प्रेम चोपड़ा की स्वास्थ्य स्थिति में सुधार, बॉलीवुड के खलनायक की कहानी
प्रेम चोपड़ा और धर्मेंद्र की तबीयत
प्रेम चोपड़ा
प्रेम चोपड़ा: बॉलीवुड के प्रसिद्ध अभिनेता धर्मेंद्र और प्रेम चोपड़ा की स्वास्थ्य स्थिति चिंताजनक रही है। धर्मेंद्र को हाल ही में मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन उन्हें बुधवार को अस्पताल से छुट्टी मिल गई। परिवार ने बताया कि उनका इलाज अब घर पर जारी रहेगा। दूसरी ओर, प्रेम चोपड़ा को शनिवार को लीलावती अस्पताल में भर्ती किया गया था।
प्रेम चोपड़ा की तबीयत अब बेहतर है। उनके परिवार ने बताया कि उनकी स्थिति में सुधार हो रहा है और चिंता की कोई बात नहीं है। उन्हें जल्द ही अस्पताल से छुट्टी मिलने की उम्मीद है। प्रेम चोपड़ा को बॉलीवुड के सबसे खतरनाक खलनायकों में से एक माना जाता है, और उनकी उपस्थिति से लोग अपनी पत्नियों को छुपा लेते थे।
डॉक्टर बनने का सपना
प्रेम चोपड़ा को पिता बनाना चाहते थे डॉक्टर
90 वर्षीय प्रेम चोपड़ा का जन्म 23 सितंबर 1935 को पाकिस्तान के लाहौर में हुआ था। विभाजन के बाद उनका परिवार शिमला, हिमाचल प्रदेश में बस गया। उन्होंने अपनी शिक्षा पंजाब यूनिवर्सिटी से प्राप्त की। उनके पिता चाहते थे कि वह डॉक्टर बनें, लेकिन पढ़ाई के दौरान प्रेम ने नाटकों में भाग लेना शुरू कर दिया। इसके बाद वह मुंबई चले गए और फिल्म उद्योग में कदम रखा।
हीरो बनने की ख्वाहिश
हीरो बनने का सपना, बन बैठे सबसे खूंखार विलेन
प्रेम चोपड़ा का सपना हीरो बनने का था, लेकिन वह हिंदी सिनेमा के सबसे प्रसिद्ध खलनायक बन गए। उनकी हीरो बनने की ख्वाहिश अधूरी रह गई। उन्होंने कुछ पंजाबी फिल्मों में मुख्य अभिनेता के रूप में भी काम किया, लेकिन बॉलीवुड में उन्हें ज्यादातर खलनायकी के रोल मिले। उन्होंने ‘शहीद’, ‘बॉबी’, ‘बेताब’, ‘गुप्त’, ‘दगाबाज’, ‘क्रांति’ और ‘कटी पतंग’ जैसी लगभग 380 फिल्मों में काम किया है।
विलेन की छवि पर प्रेम चोपड़ा का बयान
‘लोग मुझे देखते ही अपनी पत्नियों को छुपा लेते थे..’
प्रेम चोपड़ा ने एक इंटरव्यू में अपनी खलनायक छवि के बारे में कहा, “जब लोग मुझे देखते थे, तो वे अपनी पत्नियों को छुपा लेते थे। मैं अक्सर उनके पास जाकर बात करता था, और यह देखकर उन्हें आश्चर्य होता था कि असल जिंदगी में मैं भी एक सामान्य इंसान हूं। लोग मुझे असल में खतरनाक विलेन समझते थे, लेकिन मैं इसे एक प्रशंसा के रूप में लेता था और सोचता था कि मैं अपने काम में अच्छा कर रहा हूं।”