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गंभीर की बेरुखी से बाहर हुआ यह प्रतिभाशाली भारतीय खिलाड़ी

भारतीय क्रिकेट टीम का इंग्लैंड दौरा महत्वपूर्ण है, लेकिन श्रेयस अय्यर को कोच गौतम गंभीर की बेरुखी के कारण टीम में जगह नहीं मिली। अय्यर ने घरेलू और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन किया है, फिर भी उन्हें इंग्लैंड टेस्ट सीरीज में शामिल नहीं किया गया। जानें उनके प्रदर्शन, आंकड़े और इस स्थिति के पीछे की वजह।
 

भारतीय टीम का इंग्लैंड दौरा

गंभीर: भारतीय क्रिकेट टीम का इंग्लैंड दौरा बहुत महत्वपूर्ण है। इस दौरे के दौरान, टीम इंडिया वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2025-27 की शुरुआत करेगी। इंग्लैंड और भारत के बीच पांच टेस्ट मैच खेले जाएंगे, और इसके लिए टीम का चयन कर लिया गया है। इस टीम में कई अनुभवी खिलाड़ियों को शामिल किया गया है, लेकिन एक ऐसा खिलाड़ी है जिसे टीम में जगह नहीं मिली, जबकि वह इसके लिए योग्य था।

यह माना जा रहा है कि कोच गौतम गंभीर की अनदेखी के कारण इस खिलाड़ी को टीम में नहीं लिया गया, जिसके चलते वह इंग्लैंड दौरे का हिस्सा नहीं बन सके। आइए जानते हैं कि वह खिलाड़ी कौन है।


किसे नहीं मिला मौका?

हाल के दिनों में भारतीय टीम में कई महत्वपूर्ण बदलाव हुए हैं। जब कप्तान रोहित शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया, तो यह चर्चा का विषय बन गया कि अगला कप्तान कौन होगा। चयनकर्ताओं ने युवा शुभमन गिल को कप्तान बनाया, लेकिन एक खिलाड़ी ऐसा है जो टीम में जगह नहीं बना सका।

हम बात कर रहे हैं श्रेयस अय्यर की, जिन्होंने हाल ही में शानदार प्रदर्शन किया है। अय्यर ने घरेलू और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट दोनों में बेहतरीन खेल दिखाया है, फिर भी उन्हें इंग्लैंड टेस्ट सीरीज में मौका नहीं मिला।


श्रेयस अय्यर का प्रदर्शन

श्रेयस अय्यर ने हाल के समय में कई महत्वपूर्ण खिताब जीते हैं। उन्होंने रणजी ट्रॉफी, सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी, और आईपीएल 2024 में कोलकाता नाइट राइडर्स को विजेता बनाया। इसके अलावा, आईपीएल 2025 में पंजाब की टीम को फाइनल तक पहुंचाया। अय्यर का प्रदर्शन घरेलू क्रिकेट में भी शानदार रहा है।

चैंपियंस ट्रॉफी में भी अय्यर ने टीम इंडिया के लिए सबसे ज्यादा रन बनाए थे। इसके बावजूद, इंग्लैंड टेस्ट सीरीज के लिए उन्हें चयनित नहीं किया गया।


श्रेयस अय्यर के आंकड़े

श्रेयस अय्यर के टेस्ट आंकड़े कुछ खास नहीं हैं। उन्होंने 2021 में न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया था। इसके बाद उन्हें 14 टेस्ट मैच खेलने का मौका मिला, जिसमें उन्होंने 24 पारियों में 36.86 की औसत से 811 रन बनाए। इस दौरान उनके नाम 1 शतक और 5 अर्धशतक शामिल हैं।