आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में 300 करोड़ रुपये के दाल व्यापार मामले में आयकर विभाग की छापेमारी
आयकर विभाग की कार्रवाई
हैदराबाद, 7 अक्टूबर: आयकर विभाग ने मंगलवार को आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में 300 करोड़ रुपये के दाल व्यापार मामले से संबंधित कई स्थानों पर छापेमारी की।
आयकर विंग के अधिकारियों ने तेलुगु राज्यों में चार दाल व्यापारियों के परिसरों पर 25 स्थानों पर छापे मारे।
ये छापे हैदराबाद, गुंटूर, विजयवाड़ा, कर्नूल और विशाखापत्तनम में किए गए।
दाल व्यापार मामले की जांच के तहत किए गए इन छापों के दौरान अधिकारियों ने कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए।
विभाग उन आरोपों की जांच कर रहा है कि कुछ व्यापारिक कंपनियों ने आंध्र प्रदेश की पिछली सरकार के दौरान बड़े पैमाने पर लेनदेन किया। ये कंपनियां कथित तौर पर 2024 विधानसभा चुनावों के आसपास नकद लेनदेन में संलग्न थीं।
इन व्यापारिक कंपनियों को आंध्र प्रदेश सिविल सप्लाई विभाग द्वारा टेंडर दिए गए थे। आयकर विभाग यह सत्यापित करने की कोशिश कर रहा है कि क्या इन कंपनियों ने भुगतान प्राप्त करने के बावजूद सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) के तहत दाल की आपूर्ति नहीं की।
इससे पहले, विशाखापत्तनम में हिंदुस्तान ट्रेडर्स और कर्नूल में वी केयर ग्रुप कंपनियों के परिसरों पर छापे मारे गए थे।
पिछले महीने, आयकर विभाग ने कैप्स गोल्ड कंपनी के परिसरों पर छापे मारे थे, जो देश के सबसे बड़े सोने के व्यापारियों में से एक है, बड़े पैमाने पर काले बाजार लेनदेन के आरोपों के तहत।
ये छापे हैदराबाद, वारंगल और विजयवाड़ा में लगभग 15 स्थानों पर किए गए थे। आयकर अधिकारियों ने हैदराबाद के बंजारा हिल्स में कंपनी के मुख्यालय की भी जांच की।
विभाग यह देख रहा है कि क्या कंपनी ने काले बाजार से सोना खरीदा और बड़ी मात्रा में अनियोजित बिक्री के लिए इसे मोड़ दिया।
कैप्स गोल्ड ने खनिज विकास निगम से थोक में सोना खरीदा है और इसे खुदरा ज्वेलर्स को आपूर्ति करता है।
कैप्स गोल्ड से जुड़े थोक फर्मों को भी आयकर अधिकारियों द्वारा बड़े पैमाने पर कर चोरी और धोखाधड़ी लेनदेन के आरोपों के तहत जांच के दायरे में लाया गया है।