अमेरिका में डेब्यू करने वाले भारतीय क्रिकेटर्स की कहानी
भारतीय क्रिकेट का सपना और अमेरिका का रास्ता
हर भारतीय क्रिकेटर का सपना होता है कि वह टीम इंडिया के लिए बड़े मंचों पर खेल सके और देश का नाम रोशन करे। लेकिन भारतीय टीम में जगह बनाना आसान नहीं है, जिसके कारण कई प्रतिभाशाली खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट में ही रह जाते हैं। कुछ खिलाड़ी इस स्थिति में दूसरे देशों के लिए खेलने का विकल्प चुनते हैं।
हाल के वर्षों में, यूएसए की टीम में कई ऐसे खिलाड़ी शामिल हुए हैं, जिन्होंने कभी टीम इंडिया का हिस्सा बनने का सपना देखा था। इस लेख में हम आपको तीन ऐसे खिलाड़ियों के बारे में बताएंगे, जिन्होंने यूएसए के लिए खेलते हुए शानदार प्रदर्शन किया है।
यूएसए के लिए खेल रहे भारतीय खिलाड़ी
इन खिलाड़ियों ने टीम इंडिया को धोखा दिया
हरमीत सिंह
यूएसए के प्रमुख ऑलराउंडर हरमीत सिंह ने पिछले कुछ वर्षों में अपनी टीम के लिए उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। उन्हें टीम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा माना जा रहा है। आपको बता दें कि हरमीत सिंह 2012 के अंडर-19 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम का हिस्सा थे।
उनके प्रदर्शन को देखकर उम्मीद थी कि वे भविष्य में टीम इंडिया के लिए खेलेंगे। हालांकि, घरेलू क्रिकेट में मुंबई के लिए खेलने के बावजूद उन्हें मौका नहीं मिला, जिसके बाद उन्होंने अपने करियर को संवारने के लिए यूएसए का रुख किया। उन्होंने आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स के लिए भी खेला है।
सौरभ नेत्रवल्कर
टी20 वर्ल्ड कप 2024 में यूएसए के बाएं हाथ के तेज गेंदबाज सौरभ नेत्रवल्कर ने अपने खेल से सभी को प्रभावित किया। उन्होंने कई प्रमुख बल्लेबाजों को आउट किया और पाकिस्तान के खिलाफ मैच में टीम की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि उन्होंने भी 2012 के अंडर-19 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम के लिए खेला था। बाद में उच्च शिक्षा के लिए अमेरिका चले गए और वहीं से क्रिकेट खेलना शुरू किया।
मोनांक पटेल
विकेटकीपर बल्लेबाज मोनांक पटेल ने भी अपने करियर की शुरुआत भारत से की थी। उन्होंने एज-ग्रुप क्रिकेट में गुजरात के लिए कई सालों तक खेला। जब उनका परिवार यूएसए चला गया, तो उन्हें भी वहीं जाना पड़ा और उन्होंने वहीं क्रिकेट खेलना शुरू किया। क्लब क्रिकेट में बेहतरीन प्रदर्शन के बाद उन्हें यूएसए की टीम में शामिल किया गया और उन्होंने टी20 वर्ल्ड कप में कई मैचों में कप्तानी भी की।