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Karun Nair की टेस्ट वापसी पर चोट का खतरा, पहला टेस्ट 20 जून से

Karun Nair is set to make his much-anticipated return to Test cricket, but an injury scare has emerged just before the first match against England. During a training session, he was struck by a delivery from pacer Prasidh Krishna, causing some discomfort. However, he resumed batting shortly after, suggesting the injury may not be serious. The first Test is scheduled to begin on June 20 at Headingley, Leeds, marking a new chapter for the Indian team under the leadership of Shubman Gill. The series will kick off the 2025-27 World Test Championship cycle, and the conditions at Headingley are known to favor seam bowlers, adding to the excitement of the upcoming matches.
 

Karun Nair की चोट की चिंता

Karun Nair अपनी बहुप्रतीक्षित टेस्ट वापसी करने जा रहे हैं, लेकिन पहले टेस्ट से ठीक पहले उन्हें चोट लगने का डर है। भारत के प्रशिक्षण सत्र के दौरान, करुण ने नेट्स में बल्लेबाजी की और तेज गेंदबाज प्रदीप कृष्णा की एक तेज गेंद उनके रिब्स पर लगी। इस चोट से उन्हें थोड़ी असुविधा हुई, हालांकि उन्होंने थोड़ी देर बाद बल्लेबाजी फिर से शुरू कर दी, जिससे यह संकेत मिलता है कि चोट गंभीर नहीं थी।


पहला टेस्ट और नई कप्तानी

यह पांच मैचों की टेस्ट श्रृंखला 20 जून से शुरू होने जा रही है, जिसमें पहला टेस्ट हेडिंग्ले, लीड्स में खेला जाएगा। यह श्रृंखला नए कप्तान शुभमन गिल के लिए एक नया अध्याय होगा, जिन्हें रोहित शर्मा और विराट कोहली के रिटायरमेंट के बाद यह जिम्मेदारी सौंपी गई है। भारतीय टीम विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के अपने अभियान की मजबूत शुरुआत की उम्मीद कर रही है, क्योंकि यह 2025-27 चक्र की शुरुआत का प्रतीक है।


हेडिंग्ले की पिच की विशेषताएँ

हेडिंग्ले की पिच तेज गेंदबाजों के लिए गति और उछाल का समर्थन करने के लिए जानी जाती है, खासकर मैच के शुरुआती चरणों में। लीड्स की बादल वाली स्थिति स्विंग गेंदबाजी के लिए आदर्श मौसम प्रदान करती है, जो बल्लेबाजों के लिए एक गंभीर चुनौती साबित होती है।


शुरुआत में, गेंद संभवतः इधर-उधर जाएगी, जिससे भारत के शीर्ष क्रम की तकनीक और मानसिकता की परीक्षा होगी। जैसे-जैसे टेस्ट आगे बढ़ेगा, पिच समतल हो जाएगी, जिससे बल्लेबाजों को राहत मिलेगी। बाद के दिनों में, कुलदीप और जडेजा जैसे स्पिनर अधिक प्रभावी हो सकते हैं क्योंकि सतह टूटने लगती है। मौसम का पूर्वानुमान बताता है कि दूसरे और चौथे दिन हल्की बारिश के साथ आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे, जो रुकावटें पैदा कर सकते हैं लेकिन गेंदबाजों की मदद भी कर सकते हैं।