क्रिकेट जगत में बड़ा झटका: पीटर मूर ने लिया संन्यास
पीटर मूर का संन्यास
लॉर्ड टेस्ट: विकेटकीपर-बल्लेबाज पीटर मूर ने 34 वर्ष की आयु में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की है। मूर उन 17 क्रिकेटरों में से एक हैं, जिन्होंने दो अलग-अलग देशों के लिए टेस्ट क्रिकेट खेला है। उन्होंने अपने करियर में ज़िम्बाब्वे और आयरलैंड के लिए कुल 15 टेस्ट, 49 वनडे और 21 टी20 मैच खेले हैं।
पीटर मूर की जिम्बाब्वे से शुरुआत
पीटर मूर का जन्म हरारे, जिम्बाब्वे में हुआ था। उन्होंने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत नवंबर 2014 में जिम्बाब्वे के लिए बांग्लादेश के खिलाफ ODI मैच से की थी। इसके बाद 2016 में उन्होंने अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड के खिलाफ क्रमशः टी20 और टेस्ट में डेब्यू किया। जिम्बाब्वे के लिए उन्होंने 8 टेस्ट, 49 वनडे और 21 टी20 मैच खेले। उनका अंतिम अंतरराष्ट्रीय मैच भी जिम्बाब्वे के खिलाफ ही था, जो फरवरी 2025 में बुलावायो में खेला गया।
आयरलैंड के लिए दूसरा डेब्यू
2022 में, पीटर मूर आयरलैंड के लिए खेलने के योग्य हो गए, क्योंकि उनकी दादी आयरिश थीं, जिससे उन्हें आयरिश पासपोर्ट मिला। मार्च-अप्रैल 2023 में, उन्हें आयरलैंड की टेस्ट टीम में शामिल किया गया और उन्होंने अप्रैल 2023 में बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया।
दिलचस्प बात यह है कि मीरपुर वही मैदान है, जहां उन्होंने 2018 में जिम्बाब्वे के लिए अपना अंतिम टेस्ट मैच खेला था। उनके दोनों देशों के लिए टेस्ट करियर की शुरुआत और अंत एक ही मैदान से जुड़ा रहा। आयरलैंड के लिए, उन्होंने 7 टेस्ट मैच खेले, जबकि वनडे और टी20 में खेलने का मौका नहीं मिला।
आयरलैंड में प्रदर्शन में गिरावट
जिम्बाब्वे के लिए मूर ने 533 रन (35.53 की औसत) के साथ 5 अर्धशतक बनाए, जबकि आयरलैंड के लिए उनका प्रदर्शन निराशाजनक रहा। उन्होंने 7 टेस्ट मैचों में केवल 201 रन (14.35 की औसत) बनाए, जिसमें एक पचासा शामिल था, जो जुलाई 2024 में जिम्बाब्वे के खिलाफ आया था।
पीटर मूर का इंटरनेशनल करियर
पीटर मूर ने कुल 15 टेस्ट मैच खेले, जिसमें उन्होंने 25.31 की औसत से 734 रन बनाए, जिसमें 6 अर्धशतक शामिल हैं। ODI में, उन्होंने 49 मैचों में 20.67 की औसत से 827 रन बनाए, जिसमें 4 अर्धशतक शामिल हैं। टी20 में, उन्होंने 21 मैच खेले और 24.26 की औसत से 364 रन बनाए, लेकिन टी20 में उनका कोई अर्धशतक नहीं है।
संन्यास की घोषणा और विरासत
पीटर मूर ने अपने करियर में अच्छे और बुरे दोनों समय का सामना किया। जिम्बाब्वे के लिए उन्होंने कई महत्वपूर्ण पारियां खेलीं और एक विश्वसनीय विकेटकीपर-बल्लेबाज के रूप में पहचान बनाई। हालांकि आयरलैंड में उनका टेस्ट करियर लंबा और सफल नहीं रहा, लेकिन दो देशों का प्रतिनिधित्व करना एक अनोखी उपलब्धि है।
मूर के संन्यास के साथ, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट ने एक ऐसे खिलाड़ी को खो दिया है, जिसने सीमाओं के पार जाकर अपने खेल से पहचान बनाई है।