्होंने एक स्कूल स्तर के वनडे मैच में ऐसा धमाका किया कि लोग अपनी आंखों पर विश्वास नहीं कर सके।
मुस्तकिम हौलादार का अद्भुत प्रदर्शन
यह मुकाबला बांग्लादेश के कैम्ब्रियन स्कूल एंड कॉलेज और सेंट ग्रेगोरी स्कूल एंड कॉलेज के बीच ढाका यूनिवर्सिटी सेंट्रल ग्राउंड पर मार्च में खेला गया था। मुस्तकिम की बल्लेबाजी ने इस पारंपरिक 50 ओवर के मुकाबले को टी10 मुकाबले में बदल दिया।
मैच की महत्वपूर्ण जानकारी
मैच की बारीकियां
मैच की शुरुआत में कैम्ब्रियन स्कूल एंड कॉलेज ने बल्लेबाजी चुनी और ओपनर मुस्तकिम ने कहर बरपाना शुरू कर दिया। 4 घंटे से अधिक समय तक क्रीज पर टिके रहकर उन्होंने अकेले दम पर गेंदबाजों की धज्जियां उड़ा दीं। इस दौरान उन्होंने 332 रन केवल बाउंड्री से ही बनाए।
मुस्तकिम के साथी बल्लेबाज और टीम के कप्तान सोआद परवेज ने भी 124 गेंदों में 256 रन की नाबाद पारी खेली। उन्होंने 32 चौके और 13 छक्के लगाकर सेंट ग्रेगोरी की गेंदबाजी को ध्वस्त कर दिया। दोनों बल्लेबाजों ने मिलकर 699 रनों की साझेदारी की और टीम को 50 ओवर में मात्र 2 विकेट खोकर 770 रनों के विशाल स्कोर तक पहुंचा दिया।
विपक्षी टीम की गेंदबाजी की स्थिति
विपक्षी का रिकॉर्ड देख दर्द महसूस हो सकता है
सेंट ग्रेगोरी स्कूल की गेंदबाजी आंकड़े देखकर दर्द महसूस कर सकती है। अद्रित्तो बानिक ने 10 ओवर में 164 रन, तनवीर रहमान ने 9 ओवर में 132 रन, सैमसन रहमान ने 10 ओवर में 115 रन, और इफाज उद्दीन ने 5 ओवर में 100 रन लुटाए। ये आंकड़े किसी बुरे सपने से कम नहीं थे।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी सेंट ग्रेगोरी की टीम मात्र 32 रन पर 11.4 ओवर में ऑल आउट हो गई। केवल एक बल्लेबाज ही दहाई के आंकड़े तक पहुंच पाया। इस प्रकार कैम्ब्रियन स्कूल एंड कॉलेज ने यह मैच 738 रन के विशाल अंतर से जीतकर नया कीर्तिमान बना डाला।
मुस्तकिम का अद्वितीय प्रदर्शन
मुस्तकिम हौलादार की यह पारी केवल रन बनाने का प्रदर्शन नहीं थी, बल्कि यह क्रिकेट के हर फॉर्मेट को चुनौती देने वाली एक क्रांति थी। उन्होंने यह साबित कर दिया कि अगर इरादे मजबूत हों और बल्ला आग उगलने को तैयार हो, तो ODI भी टी10 बन सकता है, और एक बल्लेबाज अकेले ही इतिहास लिख सकता है।