ईडन गार्डन्स की पिच पर आईसीसी की राय: संतोषजनक या विवादास्पद?
कोलकाता के ईडन गार्डन्स की पिच पर आईसीसी ने अपनी संतोषजनक रेटिंग दी है, जबकि भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच पहले टेस्ट मैच में बल्लेबाजों को कठिनाई का सामना करना पड़ा। इस मैच में दक्षिण अफ्रीका ने जीत हासिल की, जबकि भारतीय टीम ने संघर्ष किया। जानें इस पिच के बारे में और कोचों की राय क्या है।
Dec 30, 2025, 22:58 IST
आईसीसी की आधिकारिक प्रतिक्रिया
कोलकाता के ईडन गार्डन्स की पिच पर उठे विवाद के बीच, आईसीसी ने अपनी आधिकारिक राय प्रस्तुत की है। भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच हाल ही में संपन्न पहले टेस्ट मैच की पिच को आईसीसी के मैच रेफरी और पूर्व वेस्टइंडीज कप्तान रिची रिचर्डसन ने “संतोषजनक” बताया है। यह मैच 14 से 16 नवंबर के बीच खेला गया और केवल तीन दिन में समाप्त हुआ, जिसमें दक्षिण अफ्रीका ने 30 रन से जीत हासिल की।
मैच का प्रदर्शन
इस मैच में दोनों टीमों के बल्लेबाजों को कठिनाई का सामना करना पड़ा। दक्षिण अफ्रीका ने पहली पारी में 159 और दूसरी पारी में 153 रन बनाए, जबकि भारतीय टीम 189 और 93 रन ही बना सकी। भारत तीसरे दिन ही लक्ष्य का पीछा करते हुए आउट हो गया। इस मैच में एकमात्र अर्धशतक दक्षिण अफ्रीका के कप्तान टेम्बा बावुमा ने बनाया, जिन्होंने 136 गेंदों पर नाबाद 55 रन बनाए।
पिच की स्थिति
जानकारी के अनुसार, पिच पर असमान उछाल और तेज टर्न देखने को मिला, जिससे बल्लेबाजों को काफी परेशानी हुई। भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने पहली पारी में 27 रन देकर पांच विकेट लिए, जबकि दक्षिण अफ्रीका के अनुभवी स्पिनर साइमन हार्मर ने कुल आठ विकेट लिए। मार्को यानसेन और रवींद्र जडेजा ने भी महत्वपूर्ण योगदान दिया।
दूसरा टेस्ट और पिच की रेटिंग
इस सीरीज का दूसरा और अंतिम टेस्ट गुवाहाटी में खेला गया, जहां की पिच को आईसीसी ने ‘बहुत अच्छी’ रेटिंग दी। उस मैच में दक्षिण अफ्रीका ने भारत को 408 रनों से हराकर 2-0 से सीरीज अपने नाम की, जो भारत में उसकी 25 साल बाद पहली टेस्ट सीरीज जीत थी।
अन्य पिचों की स्थिति
दिलचस्प बात यह है कि इसी दौरान ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच मेलबर्न में खेले गए बॉक्सिंग डे टेस्ट की पिच को आईसीसी ने ‘असंतोषजनक’ करार दिया और एक डिमेरिट पॉइंट दिया।
कोचों की राय
भारतीय टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने ईडन गार्डन्स की पिच का समर्थन करते हुए कहा कि विकेट में कोई ‘दोष’ नहीं था और यह तकनीक और मानसिक मजबूती की परीक्षा थी। वहीं, बल्लेबाजी कोच सितांशु कोटक ने कहा कि पिच अपेक्षा से अधिक सूखी और टूटती हुई थी, जिससे जल्दी टर्न मिलने लगा।