WCL में एबी डिविलियर्स का धमाल, 46 गेंदों में बनाए 123 रन
एबी डिविलियर्स की शानदार पारी
एबी डिविलियर्स: क्रिकेट के दिग्गज और 'मिस्टर 360' के नाम से मशहूर एबी डिविलियर्स ने वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लेजेंड्स में अपनी शानदार बल्लेबाजी से सबको प्रभावित किया है। उन्होंने इस मैच में ताबड़तोड़ शतक जड़ते हुए यह साबित कर दिया कि भले ही उन्होंने संन्यास ले लिया हो, लेकिन उनका खेल आज भी उतना ही प्रभावशाली है।
उनकी बल्लेबाजी का अंदाज आज भी वैसा ही है, जिसके लिए वे जाने जाते हैं। गेंदबाज उनके सामने बेबस नजर आ रहे हैं। आइए जानते हैं कि डिविलियर्स की इस शानदार पारी का शिकार कौन सी टीम बनी।
WCL में एबी डिविलियर्स का जलवा
डिविलियर्स ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के खिलाफ शतक लगाया
दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान एबी डिविलियर्स ने इस मैच में शानदार बल्लेबाजी करते हुए 46 गेंदों में 15 चौके और 8 छक्कों की मदद से 123 रन बनाए। उनका स्ट्राइक रेट 267.39 था। डिविलियर्स ने अपनी पारी में 108 रन सिर्फ 23 गेंदों में बाउंड्री के जरिए बनाए, जो उनके कुल रनों का 87 प्रतिशत है।
डिविलियर्स के सामने बेबस ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज
दक्षिण अफ्रीका ने इस मैच में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया। इस मैच में अफ्रीका ने अपनी ओपनिंग जोड़ी में बदलाव किया था। कप्तान डिविलियर्स के साथ ओपनिंग करने के लिए जे जे स्मट्स आए थे। डिविलियर्स ने पिछले मैच की फॉर्म को बनाए रखते हुए अफ्रीका को तेज शुरुआत दिलाई। उन्होंने ब्रेट ली, पीटर सिडल और स्टीव ओ'कीफ जैसे दिग्गज गेंदबाजों की धुनाई की, जबकि स्मट्स ने स्ट्राइक रोटेट करने का काम किया।
अफ्रीका ने पॉवरप्ले में 78 रन बनाए। पॉवरप्ले के बाद डिविलियर्स ने 37 गेंदों में शतक पूरा किया। उन्होंने लगातार दूसरे मैच में शतक लगाया। हालांकि, सिडल ने उनकी शानदार पारी का अंत डार्सी शार्ट के हाथों कैच आउट कराकर किया।
स्मट्स ने भी ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की धुनाई की
डिविलियर्स के आउट होने के बाद स्मट्स ने भी अपना गियर बदला और ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों पर प्रहार करना शुरू कर दिया। स्मट्स ने 53 गेंदों में 85 रन बनाए, जिससे अफ्रीका ने निर्धारित 20 ओवरों में 241 रन बनाए। स्मट्स और डिविलियर्स के अलावा अन्य बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर सके। ऑस्ट्रेलिया की तरफ से पीटर सिडल सबसे किफायती गेंदबाज साबित हुए, जिन्होंने 4 ओवरों में 38 रन देकर 3 विकेट चटकाए। खबर लिखे जाने तक दूसरी पारी शुरू नहीं हुई थी.