धोनी के शिष्य अंशुल कंबोज की टीम इंडिया में वाइल्ड कार्ड एंट्री
टीम इंडिया का बड़ा फैसला
टीम इंडिया : भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट श्रृंखला का अंतिम मैच मैनचेस्टर में चल रहा है। इस निर्णायक टेस्ट में भारतीय टीम ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। अनुभवी तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की अनुपस्थिति और विकेटकीपर ऋषभ पंत के चोटिल होने के कारण, टीम ने धोनी के CSK के एक युवा खिलाड़ी को डेब्यू का अवसर दिया है। आइए जानते हैं वह खिलाड़ी कौन है।
अंशुल कंबोज की वाइल्ड कार्ड एंट्री
CSK से टीम इंडिया तक का सफर
अंशुल कंबोज को आईपीएल 2025 की नीलामी में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) ने 3.8 करोड़ रुपये में खरीदा था। इससे पहले वह आईपीएल 2024 में मुंबई इंडियंस का हिस्सा थे, लेकिन उन्हें सीमित अवसरों पर ज्यादा सफलता नहीं मिली थी। फिर भी, घरेलू क्रिकेट में लगातार अच्छे प्रदर्शन के कारण धोनी की नजर उन पर पड़ी और CSK ने उन्हें अगले सीजन के लिए अपने साथ जोड़ा।
घरेलू क्रिकेट में अंशुल का प्रदर्शन
हरियाणा के करनाल में 6 दिसंबर 2000 को जन्मे अंशुल कंबोज को भारतीय घरेलू क्रिकेट में 'मैक्ग्रा' के नाम से जाना जाता है। यह नाम उनकी गेंदबाजी की सटीकता और एक ही लेंथ पर लगातार गेंद डालने की क्षमता के कारण है, जैसे ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज ग्लेन मैक्ग्रा करते थे। 6 फीट 2 इंच लंबे अंशुल की गेंदबाजी में न केवल स्विंग है, बल्कि अतिरिक्त बाउंस भी है, जो उन्हें इंग्लैंड की पिचों पर और भी खतरनाक बनाता है।
रणजी ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन
अंशुल कंबोज ने रणजी ट्रॉफी 2024 में केरल के खिलाफ एक अद्भुत प्रदर्शन किया, जिसमें उन्होंने 30.1 ओवर में केवल 49 रन देकर एक ही पारी में 10 विकेट लिए। यही प्रदर्शन उनके करियर का टर्निंग पॉइंट बन गया और उन्हें राष्ट्रीय टीम के रडार पर ला खड़ा किया।
अंशुल कंबोज का करियर संक्षेप में
- फर्स्ट क्लास मैच: 24
- विकेट: 79 (औसत: 22.88)
- लिस्ट-A मैच: 25 (40 विकेट)
- T20 मैच: 30 (34 विकेट)
- IPL: 11 मैचों में 10 विकेट